हिंदू धर्म में पूजा पाठ का विशेष महत्व है। पूजा के लिए फूलों को जरूरी पूजन सामग्री में से एक बताया गया है। सभी तरह के धार्मिक अनुष्ठानों में पुजन के लिए फुलों का उपयोग किया जाता है। फूलों के महत्व को लेकर शारदा तिलक नामक पुस्तक में यह कहा गया है कि 'देवस्य मस्तकं कुर्यात्कुसुमोपहितं सदा' जिसका अर्थ है देवताओं के मस्तक हमेशा फूलों से सुशोभित रहना चाहिए। नियमित पूजन के दौरान भगवान को फूल चढ़ाया जाता है। लेकिन, क्या आपको पता है कि सभी देवी देवताओं के पसंदीदा फूल अलग होते हैं। मान्यता है कि भगवान के प्रिय फूल चढ़ाकर उन्हें प्रसन्न कर सकते हैं। आज के लेख में हम आपको भगवान विष्णु के प्रिय फूलों के बारे में बताएंगे जो उन्हें पसंद हैं।
भगवान विष्णु को कमल, कदम, चंपा, चमेली, केतकी, केवड़ा, वैजयंती, तुलसी के मंजरी और अशोक के फूल बेहद प्रिय हैं। भगवान विष्णु के पूजन के दौरान उन्हें विशेष रूप से तुलसी की मंजरी और पत्ते अर्पित किए जाते हैं। तुलसी की मंजरी और पत्ते चढ़ाने से भगवान शीघ्र प्रसन्न होते हैं।
धार्मिक ग्रंथों में यह बताया गया है कि विष्णु जी को कदंब के फूल बेहद पसंद है। कहा जाता है कि कदम्ब के फूल चढ़ाने से श्री हरी विष्णु जल्दी प्रसन्न होते हैं। मान्यता है कि विष्णु जी को कदम्ब के फूल चढ़ाने से मनुष्य को मृत्यु के बाद यमराज के यातनाओं का सामना करना नहीं पड़ता है।
रोजाना भगवान विष्णु और कान्हा जी को तुलसी की मंजरी और पत्ते चढ़ाने से दस हजार जन्मों के पाप दूर हो सकते हैं। साथ ही इस बात का खास ध्यान रखें कि रविवार और एकादशी के दिन तुलसी के पत्ते और मंजरी न तोड़ें। साथ ही एकादशी के दिन भगवान विष्णु को शमी के पत्र और पुष्प अर्पित करने से यमराज के कष्टों से मुक्ति मिलती है।
इसे भी पढ़ें: पूजा के समय आरती के चारों ओर जल से क्यों किया जाता है आचमन
भगवान विष्णु को पीला रंग अति प्रिय है। इसलिए पूजन के दौरान इन्हें पिले फल, पुष्प और प्रसाद अर्पित किया जाता है। विष्णु जी को पिले कमल, केसरिया और चंपा के फूल चढ़ाने से जीवन-मृत्यु के चक्र से मुक्ति मिल सकता है। इसके अलावा गुलाब के फूल से भगवान विष्णु की पूजा करने से श्री हरि नारायण के साथ माता लक्ष्मी की भी कृपा मिलती है।
भगवान विष्णु को खुशबू वाले फूल बहुत पसंद हैं। विष्णु जी को प्रसन्न करने के लिए उन्हें सुगंधित फूल चढ़ाएं। सुगंधित फूल में मोगरा (मोगरे के पेड़ में आएंगे ढेरों फूल बस करें ये 6 काम), चंपा, चमेली और पारिजात जैसे पुष्प अर्पित कर सकते हैं। इसके साथ ही श्री हरि विष्णु को अगस्त्य फूल चढ़ाने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
इसे भी पढ़ें: कब है अक्षय तृतीया? जानें महत्व और सोना खरीदने का शुभ मुहूर्त
विष्णु जी के इन प्रिय फूलों को चढ़ाकर आप भी भगवान श्री हरि नारायण को प्रसन्न कर सकते हैं। हमें उम्मीद है कि आपको यह लेख पसंद आया होगा। इसे अपने परिवार वालों और दोस्तों के साथ शेयर करें। ऐसे ही धर्म से जुड़े लेख पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी के साथ।
Image Credit: FreePik
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।