हर शहर अपनी एक अलग पहचान लिए दुनिया के सामने खड़ा रहता है, लेकिन अगर किसी शहर की पहचान ही चली जाए तो? उस शहर की हर इमारत, हर अस्पताल, हर सड़क और हर शख्स पर जंग के निशान हों तो? कुछ ऐसा ही हो रहा है गाज़ा पट्टी में मौजूद शहरों के साथ। हमस द्वारा शुरू की गई एक जंग ने इजरायल और फिलिस्तीन के ना जाने कितने लोगों को मौत और तबाही के हवाले कर दिया।
हमस और इजरायल के युद्ध में गाजा में रहने वाले लोग सबसे ज्यादा परेशान हो रहे हैं। हमस ने इजरायल पर एयर स्ट्राइक की थी और जवाबी कार्यवाही करते हुए इजराइल ने रफाह शहर पर हमला किया। रफाह दक्षिणी गाजा का एक शहर है जहां पर फिलिस्तीनियों के कई राहत कैंप मौजूद थे। यही कैंप आपको "All Eyes on Rafah" के पोस्टर में दिख रहा है। इस हमले में करीब 45-50 फिलिस्तीनियों की मौत हुई है। राहत कैंप पर किया गया यह हमला दुनिया के सामने जंग की एक नई तस्वीर लेकर आया है।
क्या है All Eyes on Rafah का मतलब?
यह एक कैम्पेन है जिसकी शुरुआत WHO (वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन) के डॉक्टर रिक पीपरकोर्न (Dr. Rick Peeperkorn) के भाषण के बाद हुई। डॉक्टर रिक फिलिस्तीन साइट से WHO के रिप्रेजेंटेटिव हैं। जब इजरायल ने रफाह को खाली करने का आदेश दिया तब उन्होंने कहा, "All Eyes are on Rafah", इजरायल की मानें तो रफाह में हमस का बहुत बड़ा दस्ता मौजूद है जिसे हटाने की कोशिश की जा रही है। जहां तक फिलिस्तीनियों का सवाल है, तो रफाह में 15 लाख से भी ज्यादा लोगों ने जंग के कारण शरण ली है। ऐसे में रफाह को एकदम से खाली करवाने का आदेश देना और बाद में एयर स्ट्राइक कर देना अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बन गया।
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जिस हमले की बात हो रही है उसमें मारे गए लोगों में से 23 महिलाएं, बच्चे और वृद्ध थे।
इस हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रफाह को लेकर सपोर्ट आने लगा और "All Eyes on Rafah" ट्रेंड करने लगा। ब्रिटेन,नॉर्वे, स्पेन, जर्मनी से लेकर भारत, बांग्लादेश, कोरिया तक अलग-अलग सेलेब्स ने इस मुहिम में हिस्सा लिया है। हो सकता है आपने भी इस ट्रेंड से जुड़ी कोई पोस्ट देख ली हो।
यह कैम्पेन एक तरीका है लोगों को यह बताने का कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अब गाजा की हालत को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। पूरी दुनिया यह देख रही है कि गाजा के साथ क्या हो रहा है।
रफाह में क्या हुआ?
रविवार रात को इजरायल ने हमस पर हमला किया और तेल अवीव से कई रॉकेट्स दागे गए। इसमें से अधिकतर रोक लिए गए, लेकिन कुछ राहत कैंप पर जा गिरे। इसमें 45 लोगों की मौत हो गई।
इस हमले के बाद बेंजामिन नेतन्याहू का जवाब भी आया कि उन्हें नागरिकों की मौत पर अफसोस है। इस ऑपरेशन को हमस के दो सीनियर मेंबर्स को मारने के लिए किया गया था जिसकी वजह से राहत कैंप में आग लग गई। नेतन्याहू ने इसे एक दुखद गलती करार दिया।
इसके बाद यूके के पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन के साथ-साथ, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ईजिप्ट की संसद, अरब देशों के डिप्लोमैट्स तक सभी ने इस हमले की निंदा की और मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाए। नेताओं के बाद सेलेब्स भी इस मुहिम का हिस्सा बने और अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स में इसके बारे में पोस्ट किया।
किस तरह से लिया जा रहा है इस सोशल मीडिया कैम्पेन को?
इस एयर स्ट्राइक के जवाब में फिलिस्तीन रिफ्यूजियों के लिए बनी यूएन एजेंसी (UNRWA- The United Nations Relief and Works Agency for Palestine Refugees) कहा स्टेटमेंट आया है कि गाजा में अब कोई भी सुरक्षित जगह नहीं बची है।
#Gaza has become hell on earth. Families continue to seek refuge, trying to escape war, but there is no such thing as a safe place in the Gaza Strip.
— UNRWA (@UNRWA) May 27, 2024
No one is safe: not civilians, not aid workers, no one has been spared. We need a #CeasefireNow. pic.twitter.com/ZbaEmBBjjb
जैसे ही रफाह का हमला हुआ, दुनिया भर से इसके खिलाफ आक्रोश शुरू हो गया। एक ऐतिहासिक कदम के साथ स्पेन और नॉर्वे ने 28 मई को फिलिस्तीन को एक आधिकारिक राज्य का दर्जा दे दिया। जल्द ही आयरलैंड भी इस मुहिम का हिस्सा बन जाएगा।
"The place is not safe, but I have no alternative"
— UNRWA (@UNRWA) May 28, 2024
Mohammed has sought refuge in a school targeted multiple times "I consider myself lucky to have survived with my daughter after all this bombing, destruction & death."
Families escaping military operations have nowhere to go. pic.twitter.com/LAd9mE6VqR
ट्विटर, इंस्टाग्राम, फेसबुक, स्नैपचैट से लेकर वॉट्सएप तक हर प्लेटफॉर्म पर "All Eyes on Gaza" ट्रेंड करने लगा।
इजराइल की तरफ से रफाह में बमबारी और सैन्य ऑपरेशन जारी हैं। इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (ICJ) ने शुक्रवार को ही इजराइल को हिदायत दी थी कि गाजा पर सभी सैन्य कार्यवाही बंद कर दी जाए, लेकिन इजराइल की तरफ से यह कार्यवाही अभी भी जारी है और ना जाने कब तक जारी रहेगी।
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भारतीय सेलेब्स भी जुड़े इस मुहिम से...
भारतीय सेलेब्स प्रियंका चोपड़ा, आलिया भट्ट, करीना कपूर खान, दलकर सलमान, कोंकणा सेन शर्मा, स्वरा भास्कर, ऋचा चड्ढा, जवान के डायरेक्टर एटली, दिया मिर्जा, तृप्ति डीमरी, रकुल प्रीत सिंह, भूमि पेडनेकर, इलियाना डिक्रूज और नोरा फतेही जैसे सेलेब्स ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट्स पर गाजा से जुड़ी पोस्ट शेयर की। धीरे-धीरे और भी लोग इस मुहिम से जुड़ रहे हैं।
गाजा से सामने आ रही तस्वीरें करती हैं विचलित
गाजा के एक जर्नलिस्ट का बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वो बता रहा है कि किस तरह से उसने रफाह के एक टेंट में एक बच्चे को अपनी मां को बचाने के लिए जाते हुए देखा। वह बच्चा बहुत बहादुर था और अपनी मां के लिए अंदर चला गया। जब आग बुझी और उन्हें ढूंढा गया, तो वह बच्चा और उसकी मां एक दूसरे को गले लगाए हुए जले हुए मिले।
यह सिर्फ एक किस्सा है, लेकिन गाजा में ना जाने कितनी ऐसी चीजें हैं जो बताई नहीं जा रहीं। 6 मई को यूनाइटेड नेशन की तरफ से एक रिपोर्ट पब्लिश की गई थी जिसमें लिखा था कि गाजा में 34735 मौतें हुई हैं और इजरायल में 1120, लेकिन दो दिन बाद इस आंकड़े को बढ़ाकर 34,844 कर दिया गया। OCHA ((United Nations Office for the Coordination of Humanitarian Affairs) द्वारा रेगुलर रिपोर्ट्स पब्लिश की जाती है जिसमें आंकड़े बताए जाते हैं। हालांकि, असल आंकड़ा इससे बहुत ऊपर हो सकता है। करीब 70 हजार लोगों ने अपना घर गंवा दिया है और 10 हजार से ज्यादा लोग गायब हैं।
गाजा में अस्पताल, स्कूल, कॉलेज, घर, साफ पानी, की भी कमी है।
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Image Credit: Shutterstock/ Social Media Trend
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