शॉपिंग से लेकर बिजली-पानी का बिल भरने तक, हर चीज के लिए क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल किया जाता है। क्रेडिट कार्ड से सिर्फ खरीदारी ही नहीं, बल्कि इमरजेंसी सिचुएशन में भी फटाफट पेमेंट की जा सकती है। आज के समय में हर बैंक अपने कस्टमर्स को क्रेडिट कार्ड की सुविधा देता है। वहीं, अगर आप क्रेडिट कार्ड की पेमेंट ड्यू डेट में करते हैं और अपना ट्रैक-रिकॉर्ड साफ-सुथरा रखते हैं तो बैंक की तरफ से रिवॉर्ड प्वाइंट्स के साथ-साथ अन्य भी कई सुविधाएं मिलती हैं। इन्हीं सुविधाओं में एड ऑन क्रेडिट कार्ड भी होता है।
बैंक एड-ऑन क्रेडिट कार्ड उन्हीं लोगों को जारी करता है, जिनके पास पहले से क्रेडिट कार्ड होता है। इसे एक सेकेंडरी कार्ड या सप्लीमेंट्री क्रेडिट कार्ड की तरह माना जा सकता है, जिसका इस्तेमाल प्राइमरी कार्डधारक के परिवार वाले कर सकते हैं। एड ऑन क्रेडिट कार्ड के लिए प्राइमरी कार्ड धारक बैंक में अप्लाई कर सकते हैं और इसके फायदे उठा सकते हैं।
एड ऑन और प्राइमरी क्रेडिट कार्ड, दोनों ही एक अकाउंट से कनेक्ट होते हैं। इतना ही नहीं, दोनों की खर्च करने की लिमिट भी कंबाइन होती है। इसे उदाहरण के साथ समझ सकते हैं। जैसे- अगर आपके क्रेडिट कार्ड की लिमिट एक महीने में 1 लाख खर्च करने की है, तो एड ऑन की लिमिट भी एक लाख ही होगी। लेकिन, अगर आपने प्राइमरी कार्ड से 50 हजार खर्च कर लिए हैं, तो अब आप एड ऑन से भी केवल 50 हजार रुपये ही खर्च कर सकते हैं। ऐसा नहीं होगा कि प्राइमरी और एड ऑन, दोनों की अलग-अलग 1 लाख लिमिट होगी। आइए, यहां जानते हैं एड ऑन क्रेडिट कार्ड के फायदे क्या-क्या होते हैं।
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एड ऑन क्रेडिट कार्ड के जितने फायदे हैं, उतने ही नुकसान हैं। जिसमें से पहला है कि अगर एड ऑन क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करने वाला शख्स पेमेंट टाइम पर नहीं करता है, तो इसका असर प्राइमरी कार्ड होल्डर पर पड़ता है।
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एड ऑन क्रेडिट कार्ड के साथ खर्च की लिमिट बंध जाती है। ऐसे में कई बार इमरजेंसी पड़ने पर परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। वहीं, एक नए और अलग क्रेडिट कार्ड के साथ खर्च की लिमिट डबल हो जाती है। हालांकि, यह खर्चों को मैनेज करने में फायदेमंद भी होता है।
एड ऑन क्रेडिट कार्ड उस शख्स को बिल्कुल भी न दें, जो फिजूल के खर्च करता है। ऐसे में आपकी कार्ड की लिमिट भी कम होती जाती है और प्राइमरी होल्डर पर आर्थिक दबाव बढ़ता है। ऐसे में जब भी एड ऑन कार्ड के लिए अप्लाई करें, तो बहुत ही सोच समझकर करें।
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