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मां सरस्वती को बसंत पंचमी के दिन जरूर चढ़ाएं ये फूल, मिलेगी माता की कृपा

14 फरवरी को देशभर में वसंत पंचमी का त्यौहार मनाया जाएगा, यह पर्व माता सरस्वती को समर्पित है। पीला भोग से लेकर पीली फूल तक माता सरस्वती के पूजा में ये चीजें जरूर चढ़ाएं। <div>&nbsp;</div>
Editorial
Updated:- 2024-02-01, 14:02 IST

माता सरस्वती को विद्या की देवी कहा जाता है। मां सरस्वती की कृपा जिस व्यक्ति पर होती है उसकी बुद्धि बहुत तेज होती है और पढ़ाई-लिखाई में उसका अच्छे से मन लगता है। वसंत पंचमी का त्यौहार सभी विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए बहुत खास है। इस साल 14 फरवरी को वसंत पंचमी का पर्व मनाया जाएगा। विशेष पूजा अनुष्ठान के अलावा कई तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। वैसे तो अन्य देवी-देवताओं के मुकाबले माता सरस्वती की पूजा बहुत साधारण और सरल होती है, ऐसे में यदि आप वसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती की पूजा करने वाले और उन्हें प्रसन्न करना चाहते हैं, तो अपनी पूजा की थाल में माता के प्रिय इन फूलों को जरूर शामिल करें।

शास्त्रों के अनुसार माता सरस्वती को सफेद और पीले रंग बहुत प्रिय है, ऐसे में आप सरस्वती पूजा के लिए पीला और सफेद रंग के फूल को चढ़ा सकते हैं। सफेद और पीले रंग के आपको कई सारे फूल मिल जाएंगे, लेकिन फूल चढ़ाते वक्त इस बात का खास ध्यान रखें कि फूल बासी या सूखे न हो, ताजे और शुद्ध फूल का ही पूजा में इस्तेमाल करें। इसके अलावा यदि आपके पास पीले और सफेद रंग के फूल अधिक हैं, तो आप माता की श्रृंगार के लिए माला भी गूंथ सकते हैं।

इन फूलों से करें माता सरस्वती की पूजा

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सरस्वती पूजा के लिए आप सफेद और पीले रंग के कनेर, गुलाब, चांदनी और गेंदे के फूलों का उपयोग कर सकते हैं। सर्दियों में गेंदे का फूल अच्छी मात्रा में मिल जाता है, तो आप पूजा और माला बनाने के लिए गेंदे के फूल का चुनाव कर सकते हैं। माता सरस्वती की पूजा के लिए आप चंपा और चमेली के फूलों का भी उपयोग कर सकते हैं।

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मां सरस्वती को न चढ़ाएं ये फूल

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माता सरस्वती के पूजा में बहुत से लोग केतकी के फूलों का भी उपयोग करते हैं, आपको बता दें कि देवी-देवताओं की पूजा में केतकी का फूल वर्जित है इसलिए भूल से भी माता सरस्वती की पूजा में केतकी के फूल का उपयोग न करें। केतकी के अलावा आप केसरिया या केसरइय्या के फूल का उपयोग कर सकते हैं।

इसके अलावा बासी, मुरझाए और जमीन पर गिरे हुए फूल को माता सरस्वती की पूजा और माला बनाने के लिए इस्तेमाल न करें। ऐसे फूल चढ़ाने से माता नाराज हो सकती हैं, साथ ही पूजा के दूसरे सामानों के साथ शुद्धता और पवित्रता का खास ध्यान रखें।

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Image Credit: Freepik

 

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