Masik Durga Ashtami 2025: मासिक दुर्गाष्टमी का व्रत कब रखा जाएगा, जानें मां दुर्गा की पूजा के लिए सामग्री, विधि, नियम और महत्व

हिंदू धर्म में मासिक दुर्गाष्टमी का व्रत मां दुर्गा को समर्पित है। अब ऐसे में इस दिन मां दुर्गा की पूजा किस विधि से करें, नियम और पूजा का महत्व क्या है। इसके बारे में इस लेख में विस्तार से जानते हैं। 
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मासिक दुर्गाष्टमी का दिन मां दुर्गा की विशेष पूजा के लिए समर्पित होता है। यह तिथि दुर्गा माता के भक्तों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस दिन मां दुर्गा की आराधना करने से सुख, शांति, समृद्धि और सफलता का आशीर्वाद प्राप्त होता है। अब ऐसे में मासिक दुर्गाष्टमी मार्च में कब पड़ना वाला है। इस दिन मां दुर्गा की पूजा के लिए सामग्री क्या है और किस विधि से माता की पूजा-अर्चना करनी है। मां दुर्गा की पूजा करने के दौरान किन नियमों का पालन करें। पूजा का महत्व क्या है। इसके बारे में इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।

मासिक दुर्गाष्टमी का व्रत कब रखा जाएगा?

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पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 6 मार्च को सुबह 10 बजकर 50 मिनट पर होगी। वहीं, अष्टमी तिथि की समाप्ति 7 मार्च को सुबह 9 बजकर 18 मिनट पर होगी। हिंदू धर्म में उदया तिथि मान्य है। इसलिए उदया तिथि के अनुसार, 7 मार्च को फाल्गुन माह की दुर्गाष्टमी मनाई जाएगी।

मां दुर्गा की पूजा के लिए सामग्री क्या है?

  • मां दुर्गा की प्रतिमा
  • कलश
  • लाल कपड़ा
  • चौकी या आसन
  • फूल और माला।
  • फल और मिठाई
  • धूप
  • दीपक और घी
  • रोली और कुमकुम
  • सिंदूर
  • कलावा
  • पान और सुपारी
  • लौंग और इलायची
  • नारियल
  • गंगाजल
  • श्रृंगार सामग्री
  • दुर्गा सप्तशती
  • हवन सामग्री

मां दुर्गा की पूजा किस विधि से करें?

पूजा स्थल को साफ करें और एक वेदी स्थापित करें।
मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित करें।
फूल, फल, धूप, दीप, अक्षत, रोली, सिंदूर, मिठाई, और जल का एक कलश तैयार रखें।
एक मिट्टी के बर्तन में जौ या गेहूं बोएं।
उस पर जल से भरा कलश स्थापित करें।
कलश पर कलावा बांधें और आम के पत्ते रखें।
नारियल को लाल कपड़े में लपेटकर कलश के ऊपर रखें।
किसी भी पूजा से पहले गणेश जी की पूजा करें।
मां दुर्गा का आह्वान करें और उन्हें आसन प्रदान करें।
मां को वस्त्र, आभूषण, और फूलों से सजाएं।
मां दुर्गा को रोली, सिंदूर, और अक्षत अर्पित करें।
दुर्गा चालीसा या दुर्गा सप्तशती का पाठ करें। मां दुर्गा के मंत्रों का जाप करें।

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मासिक दुर्गाष्टमी के दिन मां दुर्गा की पूजा के नियम

यदि आप व्रत रख रहे हैं, तो सुबह व्रत का संकल्प लें।
इस दिन मां दुर्गा के मंत्रों का जाप विधिवत रूप से करें।
मासिक दुर्गाष्टमी के दिन मां दुर्गा की पूजा में सोलह श्रृंगार का सामान जरूर अर्पित करें।
इस दिन दान-पुण्य विशेष रूप से करें।

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मासिक दुर्गाष्टमी के दिन मां दुर्गा की पूजा का महत्व

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मां दुर्गा शक्ति की प्रतीक हैं। उनकी पूजा करने से भक्तों को शक्ति, साहस और सुरक्षा मिलती है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन मां दुर्गा की पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। मां दुर्गा नकारात्मक ऊर्जा और बुराई का नाश करती हैं। उनकी पूजा से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। मां दुर्गा की कृपा से जीवन में सुख-शांति, समृद्धि और सफलता प्राप्त होती है।

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Image Credit- HerZindagi

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