जब हम किसी से प्यार करते हैं तो उस पर अपना हक समझने लगते हैं। यकीनन किसी को अपना समझने में कोई बुराई नहीं है, लेकिन समस्या तब उत्पन्न होती है, जब हम उस हक का दुरूपयोग करते हुए सामने वाले व्यक्ति की लाइफ को कंट्रोल करने की कोशिश करने लगते हैं। हो सकता है कि शुरूआत में पार्टनर इन बातों की अनदेखी करे, लेकिन जब किसी एक व्यक्ति की लाइफ में दूसरे व्यक्ति की दखलअंदाजी जरूरत से ज्यादा बढ़ने लगती हैं तो इससे सामने वाले व्यक्ति को काफी घुटन का अहसास होता है। इस स्थिति में कुछ ठोस कदम उठाने की जरूरत होती है। अगर इस स्थिति को संभाला ना जाए तो ना सिर्फ रिश्ते में परेशानियां पैदा होती है, बल्कि रिश्ता टूटने में भी देर नहीं लगती।
तो चलिए आज हम आपको ऐसे ही कुछ उपायों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें अपनाने के बाद आपको कंट्रोलिंग पार्टनर को हैंडल करने में आसानी होगी। साथ ही आप अपने रिश्ते में खुशियों को फिर से बहाल कर पाएंगी-
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पहचानें लक्षण
कंट्रोलिंग पार्टनर को हैंडल करने से पहले आपको यह जानना होगा कि क्या सच में आपका पार्टनर जरूरत से ज्यादा कंट्रोलिंग है। आप कुछ लक्षणों से इसकी पहचान कर सकती हैं। जैसे- आपका पार्टनर आपकी लाइफ के हर फैसले लेने की कोशिश करता है। यहां तक कि आप क्या पहनेंगी, क्या खाएंगी, कहां जाएंगी इत्यादि। इतना ही नहीं, वह आपकी छोटी सी गलती पर जरूरत से ज्यादा ही नाराजगी जताता है या फिर आपको हर समय क्रिटिसाइज करता है तो यह संकेत है कि आपका पार्टनर स्वभाव से कंट्रोलिंग हैं। इस स्थिति में आपको समझदारी का परिचय देना होगा।
जानें कारण
लक्षणों की पहचान करने के बाद आपको उन कारणों को भी जानने का प्रयास करना चाहिए, जिसकी वजह से आपके पार्टनर का स्वभाव कंट्रोलिंग हैं। बचपन के बुरे अनुभव या फिर माता-पिता के बीच आपसी अनबन, अपने एक्स पार्टनर से प्यार में धोखा मिलना कुछ ऐसे कारण होते हैं, जो किसी व्यक्ति के स्वभाव को कंट्रोलिंग बनाते हैं। दरअसल, यह उनके मन का एक डर होता है, तो कंट्रोलिंग व्यवहार के रूप में सामने आता है।
करें बात
अगर आपको यह अहसास होता है कि आपका पार्टनर जरूरत से ज्यादा कंट्रोलिंग है और उसके साथ रहते हुए आपको खुशी नहीं मिलती या फिर उसके आसपास होते हुए आप घुटन महसूस करती हैं तो अपनी फीलिंग्स को दबाने की जगह अपने पार्टनर से इस बारे में खुलकर बात करें। याद रखें कि जब तक आप सामने से अपनी फीलिंग्स के बारे में बात नहीं करेंगी तो उन्हें कभी भी अपनी गलती का अहसास नहीं होगा। उन्हें यह समझाने का प्रयास करें कि आप उनसे प्यार करती हैं, लेकिन इसका अर्थ यह कतई नहीं है कि आप उनके हाथों की कठपुतली हैं।
ना कहना सीखें
कोई भी व्यक्ति दूसरे व्यक्ति को केवल तभी तक कंट्रोल कर पाता है, जब तक वह उसे खुद को नियंत्रित करने की अनुमति देता है। इसलिए खुद के लिए स्टैंड लेना सीखें और जब आपको ऐसा लगने लगे कि आपका पार्टनर आपकी लाइफ को जरूरत से ज्यादा कंट्रोल कर रहा है तो उसे वहीं रोकें। अगर वह आप पर अपनी हर मर्जी को थोपना चाहता है तो आपको उसे ना कहना भी सीखना होगा। हो सकता है कि शुरूआत में आपको पार्टनर को बुरा लगे या फिर वह आप पर भावनात्मक रूप से प्रेशर बनाने की कोशिश करे, लेकिन उस समय आपको मजबूती के साथ खड़ा होना सीखना पड़ेगा। इससे कुछ समय के लिए आपके रिश्ते में परेशानी आ सकती है, लेकिन बाद में आपका पार्टनर यकीनन आपके पर्सनल स्पेस की इज्जत करेगा।
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लें प्रोफेशनल हेल्प
हो सकता है कि आपके स्टैंड लेने से उन्हें बात समझ में ना आए या फिर वह आपके स्टैंड को ही गलत तरीके से देखने लगे। दरअसल, जिन व्यक्तियों का स्वभाव कंट्रोलिंग होता है, अगर उनके आसपास के लोग अपनी मर्जी से काम करना चाहते हैं तो उन्हें बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता और वह उन पर अपनी मर्जी थोपने का हरसंभव प्रयास करते हैं। इस स्थिति में प्रोफेशनल हेल्प बेहद काम आ सकती हैं। आप इस स्थिति से निपटने के लिए किसी मैरिज काउसंलर या साइकोलॉजिस्ट की मदद ले सकती हैं। इसके अलावा मैरिज वर्कशॉप्स भी चीजों को ठीक करने में मदद कर सकते हैं।
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