हिंदू धर्म में न जाने कितनी ऐसी प्रथाएं हैं जो सदियों से चली आ रही हैं और लोग उनका श्रद्धा से पालन करते चले आ रहे हैं। ऐसी ही एक रस्म है माथे पर तिलक लगाने की। आपने अक्सर देखा होगा कि घर के बड़े किसी भी शुभ काम से पहले, पूजा के दौरान या किसी कथा के पश्चात माथे पर तिलक लगाने की सलाह देते हैं।
यही नहीं पूजा की पूर्णता ही तिलक से मानी जाती है। तिलक अलग-अलग चीजों से लगाया जाता है। कुछ लोग हल्दी से, कुछ कुमकुम, तो कुछ सिंदूर का तिलक लगाते हैं। ऐसा माना जाता है कि तिलक माथे के बीचों बीच लगाना सबसे ज्यादा शुभ होता है।
ज्योतिष की मानें तो माथे के बीच में सात चक्र होते हैं जिन्हें ऊर्जा का केंद्र माना जाता है। तिलक लगाना किसी भी व्यक्ति के जीवन में शुभ लाभ देता है और समृद्धि के द्वार खोलने में मदद करता है। आइए नारद संचार के ज्योतिष अनिल जैन जी से जानें माथे पर तिलक लगाने के फायदों और इससे जीवन में होने वाले बदलावों के बारे में।
माथे पर होते हैं ऊर्जा के केंद्र
माथे के बीच का स्थान शरीर के चक्रों का समायोजन होता है जो अपार शक्ति का भण्डार माने जाते हैं और यह गुरु स्थान भी होता है। माथे के बीच का स्थान आज्ञा चक्र माना जाता है जो पूरे शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है। आज्ञा चक्र शरीर का सबसे महत्वपूर्ण चक्र माना जाता है जो पूरे शरीर का संचालन करता है। माथे के बीच का स्थान तीन नाड़ियों के संयोजन से बना होता है। इस स्थान को त्रिवेणी या संगम भी कहा जाता है। यह हमारे शरीर की चेतना का सबसे मुख्य स्थान होता है। योग में ध्यान के समय माथे के बीच के स्थान पर ही मन को एकाग्र किया जाता है।
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तिलक लगाना सात्विकता का प्रतीक है
ज्योतिष और तंत्र शास्त्र में तिलक लगाना सात्विकता का प्रतीक माना जाता है। यह भी कहा जाता है कि माथे के बीच में इष्ट देव का वास होता है और माथे पर तिलक लगाने से इष्ट देव का सम्मान होता है। ऐसी भी मान्यता है कि तिलक लगाने का मतलब है अपने कुलदेवता या इष्ट देव के प्रति श्रद्धा भाव दिखाना।
किस उंगली से लगाया जाता है तिलक
तिलक किसी भी उंगली या अंगूठे से लगाया जा सकता है। अनामिका उंगली का इस्तेमाल मुख्य रूप से तिलक लगाने के लिए किया जाता है। कहा जाता है कि मोक्ष प्राप्ति और आध्यात्मिक रूप से आगे बढ़ने के लिए अंगूठे से तिलक लगाना शुभ होता है। किसी युद्ध में विजय प्राप्त करने सुर शत्रु का नाश करने के लिए तर्जनी उंगली से तिलक करना शुभ माना जाता है। धन प्राप्ति के लिए तिलक लगाने में मध्यमा उंगली का इस्तेमाल किया जाता है।
तिलक लगाने के ज्योतिषीय फायदे
तिलक लगाने के कई ज्योतिष लाभ भी हैं। ज्योतिष की पहली राशि यानि मेष राशि(मेष राशि का स्वभाव) हमारे सिर या माथे से शुरू होती है। इस राशि का स्वामी ग्रह मंगल को माना जाता है। मंगल ऊर्जा, शक्ति, साहस और आत्मविश्वास का प्रतीक माना होता है। माथे पर तिलक लगाने से शरीर की ऊर्जा जागृत होती है जिसका असर आपके पूरे शरीर पर होता है। ज्योतिष में कुछ जगह पर माथे के बीच के स्थान को भगवान विष्णु का स्थान माना जाता है। इसलिए भी यह स्थान पूजनीय होता है। तिलक लगाने से कई लाभ मिलते हैं। इससे आपके गुस्से में कमी आती है, जीवन में शांति बनी रहती है, मन स्थिर रहता है, शरीर स्वस्थ बना रहता है।
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तिलक लगाने से नकारात्मकता दूर होती है
तिलक लगाने से जीवन में यश बढ़ता है और पापों का नाश होता है। साथ ही, जीवन से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और शरीर में सकारात्मकता का भाव बना रहता है। इससे मन में अच्छे विचार आते हैं और किसी भी काम को करने की क्षमता को हम कई गुना तक बढ़ा सकते हैं।
इन सभी कारणों से माथे पर तिलक लगाने को बहुत शुभ माना जाता है और इसकेलाभ मन मस्तिष्क और शरीर में देखने को मिलते हैं। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ। आपका इस बारे में क्या ख्याल है? हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
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