ग्रहों की शांति के लिए भोजन में शामिल करें ये चीजें

ग्रहों की खराब दशा यदि आपके जीवन में भी चुनौतियां ला रही है, तो उन्हें शांत करने के लिए अपने भोजन में इन चीजों को जरूर शामिल करें। 

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सौर्य मंडल में मौजूद ग्रहों की अवस्था और स्थान का केवल प्रकृति पर ही असर नहीं पड़ता है, बल्कि ये ग्रह मानव जीवन को भी प्रभावित करते हैं। ऐसे में कुंडली में अलग-अलग ग्रहों की स्थिति पर यह बात निर्भर करती हैं कि व्यक्ति को अपने जीवन में किन चुनौतियों का सामना करना होगा और उसके लक्ष्‍य कैसे और कब पूरे होंगे।

ऐसा जरूरी नहीं है कि सभी ग्रह एक साथ मजबूत हो जाएं या फिर एक साथ कमजोर पड़ जाएं, मगर समय-समय पर यह ग्रह व्यक्ति के जीवन को अच्छी या बुरी तरह से प्रभावित करते हैं। इस विषय पर हमारी बात उज्जैन के ज्योतिषाचार्य एवं पंडित मनीष शर्मा जी से हुई। मनीष जी कहते हैं, 'हर ग्रह का अपना एक अलग स्वभाव होता है। अपने स्वभाव के आधार पर ही वह व्यक्ति के जीवन को प्रभावित करता है। आमतौर पर जब कोई ग्रह कमजोर होता है, तो संकेत के रूप में व्यक्ति के जीवन में कुछ उतार-चढ़ाव आने लग जाते हैं। ऐसे में हर ग्रह को शांत करने और मजबूत बनाने के अलग-अलग उपाय हैं। मगर आप केवल अपने भोजन में छोटे-छोटे बदलाव करके भी ग्रह को शांत कर सकते हैं। '

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बुध ( Mercury)

बुध ग्रह का मजबूत होना बहुत ही महत्वपूर्ण होता है क्योंकि यह हमारी आर्थिक स्थिति, व्यापार और नौकरी को प्रभावित करता है। यदि कुंडली में बुध नीच भाव में है, तो उसे मजबूत बनाने के लिए आपको आहार में हरी सब्जियों, हरी दाल और हरे फलों को शामिल करना चाहिए।

शुक्र (Venus)

शुक्र ग्रह भोग, विलासिता, वैवाहिक सुख, सौंदर्य आदि का कारक होता है। इस ग्रह के स्वामी शुक्राचार्य होते हैं। यह ग्रह आपके दिमाग को भी प्रभावित करता है। इसलिए शुक्र को मजबूत बनाए रखने के लिए और शुक्र देव की कृपा पाने के लिए आपको अपने भोजन में सफेद चीजों का अधिक से अधिक सेवन करना चाहिए।

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मंगल (Mars)

अगर आपकी कुंडली में मंगल अशुभ है तो आपको अपने आहार में गुड़, अनार, मसूर की दाल और शहद आदि को शामिल करना चाहिए। कोशिश करें कि अपनी भोजन की थाली में अधिक से अधिक लाल चीजों को शामिल करें। आपको बता दें कि मंगल ग्रह मेष और वृश्चिक राशि का स्वामी है, साथ ही यह ऊर्जा एवं पराक्रम का कारक है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल ग्रह सही स्थिति में न हो तो मंगल दोष (मंगल दोष के उपाय) बन जाता है। सबसे ज्यादा यह दोष व्यक्ति के वैवाहिक जीवन को प्रभावित करता है।

बृहस्‍पति (Jupiter)

बृहस्पति ग्रह को शिक्षा का कारक माना गया है। यह धनु और मीन राशि का स्वामी है। यदि कुंडली में बृहस्पति लग्न भाव में स्थित होता है तो जातक को भाग्यशाली माना जाता है, वहीं बृहस्पति के कमजोर होने पर जीवन में अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। सबसे ज्यादा आपको अपने करियर में उतार-चढ़ाव देखने पड़ते हैं। आप यदि भोजन में पीली चीजों का सेवन अधिक करते हैं, तो आपको बहुत अधिक फायदा होगा। आप चने की दाल, बेसन मक्का, केला, हल्दी आदि का सेवन करें। पीले फलों का सेवन भी आपको लाभ पहुंचाएगा।

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शनि (Saturn)

शनि ग्रह के स्वामी शनि देव हैं। शनि का नाम सुनते ही मन में भय बैठ जाता है। दरअसल, भगवान शनि को न्याय का देवता माना जाता है। यदि शनि कमजोर है, तो जीवन में अनेक प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। आपकी सेहत से लेकर आर्थिक स्थिति तक सभी कुछ शनि की दशा खराब होने पर प्रभावित होता है। ऐसे में आपको शनि ग्रह को मजबूत बनाने के उपाय के तौर पर अपने भोजन में मूंगफली का तेल, लौंग, तिल आदि को शामिल करना चाहिए।

सूर्य (Sun)

व्यक्ति सूर्य ग्रह से ऊर्जा एवं प्रकाश प्राप्त करता है। सूर्य पिता का प्रतिनिधित्व करता है। यदि सूर्य प्रभावी होता है व्यक्ति जीवन में यश प्राप्त करता है, वहीं यदि सूर्य कमजोर स्थिति में होता है तो जातक में अहंकार और क्रोध आ जाता है, जो सभी साकारात्‍मक ऊर्जा को नष्ट कर देता है। इसलिए सूर्य को मजबूत बनाने के लिए आपको भोजन में गेहूं, आम और गुड़ आदि का सेवन करना चाहिए।

चंद्र (Moon)

चंद्र ग्रह को मन का कारक माना जाता है। यदि चंद्रमा कमजोर होगा तो मन विचलित रहेगा। इसके साथ ही चंद्रमा के मजबूत होने पर जातक सुंदर और आकर्षक छवि वाला होता है। वहीं चंद्रमा कमजोर है , तो मानसिक तनाव, वैवाहिक जीवन में दुख कमजोर याददाश्त होने की शिकायत हो सकती है। चंद्रमा को मजबूत बनाने के लिए भोजन में सफेद रंग की चीजों का सेवन करें।

राहु-केतु(Rahu-Ketu)

राहु और केतु दोनों ही छाया ग्रह होते हैं। यह दोनों ग्रह एक साथ जब किसी दूसरे ग्रह के साथ बैठते हैं, तो उस ग्रह के अच्छे प्रभाव को कम कर देते हैं। ऐसे में राहु-केतु को शांत करने के लिए सरसों का तेल, तिल और उड़द दाल का प्रयोग करें।

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Image Credit: Freepik

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