क्या आपका बच्चा घर में हर काम आराम-आराम से करता है और पढ़ाई करते हुए भी फोकस नहीं कर पाता। आपके बहुत कोशिश करने के बावजूद आपका बच्चा अपने काम में जल्दी नहीं कर पाता और एकाग्रता के साथ काम करने में उसे मुश्किल होती है तो आपको बच्चे की हॉबीज पर ध्यान देना चाहिए। बच्चे के सीखने की प्रक्रिया में सबसे ज्यादा मुश्किल खड़ी करते हैं गैजेट्स। घंटों तक लगातार स्मार्टफोन और टीवी देखने से बच्चे का दिमागी विकास प्रभावित होता है। इसीलिए इस बात पर ध्यान दें कि बच्चा गैजेट्स का इस्तेमाल कम से कम करे। इसके साथ ही बच्चे के संपूर्ण विकास के लिए उसका एलर्ट, शार्प और क्रिएटिव होना जरूरी है। अगर आप कुछ चीजों का ध्यान रखें तो बच्चे को ऐसी हॉबीज डेवलप करने के लिए इंस्पायर कर सकती हैं, जिनसे वे खुद-ब-खुद सीखने की दिशा में आगे बढ़ें। आइए जानें ऐसे ही कुछ तरीकों के बारे में-
दिलाएं एजुकेटिव गेम्स
बच्चों को दिमागी कसरत करने में खूब मजा आता है। ऐसे में आप उन्हें पजल्स, क्रॉसवर्ड्स, और वर्ड गेम्स सॉल्व करने के लिए दें। बच्चों को कच्ची उम्र से ही एक्टिविटी बुक्स सॉल्व करने की आदत डालें। जब वे थोड़े बड़े हों तो सुडोकू या चैस खेलना सिखाएं। इस तरह के ब्रेन टीजर्स से बच्चों को चैलेंज मिलता है और वे प्रॉब्लम सॉल्विंग में बेहतर बनते हैं।
Read more : बच्चों को मजेदार तरीके से सिखाएं घर के काम
सिखाएं एक नई भाषा
अध्ययनों में यह बात सामने आई है कि 10 साल की उम्र के बाद एक नई भाषा सीखने पर कॉग्निटिव फंक्शन्स बेहतर होते हैं और बच्चे स्मार्ट बनते हैं। जो बच्चे कई भाषाएं बोल लेते हैं, वे बेहतर फोकस कर सकते हैं और जरूरी इन्फॉर्मेशन इकट्ठी करने में भी समर्थ होते हैं।
Read more : इस तरह बच्चों के एक्जाम्स का स्ट्रेस हो जाएगा छूमंतर
सिक्के और पोस्टल स्टैंप का कलेक्शन करें
बच्चे का दिमाग हमेशा नई-नई बातें जानने के लिए उत्सुक रहता है। अगर आप बच्चे को अलग-अलग तरह के सिक्कों या पोस्टल स्टैंप का कलेक्शन करने के लिए प्रेरित करेंगी और उसे इनके बारे में जानकारी भी देंगी तो उसका नॉलेज बेस और दायरा बढ़ता जाएगा। उसे देश और दुनिया की अलग-अलग जगहों के बारे में पता चलेगा। बच्चों की उत्सुकता ही उन्हें अपनी पसंद की चीजें सीखने, करेंसी और किसी जगह की जॉग्रफिकल चीजें समझने के लिए प्रेरित करती है। ऐसे में आप उनकी हेल्प करें और वे खुद अपने रास्ते पर आगे बढ़ते जाएंगे।
Read more : हार से डराने के बजाय अपने बच्चे को दें आगे बढ़ने की हिम्मत और हौसला
सिखाएं म्यूजिक
जब बच्चे नया-नया म्यूजिक सीखना शुरू करते हैं तो घर में काफी शोर होता है। हो सकता है कि आपको इससे झुंझलाहट हो, लेकिन म्यूजिक सीखना आपके बच्चे के लिए बहुत अच्छा है। आपका बच्चा चाहें कोई म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट सीखे या फिर वोकल ट्रेनिंग, शब्दों को पहचानने की उसकी क्षमता और आने वाले वर्षों में दूसरों की बोलचाल समझने में इससे आसानी होती है। म्यूजिक लेसन्स लेने से बच्चों का आईक्यू बढ़ता है और पढ़ाई में भी वे बेहतर परफॉर्म करते हैं।
Recommended Video
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों