Basant Panchami 2024: बसंत पंचमी पर क्यों किया जाता है विद्यारंभ संस्कार? जानें इसकी मान्यता और महत्व

हिंदू धर्म का खास पर्व बसंत पंचमी इस साल 14 फरवरी, दिन बुधवार को मनाया जाएगा। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन विद्यारंभ संस्कार का भी विशेष महत्व बताया गया है

What is vidyarambh sanskar in hindi

Basant Panchami 2024: सनातन धर्म में बसंत पंचमी का विशेष महत्व होता है। पंचांग के अनुसार, यह हर साल माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। इस साल यह त्योहार 14 फरवरी, दिन बुधवार को सेलिब्रेट किया जाना है। पौराणिक कथाओं के मुताबिक, बसंत पंचमी के दिन ही मां सरस्वती का अवतरण हुआ था। इसलिए इस दिन ज्ञान की देवी मां सरस्वती की पूजा करने का भी विधान है। यही नहीं, बसंत पंचमी का यह खास दिन विद्यारंभ संस्कार कराने के लिए भी बेहद शुभ माना जाता है। तो चलिए इस बारे में विस्तार से जानते हैं।

क्या है विद्यारंभ संस्कार?(What Is Vidyarambh Sanskar)

Vidyarambha Sanskar niyam in hindi

धर्म ग्रंथों के मुताबिक, विद्यारंभ संस्कार सोलह संस्कारों में से एक माना जाता है। यह विद्या और आरंभ जैसे दो शब्दों के मेल से बना है, जिसका शाब्दिक अर्थ है- विद्या या शिक्षा की शुरुआत करना। यह तब किया जाता है, जब बच्चा शिक्षा ग्रहण करने योग्य हो जाता है। कहा जाता है कि संस्कारों और शिक्षा से ही व्यक्ति का जीवन संवरता है। इसलिए पढ़ाई शुरू करने से पहले बच्चे का विद्यारंभ संस्कार अवश्य किया जाता है। इससे जीवन में कई सारे बदलाव आते हैं और बच्चा बड़ा होकर सभ्य व आदर्श बनता है।

आखिर बसंत पंचमी पर क्यों किया जाता है विद्यारंभ संस्कार?

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, बसंत पंचमी के दिन श्रेष्ठ योग होने के साथ ज्ञान की देवी मां सरस्वती का भी खास दिन माना जाता है। यही कारण है कि विद्यारंभ संस्कार के लिए बसंत पंचमी का दिन बेहद शुभ होता है। मान्यता है कि इस दिन से शुरू की गई शिक्षा का असर बच्चे की तरक्की पर पड़ता है और आगे जाकर वह सफलता पाने में सक्षम होता है।

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विद्यारंभ संस्कार का महत्व (Vidyarambh Sanskar Significance)

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बसंत पंचमी का त्योहार ज्ञान, विद्या, कला और संगीत की देवी मां सरस्वती का विशेष दिन होता है। कहते हैं, इस दिन विद्यारंभ बच्चे को विद्यारंभ संस्कार करवाने से बच्चे पर मां सरस्वती की सदैव कृपा बनी रहती है। दरअसल, विद्यारंभ संस्कार के जरिए बच्चे में शिक्षा के प्रति जिज्ञासा और उत्सुकता का भाव जागृत किया जाता है।(घर पर ऐसे मनाएं सरस्वती पूजा)

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Image credit: Jagran, Wikipedia, Herzindagi

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