हम सभी का बचपन बॉलीवुड की फिल्मों को देख कर गुजरा है। ऐसा कहा जा सकता है कि बॉलीवुड की फिल्मों ने हमारे व्यक्तिगत जीवन को प्रभावित किया है। पहले और अब के समय में ऐसी कई फिल्में बन चुकी हैं, जो यह दिखाती हैं कि पुरुष कैसा व्यवहार करते हैं। बॉलीवुड में पुरुषों के कई रूप दिखाए गए हैं। पुरुषों के इन किरदारो को सीमित नहीं किया जा सकता है। क्योंकि बॉलीवुड में हर तरह की फिल्में बनाई जाती हैं।
लेकिन कई बार बॉलीवुड की फिल्मों में रोमांस या लव स्टोरी दिखाने के बजाय कुछ और ही दिखाया गया है। असल में फिल्मों में प्यार की परिभाषा ही कुछ और दिखाई गई है। ऐसे में आज हम आपको बॉलीवुड की उन फिल्मों के बारे में बताएंगे जो'टॉक्सिक बॉयफ्रेंड' पर बनी हैं। और आप भी इस बात से इंकार नहीं कर पाएंगे कि इनमें से कई फिल्में आपकी फेवरेट फिल्म हो सकती हैं। क्योंकि जब ये फिल्में रिलीज हुईं थी, तब हम असलियत से वाकिफ नहीं थे। तो चलिए जानते हैं 'टॉक्सिक बॉयफ्रेंड' पर बन चुकी बॉलीवुड की फिल्मों के बारे में।
राधे-तेरे नाम फिल्म
'तेरे नाम' फिल्म साल 2003 में रिलीज हुई थी। यह फिल्म सलमान खान की सबसे हिट फिल्मों में से एक है। इस फिल्म में सलमान खान 'राधे' नाम के एक लड़के के रोल में नजर आए थे। यह कहना गलत नहीं होगा कि उस फिल्म के गाने से लेकर कहानी तक हर कोई इस फिल्म की तारीफ करता था। लेकिन खुली आंखों से देखा जाए तो यह कहना गलत नहीं होगा कि फिल्म 'टॉक्सिक बॉयफ्रेंड' पर आधारित है। फिल्म में एक प्रेम कहानी कम यह ज्यादा दिखाया गया है कि एक लड़की की हां मायने नहीं रखती है। कैसे एक लड़का हमेशा लड़की का पीछा करता है, क्योंकि वह उससे प्यार करता है।
कबीर राजधीर सिंह- कबीर सिंह फिल्म
साल 2019 में आई शाहिद कपूर की फिल्म 'कबीर सिंह' भी टॉक्सिक बॉयफ्रेंड पर आधारित है। इस फिल्म में प्रीति को चाटा मारने से लेकर उसका पीछा करने तक यह सब बातें यही दर्शाती है कि आज के जमाने में भी लड़कियों के साथ प्यार के मामले में जबरदस्ती की जाती है। इस फिल्म में यह साफ नजर आ रहा था कि कैसे कबीर सिंह को यह समझ नहीं आता कि वह जिससे प्यार करता है, वह लड़की उसे मना भी कर सकती है। इस फिल्म में कबीर सिंह पूरी तरह अपनी गर्लफ्रेंड प्रीति पर रोक टोक करता है। वह कहां जाएगी किससे मिलेगी। यह सब केवल एक टॉक्सिक बॉयफ्रेंड की ही निशानी है। भला खुद सोचिए जहां प्यार हो, वहां रोक टोक कैसी?
कुंदन-रांझणा फिल्म
फिल्म 'रांझणा' उस समय की सबसे हिट फिल्म में से एक थी। इस फिल्म में सोनम कपूर और धनुष मेन रोल में नजर आ चुके हैं। इस फिल्म में भी कुछ इसी तरह की कहानी दिखाई गई है। जहां एक लड़का यानी कुंदन (धनुष) सालों तक जोया (सोनम कपूर) का पीछा करता है। लेकिन जब यह बात जोया को पता चलती है तो वह उसे थप्पड़ मार देती है। थप्पड़ का सीधा-सीधा मतलब तो यही होता है कि जोया कुंदन को बिल्कुल भी पसंद नहीं करती है। लेकिन इसके बावजूद भी कुंदन हार नहीं मानता है। क्या इसी को प्यार कहते हैं, मेरी नजर में तो नहीं।
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मैडी-रहना है तेरे दिल में फिल्म
इस फिल्म से आर माधवन ने दर्शकों के बीच लवर बॉय की इमेज बना ली थी। लेकिन खुद सोचिए क्या छल-कपट करके भी कभी प्यार किया जा सकता है? प्यार तो पानी की तरह होता है जिससे हम हर चीज आर पार देख सकते हैं। लेकिन इस फिल्म में कुछ और ही दिखाया गया था। इस फिल्म में दिखाया गया है कि मैडी कैसे एक लड़की को अपने प्यार के जाल में फंसाने के लिए उसे बताता है कि वह किसी और से प्यार करता है।
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बदरीनाथ की दुल्हनिया फिल्म
इस फिल्म में वरुण धवन और आलिया भट्ट ने अहम भूमिका निभाई है। इस फिल्म में भी यही दिखाया गया है कि ब्रदी वैदही का पीछा करता रहता है। यहां तक की वह प्यार का झूठा नाटक भी करता है। फिल्म बदरीनाथ की दुल्हनिया में जो कुछ भी दिखाया गया है, उसे प्यार नहीं कहते हैं। आखिर में प्यार पांबदियां नहीं लगाता, प्यार तो वह जो खुले आसमान में किया जाता है। प्यार ही तो एक ऐसी चीज है जो बिना किसी निस्वार्थ भाव के की जाती है। प्यार मजबूरी नहीं प्यार ख्वाहिश होती है।
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