कल जब मैं मार्केट गई तो वहां पर एक महिला अपने छह-सात साल के छोटे बच्चे के साथ शॉपिंग करने के लिए आई थी। वह बच्चा हर दुकान पर अपनी मम्मी से कुछ न कुछ खरीदने की जिद करता और उसकी मम्मी जबरदस्ती उसे वहां से ले जाती। लेकिन जैसे ही महिला उसे ले जाती, वह बच्चा जोर-जोर से रोने लगता। ऐसे में महिला कुछ देर के बाद उस पर जोर से गुस्सा हो गई। एक कोने में खड़ी मैं यह नजारा देख रही थी। वैसे वह महिला अकेली नहीं है, हम सभी मांओं को कभी न कभी इस स्थिति का सामना करना पड़ता है। चाहे शॉपिंग करने जाना हो या मेट्रो में सफर करना हो, अक्सर बच्चे पब्लिक में तरह-तरह की जिद करते हैं और उसे पूरा न होने की स्थिति में जोर-जोर से चिल्लाने या रोने लगते हैं। यहां तक कि जब मैं भी अपने बच्चों के साथ कहीं बाहर जाती हूं तो वह अक्सर ऐसा करते हैं। जहां पहले मैं उनकी इस आदत को लेकर परेशान होती थी, वहीं अब मैं कुछ ऐसी ट्रिक्स अपनाती हूं, जिससे वह मिसबिहेव नहीं करते। तो चलिए आज मैं आपके साथ उन ट्रिक्स को शेयर कर रही हूं। यकीनन यह टिप्स आपके भी काफी काम आएंगे-
इसे भी पढ़ें:Parenting Tips: इस तरह प्यार से समझाएंगी तो आपका चंचल और शरारती बच्चा भी रहेगा खुश
समझाएं पहले ही
यह तरीका मैं हमेशा ही अपने बच्चों के साथ अपनाती हूं। जब मुझे उनके साथ कहीं बाहर जाना होता है, तो मैं उन्हें पहले ही बता देती हूं कि हम बाहर जा रहे हैं और वह पब्लिक में तरह-तरह की जिद न करें। साथ ही मैंने उनके लिए सप्ताह व महीनों के कुछ दिन सुनिश्चित कर रखे हैं, जब वह अपनी मनमर्जी की चीजें खरीद सकते हैं व उन्हें जो भी बाहर की चीज खानी होती है, मैं उन्हें मना नहीं करती। इस तरह उन्हें पता होता है कि इस तरह पब्लिक में उनका जिद करने का कोई लाभ नहीं है और उनके लिए भी कुछ दिन तय हैं, जब वह अपनी मर्जी से खुलकर जी सकते हैं।
घर में भी अनुशासन
कहते हैं कि किसी भी बदलाव की शुरूआत घर से ही होती है। यह नियम बच्चों के व्यवहार पर भी लागू होता है। जब आप बच्चों को जरूरत से ज्यादा ही पैम्पर करने लग जाते हैं तो अक्सर वह जिद्दी हो जाते हैं और फिर वह बाहर भी ऐसा ही करते हैं। मैं यह नहीं कह रही कि आप बच्चों को प्यार न करे, लेकिन उन्हें अनुशासित करना भी आपकी ही जिम्मेदारी है। उन्हें इस बात का पता होना चाहिए कि उन्हें कब किस तरह बिहेव करना है।
दूर करें बोरियत
जहां कुछ बच्चे बाहर की चीज की लालच में मिसबिहेव करते हैं तो कुछ बच्चे बेहद जल्द बोर हो जाते हैं और वापिस घर जाने के लिए वह ऐसा करते हैं। उन्हें लगता है कि अगर वह जोर-जोर से चिल्लाएंगे या रोएंगे तो मम्मी उन्हें तुरंत वापिस ले जाएंगी। इस स्थिति से निपटने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप बच्चे के एंटरटेनमेंट का इंतजाम पहले ही कर लें। अगर आप कहीं दूर जा रही हैं तो उनका एक या दो पसंदीदा खेल अपने बैग में रख लें ताकि उसका सारा समय आसानी से बीत जाए या फिर आप उसके साथ मिलकर रास्ते में कुछ खेल खेलें। इससे आप दोनों का ही सफर आसानी से बीत जाएगा।
इसे भी पढ़ें:डिनर टेबल पर बच्चों से कभी न बोलें ये 5 बातें, पड़ेगा बहुत बुरा प्रभाव
अगर बच्चा हो छोटा
अगर बच्चा उम्र में बेहद छोटा है और वह बोलकर अपनी बात नहीं बता सकता, लेकिन वह लगातार रोए या चिल्लाए जा रहा है तो हो सकता है कि वह किसी परेशानी के कारण ऐसा कर रहा हो। कई बार छोटे बच्चे भूखे होने, गीले होने या फिर किसी तरह से असहज महसूस करने पर ऐसा करते हैं। इसलिए अगर बच्चा लगातार परेशान कर रहा है तो पहले आप उसकी परेशानी जानने का प्रयास करें। जब आपको उसकी परेशानी के बारे में पता चल जाएगा तो आपके लिए उसे शांत करना भी आसान हो जाएगा।
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों