LPG का इस्तेमाल आज घर-घर में होता है। एक समय था जब महिलाएं लकड़ी या गोबर के उपले जलाकर चूल्हा जलाती और खाना पकाती थीं। लेकिन, आज हर घर में सिलेंडर और स्टोव है। एलपीजी ने रसोई में खाना बनाने की प्रक्रिया को बहुत आसान कर दिया है और महिलाओं को भी सेहत का खजाना दिया है। लेकिन, क्या कभी आपने गैस जलाते समय यह सोचा है कि निकलने वाली आग नीले रंग की क्यों होती है। जी हां, अगर आप चूल्हे की आग देखेंगे तो वह पीले, नारंगी या ऑरेंज रंग की होती है। वहीं, एलपीजी गैस के चूल्हे में नीले रंग की लौ जलती है।
एलपीजी गैस की लौ नीले रंग की क्यों होती है, यह जानने से पहले यहां जान लेते हैं कि आखिर LPG क्या होता है। दरअसल, LPG की फुल फॉर्म लिक्विफाइड पेट्रोलियम गैस होती है। यह एक तरह का पेट्रोलियम होता है, जो प्रोपेन और ब्यूटेन गैस के मिक्सचर से बनता है। इस मिक्सचर को लिक्विड के फॉर्म में सिलेंडर में स्टोर किया जाता है। जब स्टोर गैस सिलेंडर को स्टोव से कनेक्ट किया जाता है, तब हवा के संपर्क में आने और प्रेशर हटने से वह गैस में बदल जाती है। इसी गैस से स्टोव जलता है और खाना पकता है। आइए, अब यहां समझते हैं कि एलपीजी गैस से निकलने वाली लौ का रंग नीला क्यों होता है।
क्यों नीली जलती है LPG गैस की लौ?
एलपीजी गैस की लौ नीले रंग के होने के पीछे सीधा-सा साइंस है। दरअसल, एलपीजी में कार्बन की मात्रा कम होती है और यह पूरी तरह से जलने के बाद कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) और पानी (H20) का निर्माण करती है। यही वजह है कि इसका रंग नीला होता है। वहीं, जिस भी ईंधन में कार्बन ज्यादा होता है उसका रंग नीला नहीं, बल्कि लाल, नारंगी या पीला होता है।
आप जब भी अगली बार लकड़ी, कोयला या दीपक जलाएं तो इस बात को नोटिस कर सकती हैं कि उसकी लौ का रंग, एलपीजी की लौ से कितना अलग है।
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LPG से नहीं होता है धुआं और प्रदूषण
लकड़ी, कोयला और गोबर के उपलों पर जब चूल्हे में जलाकर खाना पकाया जाता है, तब उसमें खूब धुआं उठता है जिसकी वजह से महिलाओं को लंग्स यानी फेफड़ों की समस्या का सामना करना पड़ता था। लेकिन, एलपीजी ने इस समस्या को काफी हद तक कम कर दिया है। ऐसा इसलिए, क्योंकि एलपीजी सिलेंडर में मौजूद प्रोपेन और ब्यूटेन जलने पर प्रदूषण और धुआं नहीं करते हैं। इन दोनों गैस का पूरी तरह से जलना पूर्ण दहन कहलाता है।
दूसरे रंग की लौ का क्या होता है मतलब?
अगर आपके स्टोव से नीली की जगह लाल, पीली या नारंगी रंग की लौ निकल रही है, तो इसका मतलब है कि एलपीजी का पूर्ण दहन नहीं हो रहा है। ऐसा नहीं होने की वजह से कार्बन ज्यादा निकलता है और अगर आपने गैस स्टोव बंद कमरे में रखा है तो यह नुकसानदायक भी हो सकता है। ऐसे में इस समस्या को जल्द से जल्द ठीक करने की जरूरत होती है।
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LPG स्टोव से नीली लौ नहीं निकलने पर क्या करें?
एलपीजी गैस से नीली लौ नहीं निकल रही है, तो इसपर घबराने की जरूरत नहीं है। ऐसा इसलिए, क्योंकि आप आसानी से इसे ठीक कर सकते हैं। लेकिन, सबसे पहले गैस सिलेंडर का रेगुलेटर बंद कर दें और फिर स्टोव की क्लीनिंग करें। कई बार स्टोव के बर्नर में कार्बन फंस जाने की वजह से गैस ठीक से पास नहीं हो पाती है। ऐसे में आप बर्नर को सुई और फिर पानी की मदद से क्लीन कर लें। बर्नर का पानी जब सूख जाए, तो उसे फिर से स्टोव से कनेक्ट करके इस्तेमाल कर सकते हैं।
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