Mahashivratri Par Bhagwan Shiv Ke Mantra: 18 फरवरी, दिन शनिवार को महाशिवरात्रि का पर्व देशभर में मनाया जाएगा। इस दिन भगवान शिव की पूजा का विधान है। माना जाता है कि महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा से व्यक्ति के सारे दुख दूर हो जाते हैं।
ऐसे में ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स का कहना है कि इस दिन अगर भगवान शिव के 10 अचूक मंत्रों का जाप किया जाए तो इससे न सिर्फ जीवन कई समस्याओं से निजात पाई जा सकती है बल्कि शुभ परिणामों को भी प्राप्त किया जा सकता है।
- ऊँ हौं जूं स: ऊँ भुर्भव: स्व: ऊँ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। ऊर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ऊँ भुव: भू: स्व: ऊँ स: जूं हौं ऊँ।।
भगवान शिव का महामृत्युंजय मंत्र (महामृत्युंजय मंत्र कर सकता है इन बीमारियों से बचाव) व्यक्ति को अकाल मृत्यु और बीमारी से होने वाली मृत्यु से बचाता है। इसलिए महाशिवरात्रि के दिन इसका 108 बार जाप अवश्य करें।
- ध्याये नित्यं महेशं रजतगिरिनिभं चारूचंद्रां वतंसं। रत्नाकल्पोज्ज्वलांगं परशुमृगवराभीतिहस्तं प्रसन्नम।। पद्मासीनं समंतात् स्तुततममरगणैर्व्याघ्रकृत्तिं वसानं। विश्वाद्यं विश्वबद्यं निखिलभय हरं पञ्चवक्त्रं त्रिनेत्रम्।।
भगवान शिव का यह मंत्र ध्यान मंत्र कहलाता है। महाशिवरात्रि के दिन इस मंत्र के जाप से व्यक्ति की एकाग्रता बढ़ती है और ध्यान क्रेंदित कर वह जो कम करे वह सफल होता है।
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- ऊँ नम: शिवाय।।
भगवान शिव का मूल मंत्र अत्यंत प्रभावशाली माना जाता है। महाशिवरात्रि के दिन इस पंचाक्षरी मंत्र के जाप से व्यक्ति पर भगवान शिव की कृपा और महिमा बनी रहती है।
- ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥
भगवन शिव का यह मंत्र रुद्र गायत्री मंत्र के नाम से जाना जाता है। मान्यता है कि महाशिवरात्रि के दिन रुद्र गायत्री मंत्र के जाप से व्यक्ति के रोग दूर होते हैं और दवाई का असर दिखने लगता है।
- देवदेव महादेव नीलकंठ नमोस्तु ते। कुर्तमिच्छाम्यहं देव शिवरात्रिव्रतं तव।। तव प्रभावाद्धेवेश निर्विघ्नेन भवेदिति। कामाद्या: शत्रवो मां वै पीडां कुर्वन्तु नैव हि।।
भगवान शिव का यह मंत्र क्रोध पर नियंत्रण लाने के काम आता है। महाशिवरात्रि के दिन जो भी व्यक्ति इस मंत्र का जपं करता है वह क्रोध पर काबू पाने में सफल हो जाता है।
- ॐ साधो जातये नम:।। ॐ वाम देवाय नम:।।
इस मंत्र का प्रभाव व्यक्ति के मस्तिष्क पर पड़ता है। महाशिवरात्रि के दिन इस मंत्र के जाप से व्यक्ति आध्यात्म की ओर बढ़ता है और उसकी बुद्धि भी तीव्र बनती है।
- ॐ अघोराय नम:।। ॐ तत्पुरूषाय नम:।।
भगवान शिव का यह मंत्र उनके रूप का वर्णन करता है। महाशिवरात्रि के दिन इस मंत्र के जाप से व्यक्ति भगवान शिव की उपासना कर उनके समीप पहुंचता है।
- ॐ ईशानाय नम:।। ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय।।
महाशिवरात्रि के दिन इस मंत्र का जाप करने से घर के सभी दोष दूर हो जाते हैं और ग्रह भी शुभ परिणाम पहुंचाते हैं। साथ ही कलेश, भय, कर्ज आदि से भी मुक्ति मिल जाती है।
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- ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चंद्रमसे नम:', चंद्र मूल मंत्र 'ॐ चं चंद्रमसे नम:
चूंकि भगवान शिव (भगवान शिव के आगे क्यों नहीं लगता श्री) के मस्तक पर चंद्र स्थापित हैं ऐसे में महाशिवरात्रि के दिन चंद्र मंत्र का जाप कर भगवान शिव और चंद्रमा दोनों को प्रसन्न किया जा सकता है और चंद्रमा को मजबूत भी कर सकते हैं।
- ॐ जूं स:।
यह मंत्र गूढ़ मंत्र कहलाता है। इसे रात के समय में करना फलदायी माना गया है। रात के समय में इस मंत्र का 108 बार जाप करने से शत्रुओं पर जीत हासिल की जा सकती है।
तो ये हैं भगवान शिव के वो 10 अचूक मंत्र जिनका जाप महाशिवरात्रि पर करने से दिव्य फलों की प्राप्ति होती है। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ। आपका इस बारे में क्या ख्याल है? हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
Image Credit: Freepik, Pexels
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