इस ज्योतिर्लिंग में रात के समय शयन करने आते हैं भोले बाबा

 Omkareshwar Temple: हमारे देश में भगवान शिव के कई सारे मंदिर होते हैं। इसमें से कई ऐसे मंदिर हैं जो 12 ज्योतिर्लिंग में आते हैं। हर ज्योतिर्लिंग का अपना अलग महत्व होते हैं। इनमें से एक ज्योतिर्लिंग भारत के मध्य प्रदेश राज्य में स्थित है, जिसे ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग। जहां रोजाना आकर महादेव विश्राम करने आते हैं।
image
हमारे यहां हर एक भगवान का वास अलग-अलग जगह पर है। इसलिए यहां पर तीर्थस्थान भी कई सारे हैं। इनमें से बहुत खास हैं 12 ज्योतिर्लिंग। जहां भगवान शिव का वास होता है। इसलिए लोग अलग-अलग ज्योतिर्लिंग में घूमने जाते हैं। लेकिन क्या आप इनके पीछे की कहानी को जानते हैं। अगर नहीं तो आज हम आपको ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के बारे में बताएंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि यहां पर भगवान के लिए सजाया जाता है विश्राम गृह। चलिए आपको बताते हैं आखिर इसी मंदिर में क्यों भगवान शिव करने आते हैं विश्राम।

इस मंदिर में विराजते हैं भगवान शिव

Omkareshwa

ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग मध्य प्रदेश के इंदौर शहर से लगभग 78 किमी दूरी पर स्थित है। इस मंदिर के आसपास नर्मदा नदी का जल बहता है। ऐसा कहा जाता है कि ओंकारेश्वर ज्योर्तिलिंग के आस-पास कुल 68 तीर्थ स्थित हैं जहां भगवान शिव 33 करोड़ देवताओं के साथ यहां रहते है। महाशिवरात्रि के अवसर पर यहां पर भक्तों की भारी भीड़ देखी जाती है। इसलिए ये मंदिर 24 घंटे खुला रहता है, ताकि हर कोई भक्त भगवान के दर्शन कर सके।

इस मंदिर में महादेव करते हैं शयन

Lor shiva

उज्जैन स्थिति महाकालेश्वर की भस्म आरती के बारे में तो हर कोई जानता है। इसलिए हर कोई सुबह 4 बजे मंदिर में इस आरती को देखने भी जाता है। लेकिन आपको पता है कि ओंकारेश्वर मंदिर की शयन आरती विश्व प्रसिद्ध है। ऐसा इसलिए क्योंकि मान्यता है कि रात्रि के समय भगवान शिव यहां रोजाना विश्राम करने आते है। इसलिए वहां के गर्भ ग्रह में भगवान शिव और माता पार्वती के लिए बिस्तर लगाया जाता है। साथ ही, चौपड़ बिछाई रखा जाता है, ताकि वो इसे खेल सके। रात के समय इस मंदिर में कोई नहीं रुकता है। जब सुबह के समय द्वार खोले जाते हैं, तो सारा सामान बिखरा हुआ दिखाई देता है। इसलिए कहा जाता है कि ये एकमात्र मंदिर है जहां पर भगवान रात के समय आते हैं।

इसे भी पढ़ें: मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग कहां है, जानें इसकी उत्पत्ति की कहानी और महत्व

मंदिर से जुड़े हैं ये धार्मिक तथ्य

ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग से जुड़ी एक खास कहानी भी है, जो वहां के पंडित बताते हैं। ऐसा कहा जाता है कि वहां पर एक राजा राज्य करता था। उन्होंने भगवान शिव की कठिन तपस्या की। इस तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें वर मांगने को कहा, जिसके बाद राजा ने पहले वर में उन्हें इसी स्थान रहने को कहा। वहीं भगवान के नाम के साथ उसका नाम जुड़े ऐसा वर मांगा। इसलिए आज भी लोग इस क्षेत्र को मांधाता के नाम से जानते हैं।

इसे भी पढ़ें:कैसे हुई थी नागेश्वर ज्योतिर्लिंग की स्थापना? नाग-नागिन से है खास संबंध

भगवान शिव के ऐसे कई सारे मंदिर हैं, जिसकी कई सारी कहानियां और कथाएं हैं। इन कथाओं के कई सारे तथ्य हैं। जिन्हें जानकर हमें अपने धर्म से जुड़ी चीजों के बारे में जानकारी मिलती है।

इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही,अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें। इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हर जिन्दगी के साथ

Image Credit-Instagram/ omkareshwar_jyotirlinga

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP