जब भी बेहतर और किफायती दाम के तेल की बात सामने आती है, तो इसके लिए कई विकल्प भी उपलब्ध हैं, जिनमें से प्रत्येक फल, अनाज या सब्जियों के तेल का अनूठा फायदा और इस्तेमाल होता है। ऐसे में दो मशहूर तेल का विकल्प सामने आता है। लेमन यानी नींबू का तेल और लेमन ग्रास का तेल। हालांकि, ये दोनों नाम से एक जैसे लग सकते हैं, लेकिन वास्तव में ये बहुत अलग के होते हैं और इनके तेल का अलग-अलग फायदा भी होता है। इस आर्टिकल में, हम नींबू और लेमन ग्रास के साथ साथ उनके तेल के बीच अंतर पर करीब से नजर डालेंगे।

लेमन और लेमन ग्रास कई मायनों में अलग होता है:
लेमन और लेमनग्रास पौधे का प्रकार:
लेमन यानी नींबू के पेड़ से मिलने वाला फल है, जबकि लेमनग्रास एक ट्रॉपिकल जड़ी बूटी है। ट्रॉपिकल जड़ी बूटी में हल्दी, अदरक, तुलसी, गिलोय और अश्वगंधा भी आते हैं। इसी तरह लेमनग्रास का इस्तेमाल औषधी के तौर पर किया जाता है।
लेमन और लेमनग्रास पौधे की रासायनिक संरचना:
नींबू के तेल में लिमोनेने होता है, जिसमें सफाई और शुद्ध करने के गुण होते हैं। वहीं, लेमन ग्रास के तेल में सिट्रल पाया जाता है, जिसका किसी इलाज के काम आता है।
लेमन और लेमन ग्रास में एक्सट्रैक्शन मेथड:
नींबू के तेल को नींबू के छिलकों से ठंडा करने के बाद निकाला जाता है। लेमनग्रास का तेल, लेमनग्रास पौधे की पत्तियों और डंठल से भाप बना कर निकाला जाता है।
लेमन और लेमन ग्रास के बीच रंग का अंतर:
- नींबू का तेल पीला या हल्का हरा होता है। लेमनग्रास का तेल पीले से लाल-भूरे रंग का होता है।
- नींबू का तेल पतला और पानी जैसा होता है। वहीं, लेमनग्रास का तेल स्वाद में तीखी और नींबू जैसी सुगंध होती है।
नींबू में विटामिन सी की मात्रा अधिक होती है, जबकि लेमनग्रास में मैंगनीज, आयरन, कॉपर, जिंक, पोटेशियम, फोलेट, मैग्नीशियम, फास्फोरस और विटामिन बी2 की मात्रा अधिक होती है। नींबू में लेमन ग्रास की तुलना में 20 गुना अधिक विटामिन सी होता है। नींबू में 53 मिलीग्राम विटामिन सी होता है, जबकि लेमनग्रास में 2.6 मिलीग्राम होता है।
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नींबू और लेमन ग्रास दोनों ही स्वास्थ्य के लिए लाभदायक खाद्य पदार्थ हैं। नींबू विटामिन सी का एक अच्छा स्रोत है, जो त्वचा के स्वास्थ्य में सुधार और घाव भरने में मदद करता है। लेमनग्रास मैंगनीज का एक अच्छा स्रोत है, जो हड्डियों को स्वस्थ, ब्लड शुगर कंट्रोल में अहम किरदार निभाता है।
लेमन (नींबू) का तेल
नींबू का तेल, नींबू के फल के छिलके से मिलता है। छिलके को ठंडा करके दबाने की प्रक्रिया के बाद तेल निकाला जाता है, जिससे ताजा और खट्टे तेल का उत्पादन होता है। नींबू का तेल लिमोनेने से भरपूर होता है, एक ऐसा यौगिक जो सूजन-रोधी, कैंसर-रोधी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए जाना जाता है। तेल में हाई लेवल का सिट्रल भी होता है, जिसमें रोगाणुरोधी और एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं।
लेमनग्रास का तेल
दूसरी ओर, लेमनग्रास का तेल है, जो पौधे से निकाला जाता है, जो दक्षिण पूर्व एशिया, अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका जैसे ट्रॉपिकल एरिया में पाया जाता है। लेमन ग्रास के पौधे को भाप बना कर तेल निकाला जाता है, जिससे नींबू जैसी सुगंध वाला सुगंधित तेल निकलता है। लेमन ग्रास तेल सिट्रल से भरपूर होता है, एक ऐसा यौगिक जो तेल को खास किस्म की नींबू जैसी सुगंध देता है और ये हेल्थ के लिए फायदेमंद होता है।
आपको अपने आहार में नींबू और लेमन ग्रास दोनों को शामिल करना चाहिए ताकि आप इन पोषक तत्वों के लाभ पा सकें। लेमन ग्रास का पौधा और तेल दोनों ही बाजार में महंगा बिकता है। आप इन्हें अपने गार्डन में लगा कर फायदा उठा सकते हैं। साथ ही नींबू घर पर पकवान में इस्तेमाल किया जा सकता है, अधिक उत्पादन होने पर आप बाजार में बेच भी सकते हैं।
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