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why doorstep of new home should be left on first holi

Holi 2025 Ki Manyataye: आखिर पहली होली पर क्यों छोड़ी जाती है नए घर की चौखट?

होली से जुड़ी कई लोक मान्यताएं हैं जिन्हें सामाजिक तौर पर महत्वपूर्ण माना गया है। इन्हीं में से एक मान्यता यह है कि होली के दिन आपको अपने नए घर की देहरी छोड़नी या बदलनी चाहिए।
Editorial
Updated:- 2025-03-05, 12:11 IST

फाल्गुन माह की पूर्णिमा के दिन होली मनाई जाती है। इस साल होली का पर्व 14 मार्च, दिन शुक्रवार को पड़ रहा है। होली के दिन जहां एक ओर धुलेंडी खेली जाती है तो वहीं, इस दिन कुछ लोक मान्यताएं भी हैं जिनका पालन करना आवश्यक माना गया है। इन्हीं में से एक है नए घर की देहरी को छोड़ना। होली से जुड़ी कई लोक मान्यताएं हैं जिन्हें सामाजिक तौर पर महत्वपूर्ण माना गया है। इन्हीं में से एक मान्यता यह है कि होली के दिन आपको अपने नए घर की देहरी छोड़नी या बदलनी चाहिए। आइये जानते हैं इसके पीछे का कारण ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से विस्तार में।

क्यों नए घर को पहली होली पर छोड़ना चाहिए?

होली को लेकर ऐसी मान्यता है कि अगर आप नए घर में प्रवेश कर चुके हैं और यह उस नए घर में पहली होली है तो ऐसे में नए घर को छोड़ना चाहिए और किसी अन्य जगह पर जाकर होली मनानी चाहिए।

pehli holi pr naye ghar ko chhodne ka kya mahatva hai

ये भी कहा जाता है कि नए घर में पहला त्यौहार होली नहीं होना चाहिए और न ही नए घर में पहली होली जलानी चाहिए। इसके पीछे ज्योतिष और धार्मिक दोनों ही तर्क मौजूद हैं जिनका उल्लेख शास्त्रों में भी है।

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धार्मिक दृष्टि से देखा जाए तो पहली होली पर नए घर को इसलिए छोड़ना चाहिए या देहरी बदलनी चाहिए क्योंकि इस पर्व के दौरान होलिका का दहन हुआ था यानी कि भक्त प्रहलाद की बुआ की मृत्यु हो गई थी।

यूं तो यह होलिका दहन कहलाता है लेकिन असल में यह एक प्रकार से मृत्यु शोक है। इसलिए होली से एक दिन पहले होलिका दहन शाम के समय करने के बाद नए घर को छोड़कर किसी अन्य स्थान पर जाना शुभ है।

pehli holi pr naye ghar ko chhodne ka kya karan hai

किसी मंदिर में जाना बहुत उत्तम माना जाता है। वहीं, होली जिस दिन खेली जाती है उस दिन शाम के समय आप घर पर लौटकर आ सकते हैं। इसके अलावा, इस मान्यता के पीछे का एक ज्योतिष एंगल भी मौजूद है।

ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि होली के दोनों दिन यानी कि धुलेंडी और होलिका दहन पर नकारात्मक ऊर्जाओं का संचार बढ़ जाता है। ऐसे में जिन घरों का औरा कमजोर होता है उन घरों में ये ऊर्जाएं जल्दी प्रवेश करती हैं।

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ऐसे में इसका एक मात्र यही उपाय है कि होलिका दहन की पूजा के बाद आप किसी अन्य दिव्य स्थान पर चले जाएं और होली की शाम को लौटकर आएं। इससे बंद घर में नकारात्मकता का प्रवेश नहीं हो पाएगा।

pehli holi pr kyu chhodte hain naye ghar ki dehri

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