विवाह प्रमाण पत्र यानी मैरिज सर्टिफिकेट केवल एक कानूनी दस्तावेज नहीं है, जो दो व्यक्तियों के विवाह को प्रमाणित करता है, बल्कि यह कई अन्य लाभों का भी रास्ता खोलता है। आइए जानते हैं क्यों यह सर्टिफिकेट जरूरी होता है और किन-किन कामों में इस्तेमाल किया सकता है। विवाह प्रमाण पत्र पति-पत्नी दोनों के लिए एक खास पहचान दस्तावेज है। इसका इस्तेमाल बैंक खाता खोलने, पासपोर्ट और वीजा के लिए आवेदन करने, ड्राइविंग लाइसेंस पाने और अन्य काम के दस्तावेजों को पाने के लिए किया जा सकता है।
विवाह प्रमाण पत्र पति-पत्नी दोनों को एक-दूसरे की संपत्ति में उत्तराधिकार अधिकार प्रदान करता है। इसका मतलब है कि अगर कोई पति या पत्नी की मृत्यु हो जाती है, तो जीवित पति या पत्नी मृतक पति या पत्नी की संपत्ति का हिस्सा पाने के हकदार होते हैं।
1. कानूनी सुरक्षा और प्रमाण
अगर आपकी शादी को लेकर कोई सवाल उठाता है, तो मैरिज सर्टिफिकेट आपके विवाह का कानूनी प्रमाण होता है। शादी के बाद होने वाली धोखाधड़ी की स्थिति में मैरिज सर्टिफिकेट आपको कानूनी सहायता दिलाने में मदद करता है।
2. बैंक और वित्तीय संस्थान
बैंक में जॉइंट अकाउंट खोलने के लिए मैरिज सर्टिफिकेट की आवश्यकता होती है। अलग-अलग प्रकार के लोन और क्रेडिट कार्ड आवेदन के लिए भी यह जरूरी होता है।
3. पासपोर्ट और वीजा आवेदन
पासपोर्ट बनवाने के लिए मैरिज सर्टिफिकेट आवश्यक होता है, खासकर अगर आपको नाम बदलवाना है। किसी अन्य देश में स्थायी तौर पर वीजा लेने के लिए भी मैरिज सर्टिफिकेट की जरूरत पड़ती है।
4. बीमा और पेंशन लाभ
बीमा पॉलिसी लेने के लिए मैरिज सर्टिफिकेट आवश्यक हो सकता है। सरकारी और निजी दोनों प्रकार की पेंशन योजनाओं में लाभ पाने के लिए यह दस्तावेज जरूरी है।
5. नाम बदलवाना
शादी के बाद अगर किसी महिला को अपना नाम बदलवाना है, तो मैरिज सर्टिफिकेट की जरूरत होती है।
6. संपत्ति के अधिकार
पति-पत्नी के रूप में संपत्ति के अधिकारों का दावा करने के लिए यह दस्तावेज आवश्यक होता है।
7. कानूनी सहायता
तलाक की स्थिति में या गुजारा भत्ता मांगने के लिए मैरिज सर्टिफिकेट कानूनी सहायता दिलाने में मदद करता है।
8. सरकारी योजनाएं और लाभ
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अलग-अलग सरकारी योजनाओं और लाभों के लिए मैरिज सर्टिफिकेट की आवश्यकता होती है। कई कंपनियां शादीशुदा कर्मचारियों को अलग से लाभ देती हैं, जिनके लिए मैरिज सर्टिफिकेट की आवश्यकता होती है।
मैरिज सर्टिफिकेट बनवाने के लिए आवश्यक दस्तावेज
- विवाह कार्ड
- पति-पत्नी दोनों के पासपोर्ट आकार के फोटो
- पति-पत्नी दोनों के आधार कार्ड या मतदाता पहचान पत्र
- पति-पत्नी दोनों के पते का प्रमाण (जैसे कि राशन कार्ड, बिजली बिल, आदि)
- गवाहों के आधार कार्ड या मतदाता पहचान पत्र (2)
- विवाह स्थल का पता
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ऐसे बनवाएं मैरिज सर्टिफिकेट
- अपने क्षेत्र के विवाह रजिस्ट्रार कार्यालय से विवाह पंजीकरण के लिए आवेदन पत्र
- आवेदन पत्र को ध्यान से भरें और सभी आवश्यक दस्तावेजों की फोटोकॉपी अटैच करें
- राज्य सरकार के हिसाब से निर्धारित शुल्क का भुगतान करें
- भरा हुआ आवेदन पत्र, शुल्क की रसीद और सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ विवाह रजिस्ट्रार कार्यालय में जमा करें।
- विवाह रजिस्ट्रार कार्यालय आपके विवाह का वेरीफिकेशन करेगा। अगर सब कुछ ठीक है, तो आपको विवाह प्रमाण पत्र जारी कर दिया जाएगा।
- विवाह के 30 दिनों के भीतर विवाह प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करना चाहिए।
- अगर आप विवाह के बाद अपना नाम बदलना चाहते हैं, तो आपको नाम बदलने का एक अलग आवेदन भी जमा करना होगा।
- अगर आपने विदेश में विवाह किया है, तो आपको अपने विवाह को भारत में पंजीकृत करने और विवाह प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए अलग से प्रक्रिया का पालन करना होगा।
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