गर्म हवाओं के थपेड़ों से सभी त्रस्त हो चुके हैं। मगर चिपचिपे पसीने और गर्म हवाओं से एसी की ठंडी हवा ही हमें बचाती है। मगर इन दिनों एसी बहुत ज्यादा चलता है। लगातार एसी का इस्तेमाल न केवल बिजली ग्रिड और बिजली के बिलों पर भार डालता है, बल्कि एसी यूनिट्स तेजी से गर्म भी हो जाती हैं, जिसकी वजह से एसी का इस्तेमाल करना रिस्की भी हो सकता है।
बीते दिनों एसी के आग लगने की खबर भी आपने देखी होगी। तेज धूप के कारण बिजली की चीजों का इस्तेमाल कम करने की सलाह दी जाती है। इस चिलचिलाती गर्मी के दिनों में यूनिट का खराब होना एक बड़ी समस्या है! हालांकि, हम आपको ऐसे आइडियाज आज बताने वाले हैं, जिनकी मदद से न सिर्फ आप एसी की कूलिंग का मजा ले सकेंगे बल्कि उसे ओवरहीट होने से भी बचाएंगे।
एसी के टेंपरेचर को करें 24-25°C पर सेट
अपने AC को 24-25°C पर सेट करने से कम सेटिंग की तुलना में एनर्जी की खपत में काफी कमी आती है। कमरे को 16°C पर रखने पर एनर्जी बहुत अधिक इस्तेमाल होती है क्योंकि इस तापमान तक पहुंचने और बनाए रखने के लिए यूनिट को अधिक मेहनत करनी पड़ती है और अधिक समय तक चलना पड़ता है। 24-25°C टेंपरेचर चुनने से, एयर कंडीशनर अधिक कुशलता से काम करता है और कम बिजली की खपत करता है।
अपने AC को 24-25°C पर सेट करने से कंडेनसर कॉइल को ज्यादा गरम होने से बचाने में मदद मिलती है। जब आप टेंपरेचर को 16°C पर चलाते हैं, तो इससे कंडेनसर कॉइल लगातार पर दबाव बना रहता है, जिससे एसी फेल होने की संभावना हो सकती है।
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स्लीप मोड का करें इस्तेमाल
एयर कंडीशनर को स्लीप मोड पर सेट करने से भी काफी फायदा होता है। इससे टेंपरेचर आसानी से ट्रांजिशन्ड हो जाता है। आम तौर पर, AC कई घंटों में सेट तापमान को कुछ डिग्री तक बढ़ा देगा, जो आपके सोते समय शरीर के तापमान में प्राकृतिक गिरावट के साथ एलाइन होता है। इस तरह से कमरा बहुत ज्यादा ठंडा होने से बचता है और आप आराम से सो सकते हैं।
ऐसे में इलेक्ट्रिसिटी भी कम लगती है। स्लीप मोड बिजली के बिल को काफी कम करने में मदद करता है। रात भर फुल कैपिसिटी से चल रहे एसी पर काफी दबाव पड़ता है, जिससे वे तेजी से खराब हो जाते हैं मगर स्लीप मोड पर ऐसा नहीं होगा।
कंडेंसर को डायरेक्ट धूप से बचाएं
सनलाइट के सीधे संपर्क में आने से कंडेनसर ज्यादा गर्म हो सकता है। ज्यादा गर्म होने से कंडेनसर कॉइल और अन्य कॉम्पोनेंट्स को नुकसान पहुंच सकता है, जिससे उसकी एफिशियंसी में कमी आ सकती है और संभावित ब्रेकडाउन हो सकता है। इसलिए हीट इंसुलेशन कवर से कंडेनसर को बचाकर रखें। यह अत्यधिक तापमान के कारण होने वाले टूट-फूट के जोखिम को भी कम करता है और यह सुनिश्चित करता है कि एसी लंबे समय तक चलता रहे। इतना ही नहीं, जब कंडेनसर में तेज धूप लगती है, तो उसे गर्मी को फैलाने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है।
यह प्रयास ठंडा करने की प्रक्रिया को धीमा कर सकता है, जिससे यह कम एफिशियंट हो जाता है। हीट इंसुलेशन कवर का उपयोग करने से कंडेनसर के लिए सही ऑपरेटिंग तापमान बनाए रखने में मदद मिलती है, जिससे यह कमरे को तेजी से ठंडा कर सकता है।
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एसी फिल्टर को डस्ट से ब्लॉक होने से बचाएं
जब मोटर या इसका फिल्टर गंदा या धूल से जाम होता है, तो उसे अपना काम करने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है। इस दबाव से अधिक बिजली खपत हो जाती है। इसलिए कोशिश करें कि आपका एसी का फिल्टर साफ रहे। उसकी नियमित सफाई सुनिश्चित करती है कि मोटर कुशलतापूर्वक चले और अनावश्यक बिजली की खपत कम हो।
अगर आप चाहते हैं कि एसी अच्छी तरह काम करें और कमरे को ठंडा करते रहे, तो हर 15-20 दिनों में मोटर या कम्पोनेंट को साफ करने करें। आप सफाई के लिए मुलायम ब्रश, हल्के डिटर्जेंट और पानी का उपयोग कर सकते हैं। सुनिश्चित करें कि पानी मोटर के इलेक्ट्रिकल कम्पोनेंट या बियरिंग्स में प्रवेश न करे, क्योंकि इससे डैमेज हो सकता है।
ये छोटे-छोटे एडजस्मेंट से आपको महत्वपूर्ण लाभ हो सकते हैं। आपका बिजली का बिल भी नहीं बढ़ेगा। एसी भी डैमेज नहीं होगा और कमरा भी ठंडा रहेगा। आप एसी को किस टेंपरेचर पर रखते हैं, हमें कमेंट करके जरूर बताएं।
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Image Credit: Freepik
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