घर में बिजली कनेक्शन की जरूरत, घर के सदस्यों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरणों की संख्या और प्रकार पर निर्भर करती है। आम तौर पर, 40 से 63 एम्पीयर घरों के लिए पर्याप्त होता है। लाइटिंग घर की खूबसूरती का एक जरूरी हिस्सा होता है। कमरे के आकार के अनुसार लाइटिंग का होना जरूरी है। इस लेख में हम आपको कमरे के आकार के अनुसार लाइटिंग के बारे में बताएंगे।
छोटे कमरे
छोटे कमरे में ज्यादा रोशनी का होना जरूरी है। सफेद रंग की दीवारें कमरे को बड़ा दिखाने में मदद करती हैं। हल्के रंग के पर्दे और फर्नीचर का इस्तेमाल करें। छत पर लाइटिंग का इस्तेमाल करें। दीवारों पर लाइटिंग का इस्तेमाल न करें।
बड़े कमरे
बड़े कमरे में कम रोशनी का होना जरूरी है। गहरे रंग की दीवारें कमरे को छोटा दिखाने में मदद करती हैं। भारी रंग के पर्दे और फर्नीचर का इस्तेमाल करें। फर्श पर लाइटिंग का इस्तेमाल करें। दीवारों पर लाइटिंग का इस्तेमाल करें।
लंबे कमरे
लंबे कमरे में कमरे के बीच में लाइटिंग का इस्तेमाल करें। दीवारों पर लाइटिंग का इस्तेमाल कमरे को चौड़ा दिखाने में मदद करेगा। छत पर लाइटिंग का इस्तेमाल कमरे को छोटा दिखाने में मदद करेगा।
चौड़े कमरे
चौड़े कमरे में कमरे के चारों ओर लाइटिंग का इस्तेमाल करें। छत पर लाइटिंग का इस्तेमाल कमरे को बड़ा दिखाने में मदद करेगा। दीवारों पर लाइटिंग का इस्तेमाल कमरे को छोटा दिखाने में मदद करेगा।
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भारत में घरों में बिजली की वोल्टेज कुछ इस तरह होती है:
एक फेज कनेक्शन
इसके लिए आपको अपने घर की लंबाई और चौड़ाई यानी लेंथ और ब्रेथ का पता होना चाहिए। यह 220-240 वोल्ट के बीच होता है। यह सबसे आम तरीका है जिससे घरों में बिजली दी जाती है।
थ्री फेज कनेक्शन
यह 415 वोल्ट के बीच होता है। यह इंडस्ट्रियल और कमर्शियल जगहों पर इस्तेमाल में आता है।
अगर आप 1,000 से गुणा करें, तो आपको 24 घंटों में होने वाली ऊर्जा खपत वाट में मिल जाएगी। यानी 29,360 वाट। वहीं, अगर इसे 24 से विभाजित (Divide) करें, तो पता चलता है कि औसत घर को 1,223 वाट बिजली की जरूरत होती है। घर में बिजली कनेक्शन के लिए, सिंगल फेज मीटर लगवाने के लिए 1 किलोवाट से 4 किलोवाट तक का आवेदन किया जाता है। अगर घर का लोड 4 किलोवाट से ज़्यादा यानी 5 किलोवाट से शुरू होकर कितना भी हो सकता है, तो थ्री फेज कनेक्शन मिलता है।
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अगर आप 2 किलोवाट का कनेक्शन लेते हैं, तो आप दो हजार वाट तक के उपकरण चला सकते हैं। जैसे- फ्रीज, पंखे, वाशिंग मशीन, लाइट, गीजर, टीवी और एसी। 5 किलोवाट बिजली कनेक्शन में ये चीज़ें चल सकती हैं। एक 1.5 टन का एयर कंडीशनर और एक 5 स्टार रेटेड एलईडी टीवी, एक ओवन और एक माइक।
अपने कमरे की लंबाई और चौड़ाई के हिसाब से लाइटिंग सेट करें
एक नियम ये भी है कि आप अपने कमरे की लंबाई और चौड़ाई दोनों 10-10 फीट है। नियम के मुताबिक आपको घर की लंबाई और चौड़ाई दोनों को एक दूसरे से गुणा करना है। फिर दस फीट लंबाई को दस फीट चौड़ाई से गुणा करने के बाद 100 स्क्वायर फीट उत्तर आएगा। इसके बाद आपको 100 स्क्वायर फीट को 0.6 से गुणा करना है। आखिर में 60 उत्तर आएगा। ऐसे में आपके कमरे में 60 वाट की लाइटिंग की जरूरत है। इस तरह आप अपने घर के भीतर के कमरे का मापन लेकर वहां पर कितनी लाइटिंग की जरूरत है। उसका पता कर सकते हैं।
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