मकर संक्रांति के दिन क्यों उड़ाते हैं पतंग? जानें क्या है भगवान राम से जुड़ी ये परंपरा

अगर आप भी जानना चाहते हैं कि मकर मकर संक्रांति के दिन पतंग उड़ाने के पीछे क्या-क्या मान्यताएं हैं तो फिर इस लेख को ज़रूर पढ़ें।

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Makar Sankranti 2024: मकर संक्रांति का त्यौहार भारत के लगभग सभी हिस्से में बड़े ही धूम-धाम के साथ मनाया जाता है। इस साल 15 जनवरी 2024 को यह पर्व भारत में मनाया जाएगा। इस पावन दिन के शुभ मौके पर सूर्य की पूजा करना और गंगा स्नान करना भी बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है।

लेकिन अगर आपसे यह सवाल किया जाए कि मकर संक्रांति के दिन पतंग उड़ाने के पीछे क्या मान्यता है तो फिर आपका जवाब क्या हो सकता है? अगर आपको नहीं मालूम है तो इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं कि आखिर मकर संक्रांति के शुभ मौके पर पतंग उड़ाने के पीछे क्या कहानी और किस राज्य में सबसे अधिक इसका महत्व देखा जाता है। आइए जानते हैं।

पतंग उड़ाने के पीछे क्या है धार्मिक महत्व?

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शायद आपको मालूम हो, अगर नहीं मालूम है तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मकर संक्रांति के दिन पतंग उड़ाने के पीछे धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों का महत्व होता है। सबसे पहले इसका धार्मिक महत्व जान लेते हैं।

पौराणिक कथा के अनुसार मकर संक्रांति के दिन पतंग उड़ाने की परम्परा को भगवान राम से जोड़कर देखा जाता है। जी हां, ऐसा माना जाता है कि भगवान राम ने मकर संक्रांति के दिन आकाश में पतंग उड़ाने की परम्परा को शुरू किया था।

एक अन्य पौराणिक कथा के अनुसार कहा जाता है कि जब भगवान राम में पतंग उड़ाई थी तब वो पतंग इन्द्रलोक में चली गई थी। इस प्रचालन के बाद से लगभग सभी जगह मकर संक्रांति के दिन पतंग उड़ाने की प्रथा शुरु हो गई। पतंग उड़ाने के पीछे नई फसल से भी जोड़कर देखा जाता है।

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पतंग उड़ाने के पीछे क्या है वैज्ञानिक महत्व?

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धार्मिक महत्व जानने के बाद अब वैज्ञानिक महत्व के बारे में जान लेते हैं। कहा जाता है कि मकर संक्रांति के दिन पतंग उड़ाने से सूर्य से शक्ति भी मिलती है, क्योंकि सर्दियों में सूर्य की रोशनी के नीचे बैठना या खेलना सही माना जाता है।(मकर संक्रांति भूलकर भी न करें ये काम)

पतंगबाजी के समय दिमाग और शरीर के अन्य भाग-जैसे हाथ का अधिक इस्तेमाल होता है जो एक तरह से व्यायाम करने का मौका भी मिल जाता है। पतंगबाजी सबसे अधिक नौजवान करते हैं। ऐसे में उनके लिए सही माना जाता है।

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आजादी का प्रतीक है पतंगबाजी

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मकर संक्रांति के अलावा अन्य कई दिनों पर देश के लगभग हर हिस्से में पतंगबाजी का नज़ारा देखा जा सकता है। जी हां, खासकर स्वतंत्रता दिवस के दिन पतंग उड़ाकर लोग आजादी का जश्न मानते हैं। हालांकि, मकर संक्रांति से दिन पतंग उड़ाना बहुत ही खास माना जाता है।(मकर संक्रांति का भगवान विष्णु से नाता)

आपको बता दें कि दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, गुज़ारत और राजस्थान जैसे शहरों में मकर संक्रांति के दिन मुख्य रूप से पतंग उड़ाया जाता है। इस दिन इन शहरों में पतंगबाजी उत्सव का भी आयोजन होता है।

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Image Credit:(@freepik)

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