"मैं लिफ्ट से बाहर आती हूं,
पार्टी के बार खड़ी होती हूं और सोचती हूं, क्या मैं सच में ये करना चाहती हूं?
क्या मैं सच में इन लोगों ( dog) के बीच अंदर जाना चाहती हूं?
क्योंकि उन लोगों में से दो आदमी मेरे साथ जरूर सो चुके हैं।
तीन आदमी ये कहेंगे कि मैं उनके साथ सो चुकी हूं और बाकी सारे ये कहानी कहेंगे..."
इन लाइन्स के सात संध्या की कविता शुरू होती है। इस लाइन को याद कर लीजिए क्योंकि ये समाज के लिए एक महिला के सिंगल होने का मतलब बताती है। संध्या की कविता है, single women are bad women,सिंगल महिलाएं, खराब महिलाएं होती हैं और समाज हमेशा इस तरह की कहानियां कहता रहेगा।"
अकेली महिला बुरी महिला होती है
ये संध्या की पुरानी कविता है जिसे मैंने हाल ही में सुना। जब आप इस कविता को सुनेंगी तो आपको ये कविता बिल्कुल फ्रेश लगेगी। इस कविता के बीच में एक लाइन है...
Single women are not good women
Single hot women are bad women
They have bad bodies and they gonna do bad things with them
ANd they don't have husbands
so they can fuck with they want so they will...
ये लाइन समाज की सोच पर काफी सटीक बैठती है। सच में ही समाज में सिंगल महिलाओं को शक की ही दृष्टि से देखा जाता है और अगर गलती से लड़की थोड़ी स्टाइलिश और हॉट तो तो पक्का है कि वो केरेक्टरलेस होगी। और गलती से उनके पति ना हो तो वो किसी के साथ भी सो सकती हैं और सोती है...
शहरों में काम करती हुई और अकेले रहने वाली महिलाओं को तो ऐसी बातें आए दिन सुनने को मिल जाती हैं।
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समाज में सिंगल महिला की हैसियत
एक उम्र होने के बाद मां-बाप अपनी बेटियों पर शादी करने का प्रेशर क्यों डालते हैं? क्योंकि उनके जाने के बाद उनकी बेटी को समाज की ये सारी बातें सुनने ना पड़े। समाज में अकेली महिला होने का मतलब है कि सभी के लिए अविलेबल होना। और ये अकेली महिला की बात नहीं है... बात है कमजोर महिला की और अकेली महिला तो कमजोर ही होती है। क्या कर लेगी? ज्यादा से ज्यादा चिल्ला लेगी। कितने तो रेप होते हैं। किसी को कुछ हुआ?
घर में रिश्ते में चाचा-मामा और भाई लगने वाले लोग तक महिलाओं का रेप कर देते हैं। किस-किस के लिए बोलेगी और किससे बोलेगी? इसलिए तो गांव में मजदूर की बीवी को पूरे गांव की बीवी कहा जाता है।
Thanks... संध्या! बुरी महिला होने का मतलब बताने के लिए।
संध्या ने बॉलीवुड में ज्यादा फिल्में नहीं की हैं। लेकिन इन्होंने जो भी फिल्में और सीरियल्स किए हैं उनके लिए इन्हें आझ भी याद किया जाता है। चाहे सीरियल कोशिश एक आशा हो... या फिर हनीमून ट्रेवल्स या फिर साथिया। संध्या ने हर फिल्म में अपना बेस्ट दिया है।
इस कविता में भी संध्या ने अपना बेस्ट दिया है।
कविता सुनाने का तरीका
कविता अपने शब्दों से समाज के दिल में जिस तरीके से छेद करती है उससे कई ज्यादा अच्छे तरीके से संध्या का कविता सुनाने का तरीका समाज की पोल खोलता है। एक बार ये वीडियो आप भी देखें और हमें बताएं की आपका क्या कहना है इस वीडियो के बारे में?
बताइएगा जरूर क्योंकि U R hot and U R single.
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