हाल ही में ऋषि कपूर की ल्यूकीमिया से असमय मौत होने पर सोशल मीडिया में इस परिवार को लेकर काफी चर्चा हुई थी। नीतू सिंहअपने पति ऋषि कपूर के हर दुख-सुख में उनके साथ रहीं और अंतिम घड़ी में भी उनके साथ थीं, लेकिन इस दौरान बेटी रिद्धिमा दिल्ली में थीं और लॉकडाउन के कारण ऋषि कपूर के अंतिम संस्कार में नहीं पहुंच सकी थीं। नीतू ने अपने बेटे रणबीर कपूर को लेकर अब तक ऐसी बहुत सी बातें कहीं हैं, जिनसे जाहिर होता है कि वह रणबीर के लिए कितनी केयरिंग हैं। वहीं रणबीर भी अपनी मां को लेकर काफी ज्यादा इमोशनल हैं। लेकिन एक समय ऐसा भी था, जब नीतू ने खुद रणबीर कपूर को अलग घर में रहने की सलाद दी थी।
बांद्रा वाले घर में रहते थे रणबीर कपूर
रणबीर कपूर टीनेज में अपने मम्मी-पापा के साथ बांद्रा स्थित घर में रहा करते थे। उस दौरान मम्मी-पापा से अलग रहने के बारे में वह सोचते तो थे, लेकिन पेरेंट्स का घर छोड़कर जाने में संकोच करते थे। हालांकि घर पर रणबीर बिल्कुल आराम से थे और उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं थी। इसी दौरान नीतू ने रणबीर को सलाद दी थी कि वह अपना अलग घर लेकर रहें। रणबीर ने मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में बताया था, 'मैं हमेशा चाहता था कि मैं अकेला रहूं, लेकिन मेरे अलग रहने का विचार मेरी मां ने दिया था। उन्होंने मुझे कहा कि पिता के घर में तुम बहुत दिन रह लिए, हालांकि भारत में पेरेंट्स के साथ रहने की परंपरा है, लेकिन वह चाहती थीं कि मैं अपनी शर्तों पर जियूं।'
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मां ने रणबीर को अलग रहने के लिए किया प्रेरित
जब रणबीर अमेरिका में पढ़ाई कर रहे थे, तब से लेकर कामयाब एक्टर बनने तक, रणबीर कपूर अपने पेरेंट्स के घर पर ही रहे, लेकिन मां की सलाह के बाद उन्होंने अपना विचार बदल लिया। इस बारे में रणबीर कपूर ने मीडिया को दिए इंटरव्यू में कहा, 'शुरुआत में मुझे थोड़ा संकोच हो रहा था, क्योंकि मैं अपने पेरेंट्स के घर में बहुत आराम से रहा करता था। मेरे पेरेंट्स मुझे पूरा स्पेस देते थे। लेकिन मेरी मां बार-बार मुझसे अलग रहने के लिए कह रही थीं। अब मुझे इस बात का अहसास होता है कि यह दुनिया की सबसे खूबसूरत चीज है। जब हमारा अपना घर होता है तो हम उस पर अपना अधिकार महसूस करते हैं।'
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रणबीर कपूर ने इसके साथ यह भी कहा कि अपने घर में रहना उनके लिए सबसे अच्छे फैसलों में से एक रहा। इससे वे खुद को ज्यादा रेसपॉन्सिबल फील करने लगे और उन्होंने यह भी ठान लिया कि पेरेंटस के साथ वह क्वालिटी टाइम जरूर बिताएंगे। रणबीर ने आगे बताया, 'पिता के घर में मैं हमेशा बच्चा हुआ करता था, लेकिन अपने घर में मैं घर का मालिक बन गया। यह बदलाव मेरे लिए जरूरी था।' इस तरह नीतू सिंह ने अपने बेटे रणबीर को आत्मनिर्भर बनाने में उनकी मदद की।
मां-बेटे के बीच है मजबूत बॉन्डिंग
बचपन में एक समय ऐसा भी आया था, जब ऋषि कपूर डिप्रेशन के दौर से गुजर रहे थे। उस दौरान वह काफी चिड़चिड़े हो गए थे और नीतू कपूर से भी उनकी अक्सर लड़ाई होती थी। इस दौरान कुछ वक्त के लिए नीतू सिंह अपने बच्चों को साथ अलग रहने लगी थीं। उस समय रणबीर अपनी मां के ज्यादा थे, जबकि पिता से उनकी भावनात्मक दूरियां बढ़ गई थीं। लेकिन वक्त के साथ कड़वाहटें मिट गईं और वे फिर साथ में रहने लगे थे। बचपन से लेकर बड़े होने तक नीतू कपूर ने बेटे रणबीर कपूर का हमेशा साथ दिया है और उनका हौसला बढ़ाया है।
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