Lord Vishnu Mantra: आयुर्वेद में मंत्र चिकित्सा को विशेष स्थान प्राप्त है। आयुर्वेदिक शास्त्र में मंत्रों से बीमारी ठीक करने के कई तरीके बताए गए हैं। गौर करने वाली बात ये है कि धर्म ग्रंथों में जितने भी मंत्र हैं भले ही वह अलग-अलग प्रयोगों के लिए हों लेकिन आयुर्वेदिक पद्धति के अनुरूप उन मंत्रों का इस्तेमाल इलाज के दौरान किया जा सकता है।
हमारे ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स ने इस विषय के बारे में बात करते हुए हमें भगवान विष्णु के एक ऐसे मंत्र के बारे में बताया जिसका अगर मंदिर के सामने बैठकर जाप किया जाए तो मां लक्ष्मी की कृपा बरसती हैं और अगर कोई बीमार व्यक्ति आयुर्वेदिक तरीके से इसे जपे तो उसकी कोई भी और कैसी भी बीमारी दूर हो सकती है।
भगवान विष्णु का मंत्र और अर्थ (Lord Vishnu Mantra Meaning)
ॐ भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर।भूरिरेदिन्द्र दित्ससि। ॐ भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्। आ नो भजस्व राधसि।।
भगवान विष्णु (भगवन विष्णु को क्यों कहा जाता है नारायण)के इस मंत्र का अर्थ है कि हे लक्ष्मीपति आप संसार के सबसे बड़े दानी हैं। जो भी व्यक्ति जीवन और संसार भर से निराश होकर आपके पास आता है आप उसके कष्टों का निवारण कर देते हैं। हे प्रभु मेरे भी आरती कष्ट दूर करें और मां लक्ष्मी का मेरे घर में वास कराएं। मेरी प्रार्थना सुनें और आर्थिक संकट से मेरी रक्षा करें।
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भगवान विष्णु के मंत्र जाप की विधि (Lord Vishnu Mantra Chanting Vidhi)
भगवान विष्णु के इस मंत्र का जाप मुख्यरूप से मां लक्ष्मी को सिद्ध करने के लिए किया जाता है लेकिन इसके स्वास्थ लाभ भी हैं। हालांकि स्वास्थ लाभ पाने के लिए इसे आयुर्वेद के तरीके से करना जरूरी है तो चलिए जानते हैं इसकी विधि:
- भगवान विष्णु की पूजा गुरुवार के दिन होती है और फल के रूप में केला उन्हें अत्यंत प्रिय है।
- इसी कारण से गुरुवार के दिन केले के पेड़ की पूजा का भी विधान है।
- ऐसे में करना ये है कि घर का जिओ भी व्यक्ति बीमार है उसे हर गुरुवार केले के दो पत्ते लेने हैं।
- एक पत्ते पर इस मंत्र को पूरा साफ-साफ अक्षरों में लिखना है।
- मंत्र लिखने के बाद एक कमरे में बैठकर इस मंत्र का 108 बार उच्चारण करना है।
- उच्चारण के दौरान मंत्र लिखा केले का पत्ता अपने सामने ही रखना है।
- वहीं, दूसरा केले का पत्ता अपने शरीर के उस भाग पर रखें जहां बीमारी पसरी हुई है।
- अगर एक ज्यादा शरीर के अंगों में बीमारी है तो दूसरे केले के पत्ते के उतने ही टुकडें कर लें।
- फिर 108 बार मंत्र बोलने के बाद उस केले के पत्ते के पीछे अपनी बीमारी का नाम लिखना है।
- उस पत्ते को मोड़कर जितना संभव हो सके उतना छोटा कर लेना है और घर के मंदिर के आसपास रख देना है।
- दूसरे पत्ते को किसी नदी में प्रवाहित कर देना है। नदी न हो तो छोटा करके उसे जमीन में गाढ़ देना है।
- अगले गुरुवार (गुरुवार के उपाय)फिर ऐसा करना है। जब तक बीमारी में सुधार न दिखने लगे तब तक ऐसा करते रहें।
- जल्द ही बीमारी में सुधार आ जाएगा। बीमारी दूर होते के साथ ही मंदिर में रखे मंत्र वाले केले के पत्तों को जला दें।
भगवान विष्णु के मंत्र जाप के लाभ (Lord Vishnu Mantra Benefits)
- भगवान विष्णु के इस मंत्र से किसी भी प्रकार की बीमारी दूर हो जाएगी।
- इस मंत्र के जाप से चर्म और कुष्ठ रोगों से मुक्ति मिल जाती है।
- इस मंत्र का प्रभाव तनाव को भी दूर करने में कारगर है।
तो ये था भगवान विष्णु का वो मंत्र जिससे घर में मां लक्ष्मी के साथ-साथ स्वास्थ के देवता का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ। आपका इस बारे में क्या ख्याल है? हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
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