(Buddha Purnima Puja Vidhi 2024) पंचांग के अनुसार बुद्ध पूर्णिमा का त्योहार हर साल वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन मनाया जाता है। इस साल 23 मई गुरुवार के दिन बुद्ध पूर्णिमा है। इसी दिन वैशाख पूर्णिमा का व्रत भी रखा जाएगा। बुद्ध पूर्णिमा पर गौतम बुद्ध और भगवान विष्णु की विधिवत पूजा-अर्चना करने का विधान है। ऐसी मान्यता है कि जो व्यक्ति इस दिन गौतम बुद्ध और भगवान विष्णु का विधि-विधान के साथ पूजा करता है। उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है। बता दें, गौतम बुद्ध को भगवान विष्णु का ही नौंवा अवतार माना जाता है। इस दिन श्रीहरि की पूजा से व्यक्ति पर उनकी कृपा बनी रहती है। अब ऐसे में इस दिन किस विधि से पूजा करने से लाभ हो सकता है और पूजन सामग्री क्या है। इसके बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।
बुद्ध पूर्णिमा की पूजा के लिए सामग्री क्या है?
बुद्ध पूर्णिमा के दिन भगवान बुद्ध को सफेद फूल या पीले फूल अर्पित करें। केला, सेब, संतरा, या कोई भी मौसमी फल भगवान बुद्ध को अर्पित करें। धूप, दीप से विधिवत पूजा करें। इस दिन पूजा सामग्री में अक्षत, रोली, चंदन, मधु आदि भी शामिल करें।
बुद्ध पूर्णिमा के दिन किस विधि से पूजा करें?
- बुद्ध पूर्णिमा के दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में पूजा के लिए उठकर स्नान करें।
- उसके बाद भगवान सूर्य को जल से अर्घ्य दें।
- इसके बाद मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की प्रतिमा स्थापित करें।
- इसके साथ ही भगवान बुद्ध की प्रतिमा भी स्थापित करें।
- उसके बाद उनका गंगाजल और पंचामृत से अभिषेक करें।
- जलाभिषेक के बाद घी का दीपक जलाएं।
- बुद्ध पूर्णिमा के दिन मंत्रों का जाप करें कथा अवश्य सुनें।
- उसके बाद भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को खीर का भोग लगाएं।
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- आखिर में आरती करें और चंद्रमा को अर्घ्य देकर भोग बांटें।
बुद्ध पूर्णिमा करे दिन करें इन मंत्रों का जाप
बुद्ध पूर्णिमा के दिन इन मंत्रों का जाप विशेष रूप से करें। इससे व्यक्ति को शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है। साथ ही जीवन में चल रही परेशानियों से भी छुटकारा मिल सकता है। मानसिक शांति भी मिलती है।
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- ओम मणि पद्मे हुँ
- नमो तस्से बुद्धाया
- ये धर्म्म हेतु प्रभवाद्वय संसारो
- शरणागमन मंत्र
- बुद्धम शरणम गच्छामि, धम्मम शरणम गच्छामि,संघम शरणम गच्छामि
- ॐ नमो नारायणाय
- ॐ विष्णु विष्णु
- लक्ष्मी नारायण नमः
- गोविंद गोविंद
- हरि कृष्ण हरि कृष्ण
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Image Credit- HerZindagi
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