ट्रेन यात्रा का अनुभव हर यात्रियों के लिए अलग-अलग होता है। कभी ट्रेन से सफर किया है, तो आपने इस बात को नोटिस जरूर किया होगा। इसमें आपने दो तरह के यात्रियों को जरूर देखा होगा। एक वो जो सफर से कई घंटे पहले ही स्टेशन पहुंच जाते हैं और ट्रेन आने का इंतजार करते हैं। लेकिन दूसरे वो भी होते हैं, जो ऐन वक्त पर भागते-दौड़ते प्लेटफॉर्म पर पहुंचते हैं। कुछ यात्री तो ऐसे भी होते हैं, जो ट्रेन के चलते ही उसे पकड़ने की कोशिश करते हैं, मानो यह रोजमर्रा की बात हो। लेकिन कई लोग ऐसे भी होते हैं, जिसे हर चीज को योजनाबद्ध तरीके से करना पसंद करते हैं। ऐसे लोगों को ट्रेनों के बारे में पूरी जानकारी रखना पसंद होता है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको ट्रेन अराइवल के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।
ट्रेन अपने स्टेशन से कितने देर पहले खुलती है?
जिस स्टेशन से ट्रेन की शुरुआत होने वाली है और जो स्टेशन किसी रूट का पहला स्टॉप होता है, वहां पर ट्रेन पहले ही आ जाती है। जो लोग स्टेशन पर पहले पहुंच जाते हैं, वह ट्रेन में घुसने की कोशिश करने लग जाते हैं। लेकिन ट्रेन के सभी कोच के दरवाजे बंद होते हैं और यात्रियों को घुसने नहीं दिया जाता है। ऐसे में कई यात्रियों को नाराजगी जताते हुए भी देखा जाता है। वहीं कुछ यात्रियों को जानकारी नहीं होती, इसलिए वह दरवाजा पीटने लगते हैं। उन्हें इस बात का डर रहता है कि दरवाजा अंदर से बंद है, कहीं ट्रेन छूट न जाए। लेकिन ऐसा नहीं होता। ट्रेन की पूरी जानकारी आपकी यात्रा को आसान बना देती है।
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- यात्रियों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि ट्रेन कभी भी अपने तय समय से पहले स्टेशन से नहीं जाती। ट्रेन लेट हो सकती है, लेकिन जल्दी नहीं निकल सकती।
- इसके साथ ही ट्रेन भले ही स्टेशन पर पहुंच गई है, लेकिन अगर दरवाजे नहीं खुले हैं, तो धैर्य रखें। ऐसा इसलिए, क्योंकि उस समय ट्रेन में सफाई और अन्य कार्य किया जा रहा होता है। इसके साथ ही, ट्रेन के दरवाजों को जल्दी इसलिए नहीं खोला जाता, ताकि यात्री पहले ही कोच को गंदा न कर दें। इससे दूसरे यात्री जो समय से आ रहे हैं, वह शिकायत कर देते हैं कि सीटें गंदी है।
- कई स्टेशनों पर ट्रेन 1 से 1.30 घंटे पहले ही पहुंच जाती है। इसका कारण यह है कि उसी स्टेशन से ट्रेन की यात्रा शुरू होनी है। वहीं से ट्रेन खुलने वाली है। इसलिए ट्रेन पहले ही स्टेशन पर खड़ी कर दी जाती है। लेकिन ट्रेन के खड़े होने का अर्थ यह नहीं है कि आप उसमें पहले ही बैठ सकते हैं।
- ट्रेन भले ही पहले आ गई हो, लेकिन ट्रेन के दरवाजे आधे घंटे पहले यात्रियों के लिए खोल दिए जाते हैं। जहां से ट्रेन की शुरुआत हो रही है, वहां पर अगर ट्रेन 1 घंटे पहले खड़ी है, तो इंतजार करें। दरवाजा खोलने की कोशिश न करें। आपको आधे घंटे पहले ट्रेन में घुसने का मौका मिल जाएगा।रेलवे के नियमोंके बारे में आपको पता है, तो यात्रा में परेशानी नहीं होगी।
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