आपने कभी गौर किया है कि आपके घर में आने वाले गैस सिलेंडर पर कुछ अंक और अक्षर लिखे होते हैं? ये कोड यूं ही नहीं लिखे होते हैं, इनका एक खास मतलब होता है। ये कोड सिलेंडर की सुरक्षा और उसकी मरम्मत से जुड़ी जरूरी जानकारी देते हैं।
गैस सिलेंडर पर लिखे कोड का क्या होता है मतलब?
रसोई गैस सिलेंडर पर लिखा कोड, सिलेंडर की एक्सपायरी डेट और टेस्टिंग की तारीख बताता है। यह कोड अक्षर और नंबर के रूप में लिखा होता है। कोड में अक्षरों का मतलब महीना और नंबरों का मतलब साल होता है। अक्षरों के बाद लिखा नंबर सिलेंडर के एक्सपायर होने वाले साल के बारे में बताता है। जैसे, अगर आपके सिलेंडर पर C-23 लिखा है, तो इसका मतलब है कि आपका रसोई गैस सिलेंडर साल 2023 में जुलाई से सितंबर के बीच में एक्सपायर होगा। इसी तरह, A-26 का मतलब है कि सिलेंडर की एक्सपायरी 2026 अप्रैल तक है।
गैस सिलेंडर की अधिकतम लाइफ 15 साल होती है। इस दौरान गैस कंपनियां उस सिलेंडर की दो बार जांच करती हैं। पहला टेस्ट 5 साल पूरे होने पर और दूसरा टेस्ट 10 साल बाद किया जाता है। ये परीक्षण विवरण सिलेंडर के ऊपर भी लिखे होते हैं। अगर दोनों तिथियां बीत चुकी हैं, तो उस सिलेंडर को लेने से मना कर देना चाहिए। ऐसा न करने पर विस्फोट का खतरा बढ़ जाता है।
गैस सिलेंडर में एबीसीडी का मतलब क्या होता है?
गैस सिलेंडर पर लिखे कोड में A, B, C और D का मतलब महीनों से होता है। इन अक्षरों को तीन-तीन महीनों में बांटा गया है।
- A का मतलब जनवरी, फरवरी और मार्च होता है।
- B का मतलब अप्रैल, मई और जून होता है।
- C का मतलब जुलाई, अगस्त और सितंबर होता है।
- D का मतलब अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर होता है।
इस कोड के साथ सिलेंडर पर साल भी लिखा होता है। जैसे, A-24, B-25, C-26 या D-27। इन कोड से यह पता चलता है कि सिलेंडर कब तक वैलिड है। अगर सिलेंडर पर A-24 लिखा है, तो इसका मतलब है कि यह साल 2024 में जनवरी से मार्च के बीच एक्सपायर हो जाएगा। इस तरह, सिलेंडर पर लिखे कोड से उसकी एक्सपायरी डेट का पता चलता है। गैस सिलेंडर पर ऊपर की तरफ तीन चौड़ी पट्टियां होती हैं। इनमें से एक पट्टी पर ही यह कोड लिखा होता है।
गैस सिलेंडर की पहचान करने के लिए, इन बातों पर ध्यान दे सकते हैं
- गैस सिलेंडर के कंधे वाले हिस्से पर गैस का नाम, निर्माता, वजन, दबाव, और आयतन के बारे में जानकारी होती है।
- सिलेंडर पर आपूर्तिकर्ता द्वारा लगाए गए लेबल से भी सिलेंडर की सामग्री का पता चलता है।
- कमर्शियल गैस सिलेंडर आमतौर पर घरेलू गैस सिलेंडर से बड़े होते हैं और इनका वजन भी ज्यादा होता है।
- घरेलू गैस सिलेंडर का वजन 14.2 किलो होता है, जबकि कमर्शियल गैस सिलेंडर का वजन 19 किलो से लेकर 47.5 किलो तक हो सकता है।
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कमर्शियल गैस सिलेंडर पाने के लिए, कमर्शियल गैस कनेक्शन के लिए आवेदन करना होता है। इसके लिए, कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर निकटतम वितरक का पता लगाया जा सकता है। फिर, आवेदन पत्र और जरूरी दस्तावेज जमा करने होते हैं और सुरक्षा जमा राशि का भुगतान करना होता है। इसके बाद, सदस्यता वाउचर और गैस उपभोक्ता कार्ड जारी किया जाता है।
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