यौन शोषण !
Sexual Harrasment!!
इस शब्द का मतलब किसी को मालूम भी है। लगता तो नहीं है। क्योंकि अगर किसी को मालूम होता तो कम से कम हमें यह दिन नहीं देखने पड़ते। आज हम बात करने वाले देश की सबसे प्रसिद्ध यूनीवर्सिटी जेएनयू की और साउथ की एक यूनीवर्सिटी के बारे में जहां आजकल छात्र यौन शोषण के खिलाफ प्रोटेस्ट कर रहे हैं। भले ही दोनों यूनीवर्सिटी में प्रोटेस्ट करने का तरीका अलग है... लेकिन प्रोटेस्ट हो एक ही चीज के लिए रहे हैं। तो आज इन दो मामलों के बारे में बात कर रहे हैं।
पहला मामला: जेएनयू
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के एक प्रोफेसर Atul Johri पर यूनीवर्सिटी की कुछ छात्राओं ने यौन शोषण का आरोप लगाया है। ये पूरा मामला Atul Johri पर स्कूल ऑफ लाइफ साइंस की शोधछात्राओं के साथ यौन उत्पीड़न का है। सबसे पहले पीएचडी कर रही एक छात्रा ने इस प्रोफेसर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। जिसके बाद सात अन्य शोध छात्राओं ने भी इस पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए।
इन आरोपों की एफआईआर वसंत कुंज थाने में दर्ज की गई है जिसके लिए बीते दिन छात्रों ने थाने के बाहर विरोध प्रदर्शन भी किया था।
करते थे आपत्तिजनक टिप्पणी
इन आरोपों को लेकर एक तरफ जहां प्रोफेसर ने इंकार किया है वहीं छात्राओं ने परिसर में एक संवाददाता सम्मेलन आयोजित करके बयान जारी किया है कि, ‘‘ प्रोफेसर अक्सर यौन प्रवृत्ति वाली टिप्पणियां करते हैं, खुलेआम सेक्स के लिए कहते हैं और लगभग हर लड़की की शारीरिक बनावट पर टिप्पणी करते हैं। अगर लड़की इस पर आपत्ति जताती है तो वह उससे दुश्मनी मान लेते हैं।’’
कई लड़कियों ने इस प्रोफेसर पर इल्जाम लगाया है कि प्रोफेसर उन पर गलत तरीके से कमेंट करते थे।
दूसरा मामला: फारुक कॉलेज
दूसरा मामला केरल के कोझिकोड के फारुक कॉलेज का है जहां छात्राएं तरबूज के जरिए अपना विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। यह विरोध प्रदर्शन सड़क से लेकर सोशल मीडिया पर चल रहा है और छात्राएं 'तरबूज को लेकर सड़क पर प्रदर्शन' कर रही हैं तो कुछ छात्राएं 'सोशल मीडिया पर तरबूज के साथ फोटो' पोस्ट कर रही हैं।
फारुक कॉलेज के प्रोफेसर जौहर मुनव्विर ने महिलाओं के ब्रेस्ट की तुलना पके तरबूज से की है। उन्होंने मुस्लिम लड़कियों के पहनावे को लेकर विवादित बयान दिया है। प्रोफेसर ने कहा कि ‘‘लड़कियां अब ठीक से हिजाब नहीं पहनती। वो शॉल से सिर्फ अपना सिर ढ़क लेती है, लेकिन सीना खुला रखती है, ताकि लड़के आकर्षित हो। प्रोफेसर जौहर मुनव्विर ने महिलाओं के ब्रेस्ट की तुलना पके तरबूज से की, जिसके बाद उनके इस बयान का विरोध शुरू हो गया।’’
हद है... अब तक लोग फिल्मों में ब्रेस्ट की तुलना संतरे से करते थे लेकिन अब तरबूज से भी करने लगे हैं। ये ब्रेस्ट आखिर में ऐसी है ही चीज।
खैर विष्णु नाम के शख्स ने प्रोफेसर जौहर मुनव्विर के इस बयान का सबसे पहले विरोध किया था। जिसके बाद उसने अपने पार्टनर की टॉपलेस फोटो तरबूज के साथ फेसबुक पर पोस्ट कर दी। जिसके बाद तिरुवंनतपुरम की रहने वाले एक और यूजर ने ऐसी ही खुद की टॉपलेस फोटो पोस्ट की। जिसके बाद 'तरबूज प्रदर्शन' के नाम से सड़क से लेकर सोशल मीडिया में छात्र प्रोटेस्ट करने लगे।
तो इन दोनों मामलों से आपका क्या मालूम चलता है?
यही कि किसी भी तरह की गलत तरीके की टिप्पणी भी यौन शोषण है की केटेगरी में आता है। यहां तक की कोई अगर कोई आपको गलत तरीके से देखता भी है तो भी वह यौन शोषण होगा। इसलिए गलत व्यवहार को बर्दाश्त ना करें और आवाज उठाएं।
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