देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन 17 सितंबर को होता है। उनका जन्म वर्ष 1950 में गुजरात के वड़नागर के करीब मेहसाणा में हुआ था। उनकी जन्म तिथि के अनुसार उनकी राधि वृश्चिक है। आपको बता दें कि इस राशि का स्वामी मंगल होता है। पीएम मोदी का मंगल 2020 तक काफी बलवान अवस्था में होगा। यह बात हम नहीं कह रहे बल्कि उज्जैन के पंडित एवं ज्योतिषाचार्य दयानंद शास्त्री कह रहे हैं। पीएम मोदी इस वर्ष 68 वर्ष के हो जांगे ज्योतिषाचार्य बताते हैं, ‘मोदी जी की जन्म कुंडली में लग्न में ही चंद्रमा उपस्थित है। वहीं बृहस्पति चतुर्थ भाव में है, शुक्र, शनि दशम भाव में है, राहु पंचम में और सूर्य बुध व केतु एकादश भाव में है। अर्थात ज्योतिषीय दृष्टि से ऐसा होना बहुत ही शुभ माना गया है। मोदी जी की कुंडली में लग्नेश लग्न में होने से लग्न और लग्नेश दोनों ही बहुत मजबूत स्थिति में हैं। लग्नेश का बलवान होना तो व्यक्ति को उच्च आत्मविश्वास और इच्छाशक्ति देता ही है साथ ही मंगल हिम्मत, शक्ति, पराक्रम, दृढनिश्चयता और उत्साह प्रदान करता है ।’ चलिए पंडित जी से जानते हैं कि आने वाला वर्ष पीएम मोदी जी के लिए कैसा रहेगा और उनकी कुंडली में क्या विशेष बातें छुपी हुई हैं।
इसे जरूर पढ़ें: अपने प्यारे पीएम नरेंद्र मोदी के बारे में कितना जानती हैं आपपीएम मोदी की कुंडली बताती है कि लग्न लग्नेश और मंगल की मौजूदगी के कारण उनका स्वभाव पराक्रम, निडरता, निर्भयता और उत्साह है। वह मेहनती और अपने कार्य को पूरे समर्पण से करने वालों में से हैं। यदि मोदी जी एक बार किसी कार्य करने की ठान लेते हैं तो वह उसे कर के ही मानते हैं।
इतना ही नहीं मोदी जी कुंडली में लग्न में रूचक योग है। ऐसा जिस व्यक्ति की कुंडली में होता है वह हमेशा ही अपनी विरोधियों पर हावी रहता है। साथ ही ऐसा लोग स्वतंत्र और निर्भय स्वभाव के होते हैं। पंडित जी बताते हैं, ‘मोदी जी की राशि वृश्चिक है और उनकी कुंडली में मंगल होने के कारण एक विशेष योग बन रहा है। इसका नाम है शत्रुहंता योग। इस योग के बनने के कारण पीएम मोदी के शत्रु और विरोधी उनका कुछ भी नहीं बिगाड़ पाएंगे। इसके साथ ही मोदी जी सदेव ही अपनी चाल और शारीरिक बनावट से लोगों को प्रभावित करते रहेंगे। ’
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वृश्चिक राशि वाले लोग गंभीर और निडर होते हैं। ये लोग जो एक बार ठान लेते हैं उसे पूरा करने के लिए कठोर परिश्रम करने से घबराते नहीं हैं। नरेंद्र मोदी जी के अंदर भी ऐसे ही आसाधरण गुण है नरेंद्र मोदी कठोर परिश्रम करके अपना लक्ष्य हासिल करने में कामयाब होते हैं। पंडित जी कहते हैं, ‘मोदी जी की ही तरह उनकी कुंडली भी असाधारण है। उनकी कुंडली में देशा का तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने का योग है। गुरु चंद्रमा के योग से 2024 में शनि की साढ़े साती के समय वे फिर से पीएम बनकर आएंगे। ऐसा होने से उन्हें कोई नहीं रोक सकता है।उनके उपलब्ध जन्म विवरण के अनुसार उनकी जन्म कुंडली मेंगजकेसरी योग, मुसल योग, केदार योग, रुचक योग, वोशि योग, भेरी योग, चंद्र मंगल योग, नीच भंग योग अमर योग, कालह योग, शंख योग व वरिष्ठ योग है।’इतना ही नहीं पंडित जी यह भी बताते हैा कि पीएम मोदी एक बहुम कुशल प्रबंधक है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस चमत्कारी जड़ी-बूटी का अपने भाषण में किया जिक्र
वह कहते हैं, ‘उनकी कुंडली में बृहस्पति का केंद्र में होना और मंगल का स्वराशि में होना इस बात का संकेत देता है कि उनमें बहुत अच्छा प्रबंधन करने के गुण हैं। उनका व्यवहार भी बहुत ही मैत्रीपूर्ण है जिससे वह सभी का मन मोह लेते हैं।’ मोदी जी की कुंडली में चतुर्थ भाव का स्वामी शनि दशम भाव में स्थित होकर चतुर्थ भाव को पूर्ण दृष्टि देख रहा है। ऐसे में व्यक्ति को बहुत बड़ी मात्रा में जनसमर्थन और जनता का सहयोग प्राप्त होता है इसके अलावा जनता का नैसर्गिक कारक शनि भी केंद्र में बृहस्पति से दृष्ट है जिससे श्री मोदी जी को जनता का बहुत अच्छा समर्थन प्राप्त होता है।पीएम मोदी ने संसद में स्पेशल दोस्त से मुलाकात की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कुंडली के हिसाब से उन पर चंद्रमा भाग्येश की महादशा 2021 तक जारी रहेगी। वर्ष 2024 में शनि की साढ़े साती के समय मोदी की कुंडली में मंगल होने से फिर से उन्हें ही पीएम बनने का मौका मिलेगा।नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में परोसे जाएंगे ये खास व्यंजन
मोदी जी देश का नेतृत्व निर्बाध रूप से 2028 तक करेंगे और फिर राहु की महादशा में नेतृत्व परिवर्तन होगा पार्टी वही रहेगी । मोदी जी का राजनैतिक ग्राफ बढ़ता रहे इसके लिए उन्हें सदैव भगवान शिव जी की पूजा करते रहना चाहिए ।
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