बुद्ध पूर्णिमा बौद्ध धर्म के अनुयायियों का सबसे बड़ा त्यौहार है। इस दिन भगवान बुद्ध का जन्मदिन बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। बौद्ध धर्म को मानने वाले लोग इस दिन कई तरह के समारोह आयोजित करते हैं, दुनियाभर में फैले बौद्ध धर्म के अनुयायी इस दिन को अपने-अपने तरीके से मनाते हैं। बौद्ध धर्म दुनिया का प्राचीन धर्म में से एक है, जो आज के समय में दुनिया के प्रमुख धर्म में से एक है। इस धर्म की स्थापना भगवान बुद्ध ने 2600 साल पहले किया था। भगवान बुद्ध का जन्म ईसा पूर्व 536 और मृत्यु ईसा पूर्व 483 को माना जाता है। दुनियाभर में बौद्ध धर्म को मानने वाले चीन, कोरिया, जापान, थाईलैंड, श्रीलंका, कंबोडिया, नेपाल, भारत और भूटान जैसे कई देशों में हैं। बुद्ध पूर्णिमा के इस खास अवसर पर चलिए भगवान बुद्ध और इस धर्म से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में जानते हैं।
भगवान बुद्ध और बौद्ध धर्म से जुड़ी खास बातें
- गौतम बुद्ध की मृत्यु के बाद उनके अनुयायियों ने उनके शरीर को 8 भागों में बांट कर उनपर आठ स्तूपों का निर्माण करवाया था।
- भगवान बुद्ध का असली नाम सिद्धार्थ गौतम था, जिसमें बुद्ध उनके लिए सम्मान जनक उपाधि है। बुद्ध या भगवान बुद्धकोई व्यक्तिगत नाम नहीं है।
- बौद्ध धर्म की कोई एक ग्रंथ नहीं है, बल्कि इस धर्म में अनेकों धर्म ग्रंथ हैं, जिसे कोई भी व्यक्ति अपने पूरे जीवन काल में नहीं पढ़ सकता। बौद्ध धर्म के सभी महत्वपूर्ण ग्रंथों में सबसे जरूरी त्रिपिटक ग्रंथ को माना गया है।
- भगवान बुद्ध का जन्म भारत में नहीं बल्कि नेपाल के लुम्बिनी में वैशाख पूर्णिमा के दिन एक बगीचे में हुआ था।
- बौद्ध धर्म अन्य धर्म की तरह किसी व्यक्ति को एक निर्माता, भगवान या देवता में विश्वास नहीं रखता।

- बौद्ध धर्म तीन मौलिक अवधारणाओं पर विश्वास रखता है जो कि इस प्रकार से है, पहला कुछ भी स्थायी नहीं है, दूसरा सभी कार्यों के परिणाम होते हैं और तीसरा इसे बदलना संभव है।
- आधिकारिक तौर पर भूटान, कंबोडिया, श्रीलंका, थाईलैंड, लाओस और म्यांमार दुनिया के वह 6 देश हैं, जिन्हें बौद्ध राष्ट्र कहा गया है। वहीं मंगोलिया, चीन, काल्मिकिया दुनिया के वे देश हैं, जिन्हें आधिकारिक रूप से बौद्ध राष्ट्र नहीं कहा गया है, लेकिन ये देश बौद्ध धर्म का समर्थन करते हैं साथ ही बौद्ध धर्म का प्रचार प्रसार भी करते हैं।
- भगवान बुद्ध की पहली मूर्ति मथुरा कला के अंतर्गत बनी थी। मथुरा कला में सबसे ज्यादा बुद्ध की मूर्तियों का निर्माण गांधार शैली के अंतर्गत किया गया था।
- बौद्ध धर्म दुनिया का पहला विश्व धर्म और पहला प्रचारक धर्म भी था, जो अपने मूल स्थान से दूर-दूर तक पूरी दुनिया में फैल गया।
अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह के और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से। अपने विचार हमें आर्टिकल के ऊपर कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।
Image Credit: Freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों