आज के समय में डिजिटल ट्रांसेक्शन्स बढ़ने के साथ-साथ इससे जुड़े धोखाधड़ी के मामले भी बढ़ गए हैं। अक्सर सुनने में आता है कि डिटिजल ट्रांसेक्शन या पेमेंट के दौरान लोगों को लाखों का चूना लग जाता है। पुणे की 25 साल की सॉफ्टवेयर इंजीनियर के साथ भी कुछ ऐसी ही घटना घटी। इस महिला ने ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट से एक नेल पॉलिश ऑर्डर की, जिसकी कीमत थी महज 388 रुपए, लेकिन इस शॉपिंग में उसके साथ धोखाधड़ी हो गई और उन्होंने करीब 92466 रुपए गंवा दिए। साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में वर्षों का अनुभव रखने वाले पवन दुग्गल से हमने इस बारे में बात की। आइए जानते हैं कि उन्होंने इस तरह की धोखाधड़ी से बचने के लिए क्या सुझाव दिए-
डिजिटल पेमेंट के दौरान इस तरह हुआ फ्रॉड
सॉफ्टवेयर इंजीनियर महिला जब प्रॉडक्ट के बारे में जानने के लिए कस्टमर केयर का नंबर मिला रही थी, तभी उसके साथ यह घटना हुई। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 17-30 दिसंबर के बीच यह घटना हुई। इस बारे में इस महिला ने थाने में एफआईआर दर्ज कराई है और इस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दो लोगों को आईपीसी के इंफॉर्मेशन और टेक्नोलॉजी एक्ट के तहत हिरासत में भी लिया गया है।
नेल पॉलिश के लिए ट्रांसफर किए थे 388 रुपये
एक बड़े मीडिया हाउस की रिपोर्ट के अनुसार इस महिला ने नेल पेंट की ऑनलाइन शॉपिंग अपने स्मार्टफोन की एक एप्लीकेशन के जरिए की थी। इस ऐप के जरिए इस महिला ने अपने बैंक खाते से प्राइवेट बैंक अकाउंट में 388 रुपए ट्रांसफर किए थे।
डिजिटल पेमेंट के दौरान सावधानी जरूरी
रिपोर्ट्स के अनुसार इस महिला को नेल पॉलिश मिलने की जो डिलीवरी डेट बताई गई थी, उस पर उसे आर्डर नहीं मिला। इस बारे में देरी होने पर उसने शॉपिंग वेबसाइट पर लिखे एक कस्टमर केयर नंबर पर कॉल किया। इस पर जो व्यक्ति कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव के तौर पर इस महिला से बात कर रहा था, उसने कहा कि उसे उस प्रॉडक्ट के लिए पेमेंट नहीं मिली है।
एक्जीक्यूटिव ने महिला ने भरोसा दिलाया कि उसे उसका पैसा मिल जाएगा और वह उससे अपना कॉन्टेक्ट नंबर शेयर कर ले। महिला उस धोखेबाज व्यक्ति के झूठे आश्वासन में फंस गई और उससे अपना कांटेक्ट नंबर शेयर कर दिया। इसके बाद उसके खाते से 5 ट्रांजैक्शन हुए और उसके खाते से 90, 946 की बड़ी राशि एक झटके में निकल गई। यही नहीं उसके एक पब्लिक सेक्टर बैंक के खाते से भी 1500 की रकम निकल गई और इस तरह इस महिला को 92,446 की बड़ी रकम का नुकसान उठाना पड़ा।
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क्या कहते हैं साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट
View this post on InstagramDr.Pavan Duggal at The Hague summit for accountability in the digital age , The Hague Netherlands
साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट और सुप्रीम कोर्ट के वकील पवन दुग्गल बताते हैं कि महिलाएं ऑनलाइन होने वाली धोखाधड़ी की सॉफ्ट टार्गेट बनती हैं। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि वे ऑनलाइन ट्रांसेक्शन से जुड़े खतरों के बारे में बहुत ज्यादा सजग नहीं होतीं। इसीलिए ऑनलाइन ट्रांसेक्शन/पेमेंट में फाइनेंशियल फ्रॉड से बचने के लिए इन बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है-
- फाइनेंशियल पेमेंट हमेशा सुरक्षित और विश्वसनीय वेबसाइट पर करें। हमेशा ऐसे वेबसाइट पर भरोसा करें, जो https से प्रारंभ होते हैं।
- अपने क्रेडिट कार्ड की लिमिट कम से कम रखें।
- एसएमएस सेवा को एक्टिवेट कराएं, ताकि सभी ट्रांसेक्शन्स की डीटेल्स आपको तुरंत मिल जाएं।
- किसी अनजान व्यक्ति के साथ अपनी फाइनेंशियल डीटेल्स शेयर ना करें। ऑनलाइन बैंकिंग करती हैं तो अपने स्टेटमेंट को हर 3 दिन में जरूर चेक करें
- किसी भी तरह का अनावश्यक ट्रांसेक्शन अपने अकाउंट पर दिखे तो इस बारे में क्रेडिट कार्ड कंपनी और अपने बैंक से शिकायत दर्ज करें। जहां तक हो सके, घटना के 72 घंटे के अंदर अपनी शिकायत दर्ज कराएं और 0 लायबिलिटी के बेनिफिट का लाभ उठाएं।
- इसके साथ ही साइबर सुरक्षा को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं, क्योंकि जहां आपकी सावधानी हटेगी, वहां दुर्घटना घटने की आशंका बहुत ज्यादा बढ़ जाती है।
All Images Courtesy: Pexels
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