Meena Sankranti 2023 Ki Details In Hindi: हिन्दू धर्म में साल की 12 संक्रांतियों का वरण मिलता है। इन्हीं में से एक है मीन संक्रांति। मीन संक्रांति के दिन सूर्य देव राशि परिवर्तन कर कुंभ राशि से मीन राशि में प्रवेश करते हैं। इस दिन सूर्य भगवान की उपासना का विशेष महत्व है। शास्त्रों में मीन संक्रांति को सूर्य पूजन के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण माना गया है। ऐसे में ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं मीन संक्रांति की तिथि, महत्व और इस दिन किये जाने वाले कुछ विशेष उपायों के बारे में।
इस साल मीन संक्रांति 15 मार्च, दिन बुधवार (बुधवार के उपाय) को पड़ रही है। 14 और 15 मार्च की मध्यरात्रि 12 बजकर 16 मिनट पर सूर्य राशि परिवर्तन कर मीन राशि का स्वामित्व संभालेंगे। वहीं, 15 मार्च की सुबह 6 बजकर 33 मिनट से 8 बजकर 30 मिनट का समय का पुण्यकाल होगा।
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मीन संक्रांति के दिन मीन राशि में सूर्य का प्रवेश शुभ परिणामों का सूचक बनेगा और इस राशि परिवर्तन के प्रभाव से तरक्की के द्वार खुलेंगे। मान्यता है कि संक्रांति के दिवस पर पवित्र नदी में स्नान कर सूर्य देव की पूजा करने से समाज में मान-सम्मान स्थापित होता है।
सूर्य को प्रतिष्ठा, तेज और भाग्य का कारक माना जाता है। ऐसे में मीन संक्रांति के दिन सूर्य भगवान की पूजा करने से भाग्य साथ देने लगता है और व्यक्ति में आकर्षक तेज उत्पन्न होता है। इस दिन सूर्य पूजन के दौरान आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करने से सूर्य कृपा मिलती है।
मीन संक्रांति के दिन आदित्य हृदय स्तोत्र के पाठ से न सिर्फ शत्रु पराजित होते हैं बल्कि हर प्रकार की नकारात्मकता भी दूर होती है। साथ ही, इस दिन व्यक्ति के बाहरी और आतंरिक दोष भी मिट जाते हैं जिससे उसकी आत्मा औ मन की शुद्धि होती है और मन शांत होता है।
मीन संक्रांति के दिन से मल्माह की शुरुआत भी हो जाती है। ऐसे में पूजा-पाठ जीता हो सके उतना करना चाहिए लेकिन किसी भी मांगलिक या शुभ कार्य जैसे कि विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश आदि की योजना नहीं बनानी चाहिए। मीन संक्रांति से लेकर अगले पूरे माह तक किसी भी शुभ काम को करने से बचना चाहिए।
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मीन संक्रांति के दिन सूर्य पूजन के बाद किसी को केले दान में दें। मीन संक्रांति के दिन पीले वस्त्र (पीले कपड़ा पहनना क्यों माना जाता है शुभ) धारण करें और अपने इष्ट को भी वही पहनाएं। मीन संक्रांति के दिन सूर्य मंत्रों का जाप करें या सूर्य चालीसा पढ़ें। मीन संक्रांति के दिन सूर्य देव के 12 नामों की 108 बार माला करें।
मीन संक्रांति के दिन पीले फूल अपने इष्ट को चढ़ाएं। मीन संक्रांति के दिन लाल रंग के वस्त्र भी दान कर सकते हैं। मीन संक्रांति के दिन चूंकि बुधवार पड़ रहा है ऐसे में सूर्य पूजन से पहले श्री गणेश या श्री कृष्ण की पूजा अवश्य करें। मीन संक्रांति के दिन पीले या लाल रंग के खाद्य पदार्थ का भोग लगाएं।
तो ये थी मीन संक्रांति की तिथि, महत्व और उपाय। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
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