भारतीय रेलवे ने हाल ही में वेटिंग टिकट पर यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए नए नियम लागू किए हैं। अभी तक जिन यात्रियों का टिकट कंफर्म, आरएसी रह जाता था, वे स्लीपर या एसी में वेटिंग टिकट लेकर यात्रा करते थें। इससे जिन यात्रियों की सीट कंफर्म होती थी, उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बर्थ में काफी भीड़ होने की वजह से इन दिनों सोशल मीडिया पर कई तरह वीडियो वायरल होते रहते हैं। जिसको ध्यान में रख कर रेलवे ने ऐसा फैसला लिया है।
वेटिंग टिकट लेकर ट्रैवल करने पर कितना लगेगा जुर्माना
भारतीय रेलवे ने बिना कन्फर्म टिकट के यात्रा करने वालों पर भारी जुर्माना लगाने का नया नियम बनाया है। अगर कोई वेटिंग टिकट वाला यात्री रिजर्व कोच में सफर करता है, तो उस पर 440 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा और ट्रेन टिकटिंग ऑफिसर (टीटी) उसे बीच रास्ते में ही उतार सकता है। इसके अलावा, टीटी को यह अधिकार होगा कि वह यात्री को सामान्य डिब्बे में भेज सकता है। वहीं, अगर कोई वेटिंग टिकट वाला यात्री स्लीपर कोच में सफर करता है, तो उस पर 250 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा और अगले स्टेशन पर उतार दिया जाएगा।
🚨 Only those passengers who have confirmed tickets should travel in sleeper and AC classes of trains. If you travel with a waiting ticket, you will have to get down at the next station with a penalty.
— Indian Tech & Infra (@IndianTechGuide) July 10, 2024
Indian Railways says strict checking will be done. pic.twitter.com/cUqV4Kdc7M
टिकट वेटिंग लिस्ट में है, तो क्या यात्रा कर सकते हैं
रेलवे के नियमों के मुताबिक, वेटिंग लिस्ट की टिकट पर यात्रा करना अवैध है। हालांकि, अगर आपने टिकट विंडो काउंटर से लिया है, तो आप वेटिंग लिस्ट टिकट पर जनरल डिब्बे में यात्रा कर सकते हैं। लेकिन, ऑनलाइन यानी ई-टिकट पर बुक टिकट वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों को ट्रेन में चढ़ने की अनुमति नहीं है। अगर आपका वेटिंग लिस्ट टिकट ऑनलाइन है, तो चार्ट तैयार होने के बाद इसे IRCTC अपने-आप कैंसिल कर देती है और आपको रिफंड मिल जाता है। रिफंड राशि आपके उस खाते में आती है, जिससे आपने रिजर्वेशन के समय भुगतान किया था। रिफंड राशि आने में 3-4 दिन लग सकते हैं।
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अगर आपका तत्काल टिकट भी वेटिंग लिस्ट में है और यात्रा के दिन तक कंफर्म नहीं होता है, तो भी आप उस टिकट पर यात्रा नहीं कर सकते। तत्काल वेटिंग टिकट होने पर रेलवे की ओर से टिकट को ऑटोमेटिक कैंसिल कर दिया जाता है। वहीं, अगर आपका टिकट RAC (Reservation Against Cancellation) है, तो इसका मतलब है कि आपको ट्रेन में सीट उपलब्ध होगी, लेकिन आपको सीट को किसी अन्य यात्री के साथ साझा करना होगा। इस स्थिति में, आप यात्रा कर सकते हैं।
वेटिंग टिकट के नए नियम क्या हैं
भारतीय रेलवे के नए नियमों के अनुसार, यदि आपने विंडो से टिकट खरीदा है और वह टिकट वेटिंग लिस्ट में ही रह जाता है, तो आप उसे कैंसिल कराकर पैसा वापस ले सकते हैं। लेकिन बहुत से यात्री इसे कैंसिल कराने के बजाय यात्रा करने के लिए ट्रेन में चढ़ जाते हैं। रिफंड पॉलिसी के तहत, कैंसिलेशन के बाद आपके टिकट की पूरी राशि वापस कर दी जाएगी।
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टिकट कन्फर्म होने के बाद भी बोगी में भीड़ होने पर सबसे ज्यादा शिकायतें
कुछ महीनों में रेलवे को यात्रियों से 45 फीसदी से अधिक शिकायतें मिली हैं, जिनमें से सबसे ज्यादा संख्या में शिकायत टिकट कन्फर्म होने के बाद भी बोगी में भीड़ से संबंधित हैं। यह यात्रियों के लिए बड़ी असुविधा का कारण बन रहा है और रेलवे की छवि को नुकसान पहुंचा रहा है। इन बातों को ध्यान में रख कर वेटिंग लिस्ट की टिकट पर यात्रा करना अवैध माना गया है।
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