Maha Kumbh Stampede: प्रयागराज महाकुंभ में 1, 2 या 3 नहीं बल्कि कई बार हो चुकी हैं घटनाएं, जानें कब-कब भक्ति का केंद्र बना हादसों का स्थान

Prayagraj Maha Kumbh 2025: मौनी अमावस्या के अवसर पर हुई भगदड़ ने कुंभ मेले के पुराने हादसों के इतिहास को याद करने पर मजबूर कर दिया। बता दें कि साल 1954 में आजादी के बाद जब इलाहाबाद में कुंभ मेले का आयोजन हुआ, तो उस दौरान लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली थी। इस दौरान हुए भगदड़ में 800 लोगों की मौत हो गई थी।
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Stampede Maha Kumbh 2025: साल 2025 में लगे महाकुंभ की शुरुआत 13 जनवरी को प्रयागराज की भूमि पर हो रहा है। 144 वर्षों बाद आने वाले पर्व पर न केवल देश बल्कि विदेशों से भी लोग स्नान और दर्शन के लिए आ रहे हैं। शाही स्नान पर ही नहीं अपितु सामान्य दिनों में भी यहां पर लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का जमावड़ा देखने को मिल रहा है। लेकिन 29 जनवरी मौनी अमावस्या के मौके पर हुई भगदड़ की वजह से 30 लोगों की मौत और 60 लोग घायल हो गए थे। साथ ही तमाम लोग अपनों से बिछड़ गए हैं। इस हादसे ने आने वाली तस्वीरों ने लोगों को झकझोर कर रख दिया था। बता दें कि यह एक नहीं बल्कि संगम क्षेत्र में कई ऐसी छोटी-बड़ी घटनाएं हुई। आज सुबह एक बार फिर से कुंभ क्षेत्र में आग लग गई है।

इस लेख में आज हम आपको उन्हीं घटनाओं के बारे में बताने जा रहे हैं, जब भक्ति-आस्था का केंद्र आग की लपटों तो कभी भगदड़ का हिस्सा बना।

पहली घटना- 19 जनवरी दिन रविवार

Kumbh Mela Stampede

महाकुंभ क्षेत्र में घटना का क्रम 19 जनवरी से शुरू हुआ। इस दिन सेक्टर 19 में मौजूद टेंट में आग लगने की घटना सामने आई थी। हालांकि इसमें किसी प्रकार की कोई क्षति नहीं हुई थी। कुछ ही देर में अग्निशामक यंत्र की मदद से आग पर काबू पा लिया गया था। इसके अगले दिन संगम क्षेत्र में खड़ी दो कार में आग लग गई थी।

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दूसरी घटना- 29 जनवरी दिन बुधवार

Prayagraj Kumbh Mela 2025

संगम क्षेत्र में आयोजित महाकुंभ में 29 जनवरी की रात एक बड़ी घटना हुई, जिसका अंदेशा उस समय मौजूद भीड़ को देखकर लगाया जा सकता है। 26 जनवरी से लोगों का यहां पर आना शुरू हो गया था, जिसकी वजह से धीरे-धीरे यहां पर लोगों की संख्या बढ़ती गई। इस घटना में 30 लोगों की मौत और 60 लोग घायल हो गए थे। इसके अलावा भगदड़ की वजह से कई लोग अपनों से बिछड़ गए थे।

तीसरी घटना- झूंसी -छतनाग घाट

झूंसी स्थित छतनाग घाट के नागेश्वर घाट सेक्टर 22 के पास आग लगने की सूचना मिली है, जिसमें लगभग 15 टेंट जलकर राख हो गए। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने कड़ी मेहनत से आग पर काबू पाया। इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं थी। आग किस कारण से लगी इसके बारे में किसी प्रकार की सूचना मिली है।

चौथी घटना- अरैल घाट, डोम सिटी

Stampede at Religious Gatherings

29 जनवरी को हुई घटना के अगले दिन अरैल घाट में स्थित डोम सिटी में आग लग गई थी। डोम सिटी में आग क्यों लगी इसके पीछे का कोई कारण सामने नहीं आया है। इस सिटी की कीमत करोड़ों है। साथ ही यहां पर शाही स्नान के दौरान ठहरने की कीमत लाख रुपये में है।

पांचवी घटना- सेक्टर 18

महाकुंभ मेला क्षेत्र में एक बार फिर आग लगने की घटना सामने आई है। आग शंकराचार्य मार्ग स्थित सेक्टर-18 में लगी, और दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंच चुकी हैं। इससे पहले, गुरुवार को मेला क्षेत्र के सेक्टर-8 में भी अचानक आग लग गई थी। हालांकि कुछ देर के उपरांत अग्निशमन कर्मियों ने आग पर लिया था।

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Image credit- Freepik

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