हॉरर फिल्मों में आपने अक्सर देखा होगा कि किसी डॉल में आत्मा चली जाती है और वो लोगों को डराने या नुकसान पहुंचाने लगती है। वैसे तो, जब डरावनी डॉल की बात आती है, तो ज्यादातर लोगों के जहन में एनाबेल का नाम आता है, क्योंकि उस पर हॉलीवुड की फिल्में बन चुकी हैं।
लेकिन, हकीकत में एनाबेल से भी ज्यादा खतरनाक और डरावनी गुड़िया आज भी एक म्यूजियम में मौजूद है और उसका नाम है रॉबर्ट द डॉल। यह गुड़िया फ्लोरिडा के ईस्ट मार्टेलो म्यूजियम में कांच के एक बॉक्स में बंद की गई है। ऐसा कहा जाता है कि अगर कोई गुड़िया की इजाजत के बिना उसकी फोटो खींच लेता है, तो वह उसे श्राप दे देती है और उस इंसान की जिंदगी में अजीब और बुरी घटनाएं घटने लगती हैं।
यह डरावनी डॉल 1900 के दशक की शुरुआत में जर्मनी के गिएनगेन शहर में स्थित स्टीफ कम्पनी द्वारा बनाई गई थी।
उसी दौर में अमेरिका में रहने वाले एक छोटे लड़के रॉबर्ट यूजीन ओटो (जिन्हें लोग जीन कहते थे) को यह डॉल एक नौकर द्वारा दी गई थी, जो उनके घर में काम करता था। जीन ने इस डॉल को रॉबर्ट नाम दे दिया और वह उसे बहुत पसंद करने लगा। जीन डॉल को हमेशा अपने साथ रखता था। जीन का घर, जिसे आज आर्टिस्ट हाउस कहा जाता है, 1890 के आसपास बना था। यहीं पर जीन और रॉबर्ट डॉल ने साथ में काफी समय बिताया।
इसे भी पढ़ें- जानिए शापित गुड़िया एनाबेल की सच्ची कहानी
डॉल के आने के बाद, जीन का कमरा हमेशा बिखरा रहने लगा और घर के सामान गायब होने लगे। जब माता-पिता ने जीन से पूछा कि क्या हुआ, तो वह बिना कुछ कहे सिर्फ डॉल की तरफ इशारा कर दिया करता था। एक बार जीन ने खुद अपने पैरेंट्स को बताया था कि उसने डॉल को चलते हुए और कमरे में रखी चीजों को अपने आप हिलते देखा था। इसके बाद, वह डॉल के साथ और ज्यादा समय बिताने लगा। धीरे-धीरे जीन के माता-पिता ने भी अजीब आवाजें सुननी शुरू कर दीं , जैसे कि कोई सीढ़ियों से दौड़ रहा हो या कोई फुसफुसाकर बातें कर रहा हो। उन्होंने डॉल के चेहरे के हावभाव भी बदलते हुए देखे थे। इसके बाद, पैरेंट्स ने घर छोड़ दिया और गुड़ियां को ताबूत में बंद करके रखा दिया था।
बचपन के बाद, जब जीन बड़ा हुआ और उसके माता-पिता की मौत हो गई, तो वह अपनी पत्नी ऐनी के साथ उस घर में वापस आकर रहने लगा। जीन ने कहा कि अब रॉबर्ट को भी एक अलग कमरा चाहिए। उसकी पत्नी को डॉल से डर लगता था और वह चाहती थी कि जीन उसे छत वाले स्टोर रूम में बंद कर दे। जीन ने ऐसा किया, लेकिन इसके बाद घर में और अजीब घटनाएं शुरू हो गईं। छत से आवाजें आने लगीं, किसी के चलने की आहट और शैतानी हंसी सुनाई देने लगी।
पड़ोस के बच्चों ने बताया कि उन्होंने डॉल को ऊपर की खिड़की से झांकते हुए देखा और कहा कि वह उन पर हंसती और मजाक करती थी।
जीन को यकीन नहीं हुआ, क्योंकि वह डॉल को स्टोर रूम में बंद कर चुका था। लेकिन, जब वह ऊपर गया और दरवाजा खोला, तो देखा कि रॉबर्ट खिड़की के पास एक रॉकिंग चेयर पर बैठी थी। जीन ने उसे कई बार फिर से स्टोर रूम में जाकर रखा, लेकिन डॉल हर बार वापस उसी कमरे में आ जाती थी।
1974 में जीन की मौत हो गई। उसके बाद एक नया परिवार उस घर में रहने आया। उनकी 10 साल की बेटी को छत में रॉबर्ट डॉल मिली और वह उसे देखकर खुश हुई। लेकिन, कुछ ही समय में उसने अपने माता-पिता को बताया कि डॉल जिंदा है और उसे चोट पहुंचाना चाहती है। वह रात को चीख कर उठ जाया करती थी और कहती थी कि डॉल कमरे में चल रही थी। जल्द ही उस परिवार ने डॉल को म्यूजियम में दान कर दिया।
इसे भी पढ़ें- दुनिया का सबसे भुतहा गांव, इंसानों से ज्यादा गुड़िया हैं मौजूद, जानें दिलचस्प किस्सा
आज यह डॉल फ्लोरिडा के ईस्ट मार्टेलो म्यूजियम में एक कांच के बंद बॉक्स में रखी हुई है। कहा जाता है कि जो लोग बिना पूछे उसकी फोटो खींच लेते हैं, उन्हें ये डॉल शाप दे देती है। म्यूजियम को हर साल ऐसे सैकड़ों खत मिलते हैं, जिनमें लोग माफी मांगते हैं और कहते हैं कि उन्होंने गलती से फोटो ले ली थी और अब उनकी जिंदगी में अजीब घटनाएं होने लगी हैं।
अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो आप हमें आर्टिकल के ऊपर दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Image Credit- social media, wikipedia
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।