Bhagavad Gita: श्रीमद्भगवत गीता हिन्दू धर्म के पवित्र ग्रंथों में से एक है। शास्त्रों के अनुसार गीता का पाठ करने, उसे घर में रखने और नियमित गीता की पुस्तक की पूजा करने से घर में सुख-संपन्नता भरी रहती है।
अर्जुन को गीता उपदेश देते समय स्वयं श्री कृष्ण ने कहा है कि जो भी व्यक्ति गीता के 18 अध्याय और 700 श्लोकों का अध्ययन करेगा यानी कि रोजाना गीता का पाठ पढ़ेगा उसके जीवन की समस्याओं का अंत करने खुद श्री कृष्ण आएंगे।
हमारे ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स ने हमें बताया कि गीता में आत्मा, परमात्मा, भक्ति, कर्म, जीवन आदि का मर्म विस्तार से समझाया गया है। ऐसे में किसी भी मनुष्य के द्वारा गीता का नियमित पाठ श्रवण या पाठन उसे संसार का समस्त सुख और इश्वर का सानिध्य प्राप्त करा सकता है।
वहीं, हमारे एक्सपर्ट ने हमें इस बारे में भी जानकारी दी कि भगवत गीता का पाठ करते समय कुछ नियमों का पालन करना भी आवश्यक माना गया है। शास्त्रों में इस बात का उल्लेख मिलता है कि बिना नियम पालन के पढ़ा गया गीता का पाठ पूर्ण फल नहीं देता है।
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तो ये थे गीता का पाठ करते समय ध्यान रखे जाने वाले नियम। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ। आपका इस बारे में क्या ख्याल है? हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
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