Govardhan Puja Annakoot Bhog 2024: गोवर्धन पूजा के दिन क्यों बनता है अन्नकूट का भोग?

गोवर्धन पूजा का त्योहार सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। इसे अन्नकूट के नाम से भी जाना जाता है। अब ऐसे में इस दिन अन्नकूट का भोग क्यों बनता है। इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
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हिंदू धर्म में सभी तीज और त्योहारों को शुभता, समृद्धि और खुशियों का संचार करने का प्रतीक माना जाता है। वहीं कार्तिक माह में पड़ने वाली पंच दिवसीय दिवाली का त्योहार भी बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। वहीं दिवाली के एक दिन बाद गोवर्धन पूजा का त्योहार मनाया जाता है। जिसे अन्नकूट के नाम से भी जाना जाता है। वहीं इस साल गोवर्धन पूजा 2 नवंबर को मनाई जाएगी। गोवर्धन पूजा के दिन भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना करने का विधान है। ऐसा कहा जाता है कि गोवर्धन पूजा के लिए माधव की पूजा करने से व्यक्ति को सभी परेशानियों से छुटकारा मिल जाता है और सुख-सौभाग्य में भी वृद्धि होती है। अब ऐसे में गोवर्धन पूजा के दिन अन्नकूट का भोग बनाने का महत्व क्या है। इसके बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।

गोवर्धन पूजा के दिन अन्नकूट का भोग बनाने का महत्व क्या है?

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पौराणिक कथा के अनुसार, ऐसा कहा जाता है कि गोवर्धन पूजा के दिन भगवान श्रीकृष्ण ने देवराज इंद्र का घमंड पूरी तरह से चकनाचूर कर दिया था और गोवर्धन पर्वत के नीचे पूरे ब्रजमंडल के वासियों को शरण दिया। ताकि भारी बारिश की उनकी रक्षा हो सके। इतना ही नहीं, भगवान श्रीकृष्ण ने सभी ब्रजवासियों को यह भी बताया था कि प्रकृति से मिलने वाली सभी चीजें कितनी महत्वपूर्ण होती है। इससे ब्रजवासी बेहद प्रसन्न हुए थे और उन्होंने गोवर्धन पूजा की शुरूआत की।

तभी से सभी लोग इस मौके पर गोबर और अनाज से गोवर्धन जी को बनाकर उनकी विधिवत पूजा-अर्चना करते हैं। साथ ही उन्हें अन्नकूट का भोग लगाते हैं। अन्नकूट का भोग लगाने से भगवान श्रीकृष्ण की कृपा सभी भक्तों पर बनी रहती है और सुख-समृद्धि के साथ-साथ सौभाग्य की भी प्राप्ति होती है।

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गोवर्धन पूजा के दिन क्यों करते हैं गायों की पूजा?

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कथा के अनुसार, कहते हैं कि जब भगवान श्रीकृष्ण ने इंद्रदेव का घमंड तोड़ा था। तब भगवान श्रीकृष्ण ने गौमाता की पूजा की थी और तब से कान्हा ने गौ माता को गोवर्धन पूजा के दिन पूजे जाने का वरदान दिया था। इसलिए गोवर्धन पूजा के दिन गौ माता की पूजा के बिना अधूरी मानी जाती है।

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Image Credit- HerZindagi

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