एलोवेरा के पौधे में दोबारा जान फूंकने के लिए अपनाएं यह आसान टिप्स

अगर आपका एलोवेरा का पौधा सूखने लगा है तो ऐसे में आप इन टिप्स को अपनाकर उसे एक बार फिर से पहले की तरह हरा-भरा बना सकती हैं। 

aloe vera plants

एलोवेरा एक ऐसा पौधा है, जिसे हर घर में उगाना महिलाएं पसंद करती हैं। कुछ महिलाएं एलोवेरा से सब्जी बनाती हैं तो कुछ इसे अपने स्किन केयर रूटीन में शामिल करती हैं। इतना ही नहीं, यह सेहत के लिए भी बेहद गुणकारी माना गया है, इसलिए कुछ घरों में लोग एलोवेरा का जूस निकालकर भी पीते हैं। यह आपके घर के लुक को भी बेहद खूबसूरत बनाते हैं। आप से अपने घर के अंदर या बाहर कहीं पर भी रख सकती हैं। लेकिन कभी-कभी यह पौधा मरने लगता है। मसलन, अगर इसकी जड़ों में सड़न हो जाए तो यह पौधा खराब होने लगता है। एलोवेरा अपने प्राकृतिक वातावरण की परिस्थितियों के विपरीत परिस्थितियों में रहने पर वापस मर जाता है। इसी तरह, अगर एलोवेरा को बहुत अधिक छाया में रखा जाता है, तो इसकी पत्तियां गिर जाती हैं और यह हल्का हरा हो जाता है। वहीं, अगर एलोवेरा का पौधा बहुत अधिक धूप में रखा जाता है तो इससे वह झुलस सकता है और फिर भूरा होने लगता है। हो सकता है कि आपका एलोवेरा का पौधा मरने लगा हो, लेकिन आपको निराश होने की जरूरत नहीं है। आज हम आपको कुछ ऐसे आसान टिप्स के बारे में बता रहे हैं, जो आपके मरते हुए पौधों को फिर से जीवित करने में मदद करेंगे-

सोच-समझकर दें पानी

home care of plant

यह तो हम सभी जानते हैं कि पौधों को बढ़ने के लिए पानी की जरूरत होती है। लेकिन यहां आपको यह भी समझना चाहिए कि वास्तव में आपके पौधों को कितना पानी चाहिए। उदाहरण के तौर पर, जहां पानी की कमी आपके पौधों को सूखा बना सकती हैं, वहीं ओवरवाटरिंग भी पौधों के लिए अच्छी नहीं होती। यह आपके एलोवेरा के पौधों की जड़ों में सड़न की वजह बन सकती है। जहां तक बात एलोवेरा के पौधे की है, तो इन्हें बार-बार पानी देने की आवश्यकता नहीं होती है। अगर आप अपने पौधे को बाहर रखती हैं, तो हर दो सप्ताह में पर्याप्त पानी देना चाहिए। वहीं इनडोर में रखे एलोवेरा के पौधे को हर तीन से चार सप्ताह में पानी दें। इसके अलावा, गर्म महीनों में एलोवेरा के पौधों को अधिक पानी की आवश्यकता होती है, वहीं ठंडी के दिनों में आपको पौधों में पानी कम देना चाहिए।

बदलें प्लांटर

planter change

आमतौर पर एलोवेरा के पौधे के खराब होने की मुख्य वजह उसकी जड़ में सड़न होती है और जब ऐसा होता है तो कोई भी उपाय काम नहीं आता है। इसलिए, अपने पौधे को पुनर्जीवित करने के लिए आप अपने गमले से पौधे को बाहर निकालें और उसे एक बार चेक अवश्य करें। इसके लिए, आप गमले को उल्टा करें और धीरे से पौधों को बाहर निकालने का प्रयास करें। हालांकि, इस दौरान इस बात का ख्याल रखें कि पौधे को आप पकड़ें, खींचे नहीं। इस प्रक्रिया में आपके पौधे को नुकसान नहीं होना चाहिए। अब आप एलोवेरा के पौधों की जड़ों को चेक करें। अगर आपको एलोवेरा पौधे की जड़े Mushy नजर आती हैं तो इसका अर्थ है कि उनमें सड़न है। कोई भी जड़ जो काली या गूदेदार नहीं होती है वह अच्छी होती है और रखी जा सकती है। अगर आपको जड़ के कुछ हिस्सों में सड़न दिखाई देती है तो ऐसे में आप एक तेज व कीटाणुररहित चामू की मदद से डैमेज्ड जड़ों को काटकर अलग कर लें। उसके बाद आप दूसरे प्लांटर में अपने एलोवेरा पौधे को दोबारा लगाएं।

अगर जल जाए पौधा

plants of home

एलोवेरा के पौधे को अगर सीधे सूरज की रोशनी में रखा जाता है तो इससे वह जल जाता है और फिर उसकी पत्तियां सूखी व ब्राउन हो जाती हैं। ऐसे में आप सबसे पहले अपने पौधों को ऐसी जगह पर रखें, जहां पर डायरेक्ट सनलाइट ना आए, बल्कि उसे इनडायरेक्ट सनलाइटमिले। इसके अलावा, आप मिट्टी को भी अवश्य चेक करें, क्योंकि अगर आपके पौधे को बहुत अधिक धूप मिल रही है, तो पौधे की मिट्टी सूख सकती है, क्योंकि पौधे से पानी अधिक तेज़ी से वाष्पित हो रहा होगा। इसके अलावा, एलोवेरा के पौधों की जो पत्तियां पूरी तरह सूख चुकी हैं, उन्हें भी काटकर अलग कर लें, मृत पत्ते पौधे के अन्य भागों से पोषक तत्व लेते हैं, जिससे पौधे के बाकी हिस्से को भी नुकसान होता है।

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Image Credit- (Freepik)

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