भारतीय रेलवे ने धीरे-धीरे अपनी ट्रेन्स को विदेशी लेवल पर लाना शुरू कर दिया है। देखते ही देखते वंदे भारत और तेजस एक्सप्रेस जैसी ट्रेन्स भी लॉन्च की और अब कोच की क्वालिटी भी बेहतर की जा रही है। भारतीय रेलवे जहां एक ओर यात्रियों की सुविधाओं का पूरा ख्याल रख रही है वहीं धीरे-धीरे बुलेट ट्रेन का काम भी चल रहा है। उम्मीद तो यही की जा रही है कि जल्द ही बुलेट ट्रेन सरपट भारत में दौड़ेगी।
जहां एक ओर हम बुलेट ट्रेन की आस लगा रहे हैं वहीं दूसरी ओर अब नए इकोनॉमी क्लास एसी कोच बेहतर होते जा रहे हैं। ताज़ा रिपोर्ट की मानें तो जल्द ही 802 एसी इकोनॉमी क्लास कोच ट्रेन्स में लगेंगे। अभी तक 27 कोच अलग-अलग ज़ोन में पहुंचाए जा चुके हैं और बाकी काम भी तेज़ी से चल रहा है।
यात्रियों को कम पैसों में सुविधाजनक यात्रा करवाने की कवायद में ये कोच बनाए जा रहे हैं। इनमें से वेस्टर्न रेलवे जोन में ये कोच दुरंतो एक्सप्रेस ट्रेन्स में लगाए जाएंगे और अन्य जोन्स में बाकी अलग-अलग ट्रेनों में ये होंगे।
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क्या अलग है नए एसी इकोनॉमी कोच में?
जहां तक भारतीय रेलवे के इन नए कोच की बात करें तो आप पाएंगे कि इनमें 72 की जगह 83 बर्थ होंगी। अब आपको लग रहा होगा कि बर्थ बढ़ाने से आखिर ये सुविधाएं कैसे देंगे तो हम आपको इन कोच की बाकी सुविधाओं से रूबरू करवाते हैं-
- सभी कोच में एक टॉयलेट विकलांगों के लिए खासतौर पर बनाया जाएगा।
- प्लेन की तरह इन एसी कोच में भी सीट पर अलग छोटा सा एसी वेंट (AC Vent) दिया जाएगा।
- इसकी सीट में पहले की तुलना में ज्यादा बेहतर क्वालिटी और डिजाइन होगी। फोल्डेबल स्नैक टेबल के साथ बॉटल होल्डर, मोबाइल फोन और मैग्जीन होल्डर, चार्जिंग स्पेस आदि भी इसमें होगा।
- ऊपर वाली बर्थ में चढ़ने के लिए सॉकेट्स दिए जाएंगे जो ज्यादा सुविधाजनक होंगे।
- सभी के लिए अलग रीडिंग लाइट्स भी होंगी और एक स्टैंडर्ड सॉकेट भी।
- मिडिल और अपर बर्थ के लिए ज्यादा हेडरूम भी दिया जाएगा।
- टॉयलेट भी बेहतर और ज्यादा सुविधाजनक होंगे साथ ही पैसेंजर इन्फॉर्मेशन सिस्टम भी इंस्टॉल किया जाएगा।
- आग लगने की स्थिति को रोकने के लिए फायर सेफ्टी स्टैंडर्ड चीज़ों का इस्तेमाल किया जाएगा।

कितना होगा इन कोच का किराया?
इन्हें 3E नाम से बुक किया जा सकेगा और इसका किराया स्लीपर और थर्ड एसी कोच के किराए के बीच होगा। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि वो लोग जो स्लीपर क्लास का टिकट लेते हैं उन्हें भी एसी क्लास में यात्रा करने का मौका मिले।
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टूरिस्ट प्लेस के लिए विस्टाडोम कोच-
भारतीय रेलवे की तरफ से चर्चित टूरिस्ट प्लेसेस के लिए विस्टाडोम कोच भी शुरू किए गए हैं। इससे पहले कालका-शिमला टॉय ट्रेन जैसी ट्रेन्स में ही विस्टाडोम कोच थे जिनमें बड़ी खिड़कियां और कांच की छत होती है जिससे आप यात्रा के समय टूरिस्ट प्लेसेस का मज़ा ले सकते हैं। ऐसे ही बेंगलुरु से मैंगलोर के बीच चलने वाली ट्रेन में विस्टाडोम कोच लगाया गया है जो अरकू वैली (araku valley) के नजारे दिखाती है।
रेलवे के इन कोच के साथ कई टूर ऑपरेटर्स भी अपने नए टूर ऑर्गेनाइज करवा रहे हैं। ये कोच काफी सीनिक होते हैं और यात्रियों को यात्रा के दौरान बहुत ही खूबसूरत नजारे दिखाते हैं। ये दोनों नए कोच अलग-अलग ट्रेन्स की शोभा बढ़ाएंगे।
सभी नए कोच सितंबर महीने से धीरे-धीरे रनिंग ट्रेन्स का हिस्सा बनना शुरू हो जाएंगे। इन सभी में IRCTC की वेबसाइट की मदद से ही रिजर्वेशन करवाए जा सकेंगे और ये ट्रेन्स अपने तय समय पर ही चलेंगी।
उम्मीद है जल्दी ये ट्रेन्स चलना शुरू हों और हम भी इनमें यात्रा का आनंद उठा पाएं। आखिर ट्रेन का सफर अगर और सुहावना होगा तो आनंद अपने आप आएगा। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
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