आज के समय में महिला सशक्तिकरण पर काफी जोर दिया जा रहा है। महिलाओं के हक को लेकर लोग सचेत हुए हैं और अब उन्हें भी समान अवसर दिए जाने लगे हैं। वहीं दूसरी ओर, महिलाओं ने भी अपने हुनर व काबिलियत का परिचय पूरे विश्व के सामने रखा है। भले ही बात पढ़ाई-लिखाई की हो या फिर स्पोर्ट्स की, हर जगह महिलाओं के हुनर का लोहा अब लोग मानने लगे हैं। महिलाओं ने अपनी काबिलियत से पूरे विश्व में नाम कमाया है। मैरी कॉम से लेकर मिताली राज तक का नाम आज पूरी दुनिया जानती है। यह महिलाएं दूसरी महिलाओं के लिए भी प्रेरणास्त्रोत बनी हैं। अब एक सादा जीवन जीने वाली महिलाएं भी यह समझने लगी हैं कि वह भी किसी से कम नहीं है।
यकीनन किसी भी समाज की सफलताओं में सशक्तिकरण आवश्यक है। यह महिलाओं को नए कौशल सीखने की इच्छा देता है, उनकी सोच खुद के प्रति सकारात्मक बनाता है, साथ ही उनके भीतर यह विश्वास पैदा करता है कि वह जो भी चाहे, कर सकती हैं। हालांकि महिला सशक्तिकरण के लिए सिर्फ समाज या देश के कदम बढ़ाने से कुछ नहीं होने वाला। इसके लिए महिलाओं को खुद के लिए भी कुछ करना होगा। आपको शायद पता ना हो, लेकिन रोजमर्रा के जीवन में ऐसी कई चीजें हैं जो महिलाए खुद को सशक्त बनाने के लिए कर सकती हैं। तो चलिए जानते हैं ऐसे ही कुछ कदमों के बारे में-
पैसे बचाने की आदत
हर महिला को डेली बेसिस पर कुछ पैसे बचाने की आदत डालनी चाहिए। जरूरी नहीं है कि आपकी बचत बहुत बड़ी ही हो। अगर आप हर रोज के सिर्फ पचास रूपए भी बचाती हैं तो आप एक माह में 1500 रूपए बचा लेंगी। इस तरह आपके पास अच्छी धनराशि एकत्रित होगी। साथ ही पैसे होने से आपके भीतर एक फाइनेंशियली इंडिपेंडेस की भावना भी विकसित होगी। इतना ही नहीं, रोजाना पैसे बचाने से आपके जीवन में एक अनुशासन भी आएगा और आपको जरूरत के समय बाहर की मदद नहीं लेनी पड़ेगी।
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बनें खुद की वकील
यह समस्या अक्सर महिलाओं में देखी जाती है। चाहे घर हो या ऑफिस, अधिकतर महिलाएं कभी भी खुद के लिए स्टैंड नहीं ले पातीं। ऐसा करना ना छोड़ दें। अपनी लड़ाई लड़ने के लिए किसी और की प्रतीक्षा न करें। यदि आप सशक्तिकरण की तरफ कदम बढ़ा रही हैं, तो आपको अपनी आवाज बनना सीखना चाहिए। अगर कोई आपकी नेगेटिव इमेज पेश कर रहा है या फिर आपको लेकर झूठी अफवाहें फैला रहा है तो आपको अपने आत्म-सम्मान के लिए खड़ा होना चाहिए।
करें मेडिटेट
अगर आप सेल्फ एक्सपर्ट बनना चाहती हैं तो यह पावर हासिल करने का रास्ता है मेडिटेशन। हम में से अधिकांश को आंतरिक शांति प्राप्त करना बेहद मुश्किल लगता है और आंतरिक शांति आत्म-सशक्तिकरण की कुंजी है। मेडिटेशन हमें ना सिर्फ खुद पर नियंत्रण रखना सिखाता है, बल्कि यह हमारे विचारों व दृष्टिकोण को भी सकारात्मक रूप से प्रभावित करता है। इतना ही नहीं, प्रतिदिन ध्यान करने से शरीर के भीतर एक उर्जा का संचार होता है, जिसके कारण महिला को यह अहसास होता है कि वह किसी भी कार्य को सफलतापूर्वक कर सकती है।
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दूसरों की मदद
आपको शायद पता ना हो, लेकिन दूसरों की मदद करके भी खुद को सशक्त बनाया जा सकता है। दरअसल, दूसरों की मदद करने से मन पर एक गहऱा मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ता है। यह आपके आत्मसम्मान का पोषण करता है। साथ ही ज़रूरत पड़ने पर किसी के लिए मदद का हाथ बढ़ाना एक स्त्री को खुशी की भावना देता है और जमीन से जोड़ता है। मदद की महान भावना आपको सशक्त बनाती है क्योंकि आप लोगों के साथ गहरी मित्रता और संबंध विकसित करने के लिए खुद को पर्याप्त संवेदनशीलता से लैस करती हैं।
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