आप अपने गुलाब, गुड़हल या अपराजिता के पौधों को फूलों से लदा हुआ देखना सभी को पसंद आता है। कई बार लोग अपनी गार्डन या बालकनी में फूलों वाले पौधे तो लगाते हैं, पर सही देखभाल न होने की वजह से इन पौधों में फूल आने रूक जाते हैं। कई लोग पौधे की पैदावर बढ़ाने के लिए महंगी रासायनिक खाद का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, आप घर के कुछ वेस्ट मटेरियल से भी पौधे को हरा-भरा और फूलों से लदा हुआ बना सकती हैं।
दरअसल, आपके घर में ही मौजूद कुछ ऐसे वेस्ट मटेरियल हैं, जिन्हें अगर 1 लीटर पानी में मिलाकर पौधों की जड़ों के पास डालेंगी, तो पौधे की अच्छी देखभाल हो सकती है। यह एक किफायती तरीका होने के साथ-साथ आपके पौधों के लिए भी बहुत फायदेमंद है। तो देर किस बात की, आइए उन जादुई वेस्ट मटेरियल के बारे में जानते हैं, जो आपके पौधों में फूलों की बहार लाने में कारगर हो सकते हैं।
प्याज के छिलकों में पोटेशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं। ये पोषक तत्व पौधों की जड़ों को मजबूत करते हैं और फूलों के विकास को बढ़ावा देते हैं। इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले लगभग एक मुट्ठी प्याज के छिलकों को 1 लीटर पानी में रात भर भिगो दें। सुबह इस पानी को छानकर अपने गुलाब, गुड़हल या अपराजिता के पौधों की जड़ों के पास डालें। आप छिलकों को सीधे मिट्टी में भी मिला सकते हैं।
केले के छिलकों में पोटेशियम की मात्रा बहुत अधिक होती है, जो फूलों के उत्पादन के लिए एक आवश्यक पोषक तत्व है। यह पौधों को बीमारियों से लड़ने में भी मदद करता है। सबसे पहले 2-3 केले के छिलकों को छोटे टुकड़ों में काट लें और 1 लीटर पानी में 24 घंटे के लिए भिगो दें। इस पानी को छानकर पौधों को दें। आप सूखे केले के छिलकों को पीसकर पाउडर भी बना सकते हैं और इसे मिट्टी में मिला सकते हैं।
चावल धोने के बाद बचा हुआ पानी स्टार्च से भरपूर होता है, जो पौधों के लिए एक अच्छा उर्वरक है। यह मिट्टी के सूक्ष्मजीवों के लिए भी फायदेमंद होता है। चावल धोने के बाद पहले पानी को इकट्ठा करें। इस पानी को सीधे अपने पौधों की जड़ों में डालें। इसके बाद, कुछ ही सप्ताह में आपको फर्क नजर आने लगेगा।
इसे भी पढ़ें- सूख रहे गुलाब के पौधे में भी जान डाल सकता है यह ट्रीक, माली ने बताया फिटकरी वाला सीक्रेट तरीका
विभिन्न प्रकार की सब्जियों के छिलकों में कई तरह के विटामिन और खनिज होते हैं जो पौधों के विकास के लिए अच्छे होते हैं। गाजर, आलू, खीरा आदि जैसी सब्जियों के छिलकों को छोटे टुकड़ों में काट लें और 1 लीटर पानी में 2-3 दिनों के लिए भिगो दें। इस पानी को छानकर पौधों को दें। आप इन छिलकों को खाद बनाने के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
इसे भी पढ़ें- 12 महीने गुड़हल में खिलेंगे फूल, बस पौधे की जड़ के पास डालें 10ml यह 1 घोल
इस्तेमाल की हुई चाय की पत्ती नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होती है। यह मिट्टी को थोड़ा अम्लीय बनाने में भी मदद करती है, जो कुछ पौधों जैसे गुलाब के लिए फायदेमंद है। इस्तेमाल की हुई चाय की पत्ती को धोकर सुखा लें। लगभग एक मुट्ठी चाय की पत्ती को 1 लीटर पानी में रात भर भिगो दें और सुबह इस पानी को पौधों में डालें। आप चाय की पत्ती को सीधे मिट्टी में भी मिला सकते हैं।
इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही, अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें। इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हर जिन्दगी के साथ।
Image credit- Freepik
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।