Bad Habits Stops Success: गीता में जीवन से जुड़ी हर समस्या का हल है। अगर भगवद गीता का अध्ययन किया जाए तो रोजमर्रा की छोटी-बड़ी सभी परेशानियों से निपटा जा सकता है। गीता में सफलता प्राप्त करने के लिए भी कई उपाय बताए गए हैं। अगर इन उपायों का पालन किया जाए तो व्यक्ति को निश्चित तौर पर जीवन में अपार सफलता मिल सकती है।
हमारे एक्सपर्ट ज्योतिषाचार्य डॉ राधाकांत वत्स से जब हम ने इस बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि ऐसा कई बार देखने को मिला है कि व्यक्ति अपने जीवन में अथाह मेहनत करता है और हर तरह का प्रयास करता है ताकि उसे सफलता का स्वाद चखने को मिले लेकिन मेहनत रंग नहीं लाती और वह निराशा के अंधेरे में डूबता चला जाता है। ऐसे में गीता में लिखित निर्देशों का पालन करना उत्तम माना गया है।
आजकल की स्थिति यह है कि जीवन में मेहनत तो 100 प्रतिशत है पर उसके नतीजे मन मुताबिक नहीं जिसका मुख्य कारण है वो बुरी आदतें जिन्हें व्यक्ति अपने आप से दूर नहीं कर पाता। गीता में 4 आदतों के बारे में बताया गया है जो सर्वाधिक बाधा बनती हैं जीवन में किसी भी प्रकार की सफलता पाने के बीच में।
दूसरों से तुलना करना
बहुत से लोगों की आदत होती है खुद की दूसरों से तुलना करने की। अन्य स्थितियों में यह चल जाता है लेकिन जब बात मेहनत की तुलना की आए तो यह घातक साबित हो सकता है। कभी भी अपनी मेहनत की तुलना किसी दूसरे से नहीं करनी चाहिए। किसी दूसरे से तुलना करने के चक्कर में आपका ध्यान अपनी मेहनत और अपने लक्ष्य से हट कर उस दूसरे व्यक्ति पर केन्द्रित हो जाता है जिसके कारण आप अपनी सफलता से दूर होते चले जाते हैं।
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दूसरों से मदद लेने में झिझकना
अक्सर आप में से बहुत से लोग दूसरों की मदद लेने में झिझकते हैं क्योंकि आपको ऐसा लगता है कि आप अपने आप में संपन्न हैं और आपको किसी की सहायता की जरूरत नहीं। आपको ऐसा महसूस होता है कि आप अकेले ही सब कुछ संभाल सकते हैं। ये सोच ये आदत सफलता (सफलता पाने के वास्तु उपाय) प्राप्ति में रोड़ा बनती है। जब आप किसी से मदद लेते हैं तो आपको उस व्यक्ति के काम करने का तरीका भी चलता है जिससे आप ये आंकलन कर सकते हैं कि आपके कम करने के तरीके और दूसरे व्यक्ति के काम करने के तरीके में क्या अंतर है, क्या विशेषताएं हैं और क्या कमियां हैं।
दूसरों के सामने अपने ज्ञान को न बता पाना
हिन्दू धर्म में जितने भी ग्रंथ हैं, शास्त्र हैं और जितनी भी नीतियां हैं सभी में इस बात का वर्णन मिलता है कि सुख और ज्ञान जितना बांटा जाए उतना ही बढ़ता है। फिर भी बहुत से लोग ऐसा करते हैं कि अगर उन्हें किसी बात की जानकारी है या उन्हें कुछ विशेष पता है तो वो दूसरों से उसे छिपाते हैं। जबकि ऐसा करना अपनी ओर बढ़ती सफलता को खुद रोक देने जैसा है।
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छोटे लक्ष्यों को छोड़ बड़े बड़े कदम उठाना
भगवद गीता (भगवद गीता पाठ लाभ) और चाणक्य निति में इस बात का विशेष उल्लेख मिलता है कि व्यक्ति को सबसे पहले छोटे छोटे कदम उठाने चाहिए। छोटे छोटे लक्ष्य बनाने चाहिए फिर बड़े लक्ष्यों पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि छोटे छोटे लक्ष्यों को पूरा करने में समय भी कम लगता है और उनमें सफलता होना भी आसान है। लेकिन अगर आप सीधे बड़े लक्ष्य बनाते हैं तो इससे समय भी अधिक जाएगा और बिना प्लानिंग के आप उसमें सफल भी नहीं हो पाएंगे।
तो ये थी वो 4 बुरी आदतें जिनके कारण हाथ आई सफलता भी दूर हो जाती है। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ। आपका इस बारे में क्या ख्याल है? हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
Image Credit: Freepik, Herzindagi
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