Pitru Paksha Daan 2023: हिंदू धर्म में पितृपक्ष का बहुत ज्यादा महत्व बताया गया है। ऐसी मान्यता है कि पितृ पक्ष के 16 दिनों में हमारे पूर्वज पृथ्वी पर आते हैं और हमारे बीच रखकर ही किसी रूप में अन्न हुए जल ग्रहण करते हैं। ऐसी मान्यता है कि यदि हम अपने पूर्वजों की संतुष्टि के लिए कुछ काम करते हैं तो उनका पूरा आशीर्वाद हमें प्राप्त होता है।
उसी प्रकार इस दौरान कुछ चीजों का दान करने की भी सलाह दी जाती है, जिससे पूर्वजों की आत्मा को शांति मिल सके। जहां तक दान की बात की जाए तो दान-पुण्य हमेशा से ही मोक्ष का द्वार खोलता है। आइए ज्योतिषाचार्य एवं वास्तु विशेषज्ञ डॉ आरती दहिया जी से जानें कि श्राद्ध की पूरी अवधि के दौरान किन चीजों का दान सुख समृद्धि का कारक बन सकता है।
पितृ पक्ष में दान पुण्य का महत्व
पितरो को प्रसन्न करने के लिए और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए पुराणों में भी पितृ पक्ष के दौरान दान -पुण्य को महत्त्वपूर्ण बताया गया है। ऐसी मान्यता है कि पितृपक्ष में स्नान, दान, पिंडदान और तर्पण करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है। पितर इस दौरान यमलोक से धरती पर आते हैं और अपने वंशजों को आशीर्वाद देकर जाते हैं। इस दौरान कुछ चीजों का दान आपके लिए फलदायी हो सकता है।
काले तिलों का दान
ऐसी मान्यता है कि पितृपक्ष के दौरान जो व्यक्ति काले तिलों का दान करता है उसे सभी बाधाओं से मुक्ति मिलती है। काले तिलों का दान करने से व्यक्ति को ग्रह और नक्षत्र से होने वाली कोई भी बाधा से मुक्ति तो मिलती है और साथ ही दान पुण्य सभी संकटों को भी दूर करते हैं।
वस्त्रों का दान
ऐसी मान्यता है कि पितृ पक्ष में आप जिन्हें भी भोजन कराएं, चाहे वो गरीब हों या ब्राह्मण, उन्हें भोजन के साथ वस्त्रों का दान जरूर करें। यदि आप ब्राह्मण को दान दे रहे हैं तो उन्हें वस्त्र के रूप में धोती, टोपी या गमछा दिया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि पितर अपने वंशजों से ब्राह्मणों के रूप में वस्त्रों की कामना करते हैं।
इसे जरूर पढ़ें: Pitru Paksha 2022: श्राद्ध में भूलकर भी न करें ये काम, पूर्वज हो सकते हैं नाराज
चप्पलों का दान
पितृ पक्ष में पूर्वजों की संतुष्टि के लिए गरीबों को जूते या चप्पलों ( शनिवार के दिन चप्पल के टोटके ) का दान करने से पितर प्रसन्न होते हैं और घर में सुख शांति और खुशहाली बनी रहती है। ऐसा करने से शनि और राहु के दोष भी समाप्त होते हैं।
घी का दान
ऐसी मान्यता है कि पितृपक्ष के दौरान यदि गाय का घी किसी साफ बर्तन सहित दान में दिया जाता है तो उससे पारिवारिक संकट दूर होते हैं और पितरों का आशीष मिलता है। ज्योतिष के अनुसार इस दौरान मुख्य रूप से घी का दान करने की सलाह दी जाती है।
गुड़ का दान
श्राद्ध के दौरान पितरों को यदि गुड़ का दान (गुड़ के उपाय) किया जाता है तो इससे घर में सुख शांति का वातावरण बना रहता है। गुड़ का दान करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है।
अन्न का दान
पितृ पक्ष के दौरान किसी भी जरूरतमंद को अन्न का दान करना सबसे अच्छा माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इससे वंश में वृद्धि होती है और जीवन में किसी भी प्रकार की रुकावट नहीं आती है।
नमक का दान
श्राद्ध पक्ष के दौरान नमक दान करने से किसी भी नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति मिलती है और यदि पितरों पर कोई कर्ज था तो उन्हें उससे भी मुक्ति मिलती है। इस दौरान नमक का दान करने से पितरों का पूर्ण आशीर्वाद मिलता है।
सोने, चांदी का दान
यदि कोई व्यक्ति पितृ पक्ष की अवधि के दौरान स्वर्ण यानी सोने का दान करता है तो उसकी गुरु संबंधी सभी बाधाएं दूर होती हैं और समस्त रोगों से मुक्ति मिलती है। वहीं चांदी को चन्द्रमा का कारक माना जाता है, इसलिए इस अवधि के दौरान चांदी का दान सभी रोगों से मुक्ति दिलाता है। इससे परिवार में सुख शांति एवं एकता बनी रहती है।
यदि आप ज्योतिष में बताई इन चीजों का दान करते हैं तो ये पितरों का आशीष पाने का सबसे सरल मार्ग है। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
Image Credit: freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों