लाइट, एंटरटेनमेंट, ड्रामा और बस ड्रामा...इन्हीं चीजों के लिए तो बिग बॉस जैसा रियलिटी शो इतना लोकप्रिय है। सिर्फ हिंदी में ही नहीं, बल्कि रीजनल भाषाओं में भी इसे बनाना शुरू किया गया है। ऐसा कहा जाता है कि यह सेलिब्रिटीज की सही पर्सनैलिटी को बाहर लाने का काम करता है।
हर बार इसकी कोई कन्ट्रोवर्सी चर्चा का विषय बनती है। ऐसा ही कुछ इस बार के सीजन में देखा जा रहा है। विक्की जैन और अंकिता लोखंडे लोगों की नजरों में हैं और अक्सर उनके बीच की नोंक-झोक चर्चा में आ जाती है। ऐसा ही कुछ पिछले हफ्ते में देखने को मिला। विक्की जैन और अंकिता लोखंडे के बातचीत करते हुए जैन उनपर भड़कते हुए दिखे। उन्हें अंकिता से यह शिकायत थी कि लोग उन्हें अंकिता के नाम से जानते हैं। इस बातचीत में अंकिता ने कहा भी कि यह तो अच्छी बात है, लेकिन विक्की इस पर खीचते नजर आए।
यह सिर्फ पब्लिक को ही नहीं, बल्कि बिग बॉस हाउस के कुछ मेंबर्स को भी अच्छी नहीं लगी थी। विक्की जैन की इस बात ने शायद उस चिंता का सामने लाया है, जो आज भी दबी आवाज में लोग कह जाते हैं।
भले ही, सामने से ऐसा कोई न कहे, लेकिन होते हैं ऐसे कुछ लोग जिन्हें अपनी पत्नी के नाम से पहचान मिलने पर असहजता होती है। हालांकि, यह एक सवालिया मुद्दा है। क्या वाकई यह इतना बुरा है?
अंकिता लोखंडे पर भड़के विक्की जैन
दरअसल, गार्डन एरिया के पास विक्की और अंकिता बैठकर बाते कर रहे थे। अंकिता विक्की से शिकायत कर रही थीं कि वह उन पर ध्यान नहीं देते। जिस पर विक्की ने साफ किया कि वह यहां खेलने आए हैं। इसी दौरान उन्होंने कहा कि एक वक्त था जब उनके दोस्त उन्हें अंकिता का पति कहकर चिढ़ाया करते थे। इस पर अंकिता कहती हैं कि यह बात उन्होंने पहले कभी उन्हें क्यों नहीं बताई। जैन कहते हैं कि यह अंकिता की प्रॉब्लम नहीं है और समय के साथ उन्हें इससे निपटना भी आ गया था।
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उन्होंने इस बात को बढ़ाते हुए कहा कि अंकिता लोखंडे के पति के रूप में पहचाने जाना ऐसा है जिसकी वह सराहना नहीं करते क्योंकि उन्हें लगता था कि उनकी अपनी पहचान खो गई है। उनके दोस्त जो उन्हें वर्षों से जानते थे, अब उन्हें उनकी पत्नी के नाम से बुलाते हैं। इस पर अंकिता कहती हैं कि यह तो अच्छी बात है, लेकिन विक्की इस पर परेशान नजर आए।
इतना ही नहीं, वीकेंड के वार वाले एपिसोड के दौरान भी, घर के सदस्यों ने इस बात को उठाया था। उन्होंने कहा था कि विक्की को इस बात पर गर्व होना चाहिए कि उनकी पत्नी ने अपने बल पर नाम कमाया है।
जैन ने यह कहा कि वह अंकिता लोखंडे की कामयाबी से खुश हैं, लेकिन यह कहीं न कहीं उनके लिए एक संघर्ष जैसा रहा। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी बातें जिस तरह से दिखीं, उनका मतलब यह नहीं था। वह बस इतना चाहते हैं कि वह बिग बॉस में गेम पर फोकस करने आए हैं और यहां पर आने का मकसद है कि लोग उन्हें उनके नाम से जाने।
क्या पत्नी के नाम से पहचाने जाना गलत है?
लड़की बचपन में पहले अपने पिता के नाम से जानी जाती है। फिर शादी के बाद उसका सरनेम बदल जाता है और वह अपने पति के नाम से जानी जाती है। आज भी शादी के बाद हम लड़कियों का नाम कम लेते हैं। इसके बजाय उन्हें मिसेज गुप्ता, मिसेज कपूर, मिसेज शर्मा कहकर संबोधित करते हैं। बाहर ही नहीं, घर पर भी अक्सर उसका नाम पति के नाम पर लिया जाता है। रमेश की बहू, आलोक की मिसेज, राजू की घरवाली... उसका नाम तक छूट जाता है। यह प्रथा सदियों पुरानी है। यह हमारे देश की परंपरा का हिस्सा रहा है। पितृसत्तात्मक ने जिन चीजों को महिलाओं पर थोपा है, उनमें से यह भी रहा।
अब अगर ये चीजें रिवर्स हो जाएं, तो क्या अपनी पत्नी के नाम से संबोधित होना पति के लिए गलत है? अब सवाल है कि आखिर क्यों गलत है? जब एक महिला इसमें गर्व महसूस करती है कि उसे अपने पति के नाम से जाना जा रहा है, तो फिर पति के लिए ऐसा क्यों नहीं है? क्या ऐसा नहीं हो सकता कि एक पति भी अपनी पत्नी की उपलब्धियों पर गर्व सके। जब उसे पत्नी के नाम से जाना जाए, तो उसे इस बात का गर्व क्यों नहीं हो सकता? विक्की जैन की इस खीज ने कहीं न कहीं समाज का वो चेहरा हमारे सामने रखा है, जो पित्तृसत्तात्मक घमंड को दर्शाता है। जैन की बातों ने यह दिखाया है कि कैसे एक सामान्य से बात से पुरुष के अहम को चोट लग सकती है।
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इतना ही नहीं, इससे यह भी देखने को मिलता है कि कैसे शोहरत, नाम और रुतबा एक आदमी को रिश्ते में प्रभावशाली और दमदार दिखाता है।
इस सभी चर्चाओं के बीच जब हम इक्वेलिटी की बात करते हैं, तो ऐसे स्टेटमेंट सोचने पर मजबूर करते हैं। हम कैसे उस स्तर पर पहुंच सकते हैं, जब अब भी हम जेंडर बायस से ऊपर नहीं उठ पा रहे हैं? यह रियलिटी टीवी शो भले ही लोगों का मनोरंजन करने का काम कर रहा है, लेकिन इसके द्वारा हर दर्शक यह सीख सकता है एक आइडियल कपल की मीडिया इमेज ही सब कुछ नहीं होती।
हम अक्सर किसी एक कपल को देखकर सोचते हैं कि उसके जीवन में कितना अच्छा है। वह अपने पार्टनर के साथ कितना खुश है, लेकिन यह समझने की आवश्यकता है कि कोई भी रिश्ता परफेक्ट कभी नहीं होता। बस इतना है कि कपल्स आपस में कैसे अपने बीच की तनातनी को हैंडल करते हैं।
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