तुलसी की मंजरी कब तोड़नी चाहिए?

हिंदू धर्म में तुलसी को पूजनीय और बेहद पवित्र माना जाता है। वहीं, इस पर लगी मंजरी को तुलसी माता के सिर का भार कहा जाता है। इसी के साथ आइए मंजरी को तोड़ने के नियम के बारे में जान लेते हैं।

tulsi ki manjri kab todni chahiye

तुलसी को हिंदू धर्म में बेहद पवित्र और पूजनीय माना जाता है। मान्यता है कि जिस घर में तुलसी की नियमित पूजा होती है। वहां मां लक्ष्मी का वास होता है। यही कारण है कि लगभग हर भारतीय घरों में तुलसी का पौधा अवश्य ही होता है। लोग प्रतिदिन विधि-विधान से प्रतिदिन मां तुलसी की पूजा भी करते हैं। पौधे में जल देने से लेकर पूजा विधि तक तुलसी पूजन के लिए कई खास नियम बताए गए हैं। लेकिन, तुलसी के ऊपर लगी मंजरी को तुलसी माता के सिर का भार माना जाता है, जिसे तोड़कर हटा देना ही अच्छा होता। पंरतु, मंजरी कब हटानी चाहिए और कब नहीं, इसका ध्यान रखना भी जरूरी होता है। तो चलिए पंडित अनिल उपाध्याय जी से से जानते हैं कि किस तुलसी की मंजरी तोड़ना शुभ माना जाता है।

तुलसी की मंजरी कब तोड़नी चाहिए

tulsi ki manjari

तुलसी के पौधे पर लगी मंजरी को तुलसी माता के सिर का भार माना जाता है। ऐसे में, तोड़कर हटा देना ही शुभ होता है। पर, इसे तुरंत नहीं हटाना चाहिए। जब यह भूरी हो जाए, तभी तोड़ें। इसे रविवार और मंगलवार को छोड़ कर कभी भी आप तोड़ सकते हैं। ध्यान रखें मंजरी तोड़ने के बाद, यह पैरों के नीचे नहीं पड़नी चाहिए। क्योंकि यह भी तुलसी माता की ही अंस होती है।

तुलसी की मंजरी कब नहीं तोड़नी चाहिए

ऐसा माना जाता है कि मंजरी तुलसी माता का नाखून होता है, जिसे हटा देना चाहिए। हालांकि, इसे कभी भी शाम के समय नहीं तोड़ना चाहिए। इसके अलावा, रविवार और मंगलवार को तुलसी की मंजरी तोड़ना शुभ नहीं माना जाता है। ऐसे में कभी भी इस दिन तुलसी की मंजरी को न तोड़ें। इससे तुलसी माता नाराज हो सकती हैं।

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भगवान विष्णु को प्रिय है तुलसी

plucking tulsi leaves

तुलसी भगवान विष्णु को बेहद प्रिय है। यही कारण है कि विष्णु भगवान की पूजा में तुलसी चढ़ाई जाती है। वहीं, तुलसी की मंजरी को भी भगवान विष्णु पर चढ़ाना शुभ माना जाता है। दरअसल, तुलसी को माता लक्ष्मी का ही स्वरूप कहा जाता है। कहते हैं, तुलसी माता की विधिवत पूजन करने से माता लक्ष्मी संग भगवान विष्णु भी प्रसन्न होते हैं। साथ ही, भक्तों पर अपनी कृपा बरसाते हैं।

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Image credit- Herzindagi

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