Maha Mrityunjay Mantra: हिन्दू धर्म में भगवान शिव के महामृत्युंजय मंत्र को मृत्यु से बचाव का अचूक उपाय माना गया है। इसी कारण से इस मंत्र का धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्व है। वहीं, ज्योतिष और आयुर्वेद में भी इस मंत्र को कई बीमारियों के लिए बेजोड़ माना गया है।
हमारे ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स ने हमें इस मंत्र को एक अलग प्रकार से जपने का तरीका बताया जिससे 5 अलग-अलग बीमरियों को दूर किया जा सकता है। आइये जानते हैं इस मंत्र को जपने की विभिन्न विधियों और उससे मिलने वाले लाभ के बारे में।
- महामृत्युंजय मंत्र का वर्णन शिव पुराण, ऋग्वेद, यजुर्वेद और नारायण (भगवान विष्णु को क्यों कहा जाता है नारायण) उपनिषद् में भी मिलता है। मान्यता है की इस मंत्र के आगे सम्पुट लगाकर जाप किया जाए तो इससे कई बीमारियां दूर हो जाती हैं।

- सम्पुट के साथ महा मृत्युंजय मंत्र- 'क्क हौं जूं सः, क्क भूर्भुवः स्वः। क्क भूर्भवः स्वः। क्क त्रयम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्व्वारूकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्। स्वः भुवः भूः क्क हौं जूं सः क्क।'।
- सम्पुट के साथ मृत्युंजय मंत्र (मृत्युंजय मंत्र के लाभ) का जाप करने से शारीरिक क्षमता बढ़ती है और शरीर में रोगों को झेलने की ताकत आती है। कोई भी रोग शरीर को ज्यादा क्षति नहीं पहुंचा पाता है।
सम्पुट के साथ महामृत्युंजय मंत्र जाप की विधि
- सम्पुट के साथ मंत्र जाप में शुद्धता का बेहद ध्यान रखना पड़ता है। अगर बीमार व्यक्ति खुद नहीं कर सकता है तो वह किसी और से भी मंत्र जाप करवा सकते हैं।
- सुबह स्नान-ध्यान करने के पश्चात आसन पर बैठकर मंत्र का जाप शुरू करें। मंत्र से पहले और मंत्र के बाद सम्पुट लगा है इसी कारण से मंत्र को एक साथ बोलने का प्रयास करें।

- मंत्र की लय टूटनी नहीं चाहिए और न ही इसके बीच में आप किसी भी अन्य से बात कर सकते हैं। मोबाइल आदि उपकरणों से ध्यान हटाकर भगवान शिव में केन्द्रित करें।
- ध्यान रहे जिस भी मंत्र को सम्पुट के साथ किया जाता है उसे गुप्त रखना होता है न तो उसे किसी के सामने करना चाहिए और न ही आपको उस मंत्र के बारे में किसी और को बताना चाहिए।
सम्पुट के साथ महामृत्युंजय मंत्र जाप के लाभ
- सम्पुट के साथ महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से हृदय रोगों में लाभ मिलता है। मंत्र से उत्पन्न ध्वनि ह्रदय को शांत रखती है और हार्ट में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाती है।
- सम्पुट के साथ महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से शारीरिक क्षमता तो बढ़ती ही है। साथ ही, इस मंत्र के जाप से मासपेशियां भी मजबूत हो जाती हैं।

- सम्पुट के साथ महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से मानसिक बीमारियों का खतरा कम हो जाता है और याददाश्त भी मजबूत होती है। इस मंत्र के प्रभाव से व्यक्ति की मैडिटेशन पॉवर बढ़ती है।
- सम्पुट के साथ महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से सुनने की शक्ति में विस्तार होता है और आंखों की रौशनी भी अच्छी होती है। माना जाता है कि इस मंत्र का प्रभाव व्यक्ति को लकवे जैसी बीमारी से भी बाहर निकाल लाता है।
तो ये थे महामृत्युंजय मंत्र के सम्पुट के साथ जाप करने के लाभ। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ। आपका इस बारे में क्या ख्याल है? हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
Image Credit: Freepik, Pinterest
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