NCRB की रिपोर्ट में कोलकाता सबसे सुरक्षित शहर... लेकिन महिलाओं के खिलाफ अपराधों में वृद्धि, पढ़ें पिछले कुछ सालों में क्या दावा करती है सेफ्टी रिपोर्ट

पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के बारे में आप यह सुनकर हैरान हो जाएंगे कि लगातार 3 बार कोलकाता को सबसे सुरक्षित शहर के आंकड़े में सबसे ऊपर रखा गया है। 

 

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कोलकाता के मेडिकल कॉलेज में एक डॉक्टर के साथ हुई क्रूरता ने पूरे देश में हड़कंप मचा दिया। डॉक्टर से रेप और हत्या के मामले में पुलिस द्वारा आरोपी संजय रॉय को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी ने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया। भले ही आरोपी को अरेस्ट कर लिया गया हो, लेकिन सवाल खत्म नहीं हो रहे हैं। अब तक इस केस को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे हो चुके हैं, लेकिन अब सवाल शहर में महिलाओं के सेफ्टी पर उठाया जा रहा है।

कोलकाता महिलाओं के लिए कितना सुरक्षित है? इसका पता आप NCRB (National Crime Records Bureau) की रिपोर्ट से ही लगा सकते हैं। आज के इस आर्टिकल में हम कोलकाता के पिछले कुछ सालों की सेफ्टी के रिपोर्ट के बारे में जानकारी देंगे।

कोलकाता में महिलाओं की सेफ्टी का आंकड़ा क्या कहता है?

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एनसीआरबी की वर्ष 2022 की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, हर साल महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों के आंकड़े में कुछ खास फर्क नहीं हुआ। ऐसे में लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि जिस जगह की मुख्यमंत्री खुद एक महिला है, क्या वहां महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कोई काम नहीं किया गया?

  • NCRB की साल 2023 में आई रिपोर्ट के अनुसार महिलाओं के खिलाफ अपराध में वृद्धि दर्ज की गई थी। लेकिन शहर में क्राइम रेट कम था। इससे आप समझ सकते हैं कि शहर में अपराधों का आंकड़ा भले ही कम हुआ हो, लेकिन महिलाओं के खिलाफ अपराध कम नहीं हुआ।
  • कोलकाता में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में वृद्धि दर्ज की गई है, क्योंकि 2021 में मामलों की संख्या 1,783 से बढ़कर 2022 में 1,890 हो गई।
  • कोलकाता में महिलाओं के खिलाफ अपराध दर प्रति लाख जनसंख्या पर 27.1 बताई गई थी, जिससे आप समझ सकते हैं कि अपराध की दरों में कमी नहीं हुई।

कोलकाता में महिलाओं के साथ दुष्कर्म का आंकड़ा

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  • आपको हैरानी होगी कि कोलकाता में 2021 में 11 बलात्कार की घटनाएं हुईं, जो उसके 2020 के बराबर है।
  • लेकिन 2018 में 14 रेप केस और 2017 के 15 से कम रेप के मामले हुए थे। हालांकि, महिलाओं पर जारी किए गए इस रिपोर्ट पर सवाल भी खड़े किए गए थे।
  • NCRB की रिपोर्ट के अनुसार साल 2021 में कोलकाता में हत्या के 45, हत्या के कोशिश के 135, रेप के 11 केस, महिलाओं पर हमले के 127, डकैती के 3 और चोरी के 1246 मामले दर्ज किये गये।
  • रिपोर्ट में वैसे तो महिलाओं पर अपराधों की दरों में कमी नहीं हुई थी। लेकिन बढ़ते अपराधों को देखते हुए लोगों द्वारा इन आकड़ों पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं।

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image credit- freepik

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