Puja Ka Asan: पूजा के आसन को लेकर कहीं आप भी तो नहीं करते ये भयंकर गलती

पूजा पाठ से जुड़े कई नियम होते हैं। उन्हीं नियमों में से एक है पूजा का आसन। पूजा के आसन से जुड़ी इन बातों का पालन जरूर करना चाहिए।

 
puja path ke niyam

Puja Ka Asan: पूजा पाठ से जुड़े कुछ ऐसे नियम हैं जिनका पालन करना आवश्यक होता है। अगर इन नियमों की अनदेखी की जाए तो न तो पूजा का फल मिलता है अपितु व्यक्ति पाप का भागी और बन जाता। इन्हीं नियमों में से एक है पूजा का आसन।

पूजा पाठ के दौरान आसन का बहुत महत्व माना जाता है। धर्म शास्त्रों के अनुसार, व्यक्ति को कभी भी बिना आसन पर बैठे पूजा नहीं करनी चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि बिना आसन के की गई पूजा फलित नहीं होती है।

हमारे ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स ने पूजा के दौरान आसन से जुड़े कुछ नियमों के बारे में विस्तार से बताया है। ऐसे में चलिए जानते हैं पूजा के आसन से जुड़ी सभी जरूरी बातों के बारे में।

आसन का कपड़ा और रंग

puja ka asan

  • पूजा के दौरान ऊन व कंबल के आसन पर बैठना शुभ माना जाता है।
  • इसके अलावा, कुषा कासान भी पवित्रता की श्रेणी में आता है।
  • माना जाता है कि ऊन, कंबल और कुशा के आसन पर की गई पूजा अति उत्तम होती है।
  • वहीं, आसन के रंग की बात करें तो यह नारंगी या लाल होना चाहिए।
  • यह रंग हनुमान जी, मां लक्ष्मी और मां दुर्गा के प्रिय माने जाते हैं।
  • ध्यान रहे कि आसन का रंग भूल से भी नीला न हो।

इस तरह के आसन से बचें

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  • दरी, चटाई या पटरी को भूल से भी आसन के रूप में इस्तेमाल न करें।
  • ऐसा इसलिए क्योंकि इन चीजों को ज्योतिष शास्त्र में अशुभ माना जाता है।
  • ब्रह्म पुराण के अनुसार, बांस के आसन पर पूजा करने से घर में दरिद्रता आती है तो वहीं, पत्थर पर बैठकर पूजा करने से शारीरिक रोग में वृद्धि होती है।
  • इसके अलावा, लकड़ी पर बैठकर पूजा करने से घर में दुर्भाग्य आता है और तिनके के रुपी आसन पर की गई पूजा से धन हानि होती है।
  • यहां तक कि पत्तों पर पूजा करने से मन भ्रमित हो जाता है।

आसन उठाते समय न करें ये गलती

puja ke asan

  • पूजा के बाद आसन को सीधा यूं ही न उठाएं बल्कि आचमन करके थोड़ा जल आसन के नीचे अर्पित करने के बाद ही आसन छोड़ें।
  • जल अर्पण और आसन छोड़ने के बीच में धरती मां को प्रणाम करें सभी देवी देवताओं का स्मरण करना न भूलें।
  • पूजा संपन्न होने के बाद आसन को इधर उधर न पटकें बल्कि पवित्र और स्वच्छ स्थान पर आसन को मोड़कर रख दें।
  • आसन को कभी भी गंदे हाथों से न छुएं. इससे अशुद्धि का दोष लगता है और पूजा खंडित हो जाती है।

तो ये थे पूजा के आसन से जुड़े कुछ जरूरी नियम जिनका पालन अवश्य करना चाहिए। इस आर्टिकल को शेयर और लाइक जरूर करें, साथ ही कमेंट भी करें।धर्म और त्यौहारों से जुड़े ऐसे ही और आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Credit: Herzindagi, Freepik

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