सनातन धर्म में महाकुंभ का बहुत महत्व माना जाता है। हर 12 साल में महाकुंभ का आयोज किया जाता है। आखिरी महाकुंभ साल 2013 में लगा था वहीं, अब पौष माह की पूर्णिमा यानी कि 13 जनवरी 2025, दिन सोमवार से महाकुंभ का आरंभ होगा और महाशिवरात्रि यानी कि 26 फरवरी 2025, दिन बुधवार को महाकुंभ का समापन होगा। महाकुंभ मेले से जुड़े कई रोचक बातें जो सिर्फ इस मेले के दौरान ही पता चलती हैं, मेले के साथ ही इनका अस्तित्व शुरू होता है और किसी रहस्य की भांति मेले के साथ ही यह लुप्त हो जाती हैं। ठीक ऐसा ही कुछ है नागा साधुओं के साथ।
महाकुंभ में नागा साधुओं का विशेष रूप से जमावड़ा लगता है और शाही स्नान का आरंभ भी सबसे पहले नागा साधुओं द्वारा ही किया जाता है। वहीं, यह तो हम सब जानते हैं कि महाकुंभ में पुरुष नागा साधुओं का आना न सिर्फ एक परंपरा है बल्कि यह एक आलौकिक घटना है लेकिन महाकुंभ में महिला नागा साधुओं का आना बहुत विशेष होता है। ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं महाकुंभ में महिला नागा साधु का महत्व।
महाकुंभ में महिला नागा साधुओं का आना क्यों है विशेष?
यूं तो महिला और पुरुष दोनों के लिए ही नागा साधु बनने के नियम और प्रक्रिया समान है लेकिन इसके बाद भी महिला नागा साधुओं का तप पुरुष नागा साधुओं के मुकाबले ज्यादा कठिन माना जाता है।
यह भी पढ़ें:Maha Kumbh 2025: महाकुंभ लगाने के लिए कैसे चुना जाता है स्थान?
ऐसा इसलिए क्योंकि जिस प्रकार धार्मिक कार्यों में सामान्य महिलाओं का रजस्वला अवस्था यानी कि पीरियड्स में भाग लेना मना होता है। उसी प्रकार यह नियम नागा साधु की तपस्या के दौरान भी मान्य है।
ऐसे में महिला नागा साधुओं को अपने उच्च स्तर के तप को कम अवधि में समाप्त करने की बाध्यता होती है ताकि रजस्वला अवस्था में पहुंचने से पहले ही वह अपना पूजा एवं तप का संकल्प निर्विघ्न पूरा कर लें।
यह भी पढ़ें:Maha Kumbh 2025: महाकुंभ में कौन करता है सबसे पहले शाही स्नान? जानें इससे जुड़े नियम, विधि और लाभ
महाकुंभ में जब महिला नागा साधु आती हैं तो वह अपनी संपूर्ण शक्ति से परिपूर्ण होती है। माना जाता है कि जब पुरुष नागा साधु शाही स्नान के लिए उतारते हैं तो वह पुरुष रूपी बुरी ऊर्जाओं को नियंत्रित कर लेते हैं।
ठीक ऐसे ही जब महिला नागा साधु महाकुंभ में शाही स्नान के लिए उतरती हैं तब उनमें महिला रूपी बुरी ऊर्जाओं को नियंत्रित करने की शक्ति का संचार होता है। महिला नागा साधु का दिखना भी बहुत शुभ होता है।
अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं और अपना फीडबैक भी शेयर कर सकते हैं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
image credit: herzindagi
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों