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Triveni Sangam Snan: क्या है त्रिवेणी का असली अर्थ? महिलाओं की इस एक चीज है नाता

Maha Kumbh 2025: त्रिवेणी शब्द का शाब्दिक अर्थ होता है तीन नदियों का संगम और यह भारतीय संस्कृति में एक विशेष महत्व रखता है। लेकिन क्या आपको पता है आखिर त्रिवेणी शब्द ही क्यों चुना गया। चलिए जानते हैं इसका सही अर्थ-
Editorial
Updated:- 2025-02-05, 16:24 IST

Significance of Triveni Sangam: त्रिवेणी शब्द का शाब्दिक अर्थ होता है तीन नदियों का संगम और यह भारतीय संस्कृति में विशेष महत्व रखता है। आमतौर पर प्रयागराज में स्थित त्रिवेणी संगम से जोड़ा जाता है, जहां गंगा, यमुन और सरस्वती नदियां मिलती हैं। यह स्थान हिन्दू धर्म में बहुत पवित्र माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि यहां स्नान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। तीन नदियों के संगम को त्रिवेणी नाम से जाना जाता है। अब ऐसे में अगर मैं आपसे पूछूं कि आखिर त्रिवेणी शब्द ही क्यों चुना गया, तो संभवता आपके मन में यह जवाब आएगा कि तीन नदियां बहती हैं इसलिए। लेकिन आपको बता दें कि त्रिवेणी शब्द का खास अर्थ है। इस लेख में आज हम आपको त्रिवेणी का असली मतलब बताने जा रहे हैं।

संगम स्थल प्रयागराज

Prayagraj Kumbh Mela

12 पूर्ण कुंभ के बाद महाकुंभ का आयोजन होता है, जो करीब 144 वर्षों बाद आता है। इस साल यह पर्व प्रयागराज में आयोजित किया जा रहा है। इस पर्व में शामिल होने के लिए देश-दुनिया से करोड़ों लोग संगम में डुबकी लगा रहे हैं। संगम को त्रिवेणी के नाम से जाना जाता है। तीन नदियों के समागम स्थल को त्रिवेणी कहा जाता है। यहां पर स्नान करने को लेकर ऐसी मान्यता है कि यहां पर डुबकी लगाने से व्यक्ति को मोक्ष मिलता है और उसके द्वारा किए गए पापों से मुक्ति मिलती है। साथ ही श्रद्धालु पर भगवान विष्णु का आर्शीवाद बना रहता है।

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त्रिवेणी का अर्थ

तीन नदियों के संगम को त्रिवेणी कहा जाता है। अब ऐसे में सवाल आता है कि आखिर त्रिवेणी हम इसे त्रि-नदी या कुछ और भी नाम दिया जा सकते थे। जैसा कि हम इस सभी इस बात से अवगत है कि किसी कार्य को करने से पहले उस बात पर काफी विचार-विमर्श होता है। इसी प्रकार शायदा त्रिवेणी नाम को लेकर भी है। अगर बात त्रिवेणी के वास्तविक अर्थ कि करें, तो उसका संबंध महिला द्वारा की जाने वाली चोटी है। अब आप सोच रहे होंगे कि कैसे। बता दें कि जिस प्रकार महिला चोटी बनाने के लिए पहले वह अपने बाल को तीन भागों में बांटती है। उसके बाद इन तीन हिस्सों को मिलाकर चोटी का गुथती है। अगर आप गौर करें तो चोटी बनने के बाद उसमें केवल दो हिस्से दिखाई देते हैं।
उसी प्रकार त्रि का मतलब तीन और वेणी का मतलब चोटी है, जिस प्रकार बाल गूथने के बाद उसके केवल दो हिस्से दिखाई देते हैं। ठीक उसी प्रकार संगम जहां पर गंगा, यमुना और सरस्वती नदी आकर मिलती है और आखिर में वह विलुप्त हो जाती है।

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Image credit- Freepik

 

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